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fssai kya hai और यह कैसे काम करता है?

by
admin
Posted on
Aug 12, 2022
FSSAI

पूरे देश में फूड की सुरक्षा और स्टैंडर्ड मेंटेन करने के लिए एक ऑटोनॉमस बॉडी बनाई गई है जिसको नाम दिया गया है FSSAI. 

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क्या है एफएसएसआई (FSSAI full form in Hindi)

FSSAI का हिंदी में मतलब है भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण। यह विभाग स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कंट्रोल किया जाता है। यह फूड सेफ्टी और स्टैंडर्ड एक्ट, 2006 के तहत काम करती है। अगर आप फूड और सेफ्टी से जुड़ी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल जरूर पढ़ें क्योंकि इसमें हम जानेंगे कि क्या है एफएसएसएआई, फूड लाइसेंस क्या होता है, फूड लाइसेंस रजिस्ट्रेशन कैसे होता है,  एफएसएसएआई के मुख्य काम क्या हैं, एफएसएसएआई कैसे काम करता है? इससे जुड़ी सारी जानकारी नीचे दी गई है।

फूड सेफ्टी और स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी FSSAI (FSSAI kya hai in Hindi)

एफएसएसएआई या फिर फूड सेफ्टी और स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया भारत की एक ऑटोनोमस स्टैच्यूटरी बॉडी है जो देश में फूड की सुरक्षा और स्टैंडर्ड को मेनटेन करने का काम करती है। भारत में फूड हाइजीन और क्वालिटी को बनाए रखने के लिए और इसे मॉनिटर करने के लिए 2008 में एफएसएसएआई को शुरू किया गया। यह 2011 से फंक्शन करने के लिए तैयार हो गई थी और तब से ही सभी खान पान की चीजों की सुरक्षा के लिए यह संस्था ही जिम्मेदार है। एफएसएसएआई का हेड ऑफिस दिल्ली में है। इसके और भी 6 क्षेत्रीय ऑफिस हैं जोकि दिल्ली, गुवाहाटी , मुंबई, कोलकाता, कोचीन, चेन्नई आदि शामिल हैं। यह संस्था एफएसएस एक्ट 2006 द्वारा सेट की गई थी।

क्या है एफएसएसएआई एक्ट 2006 (ACT 2006)

इस एक्ट में ऐसे नियमो का तैयार होना शामिल था जो भारत में खाने पीने के मामले से जुड़े हुए हैं। इसमें खाने पीने की चीजों पर साइंस आधारित स्टैंडर्ड लगाने जरूरी थे। इस एक्ट में खान पान की चीजों का मैन्युफैक्चर, स्टोरेज, डिस्ट्रीब्यूशन, सेल, आयत और यह मानव उपभोग के लिए सुरक्षित है या नहीं इन चीजों की पुष्टि करने का भी जिम्मा है ।

एफएसएसएआई के घटक (FSSAI Composition and What is FSSAI)

अगर शुरू से इस संस्था के बोर्ड मेंबर की बात करें तो इसके निम्न घटक हैं : 

  • चेयरमैन जोकि केंद्रीय सरकार द्वारा अप्वाइंट किया जाता है।
  • इसके अलावा 22 अन्य सदस्य जिनमें से एक तिहाई महिलाएं होनी चाहिए।
  • इनके अलावा भी रिसर्च और फूड क्वालिटी को टेस्ट करने के लिए वैज्ञानिकों की टीम, अन्य स्पेशल बैक ग्राउंड  की अलग कमेटी।

एफएसएसएआई के फंक्शन (fssai kya hai)

रूल्स और गाइडलाइंस बनाना 

एफएसएसएआई का मुख्य काम होता है ऐसे नियम और दिशा निर्देशों को बनाना जिस का पालन हर फूड मैन्युफैक्चर करने वाली कंपनी को करना होगा। इन कंपनी को फूड हाइजीन भी बना कर रखना होगा।

फूड लाइसेंस प्रदान करना (LICENCE GRANTING)

किसी भी खाने से जुड़े बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको एफएसएसएआई से सर्टिफिकेट और लाइसेंस की अनुमति प्राप्त करनी होगी।

फूड के स्टैंडर्ड को टेस्ट करना (FOOD STANDARD TEST)

हर कंपनी जोकि एफएसएसएआई के अंतर्गत रजिस्टर है, के फूड के स्टैंडर्ड और क्वालिटी को टेस्ट करने का काम भी एफएसएसएआई का ही है।

नियमित रूप से ऑडिट करना (AUDIT REGULARLY)

फूड प्रोड्यूसर और मैन्युफैक्चर कंपनी की सही ढंग से जांच करना और यह पता करना कि वह सारे स्टैंडर्ड का पालन कर भी रहे हैं या नहीं भी एफएसएसएआई के कामों में ही शामिल है।

फूड सुरक्षा से जुड़ी जागरूकता फैलाना (SPREADING AWARENESS)

यह भी एफएसएसएआई का ही काम है कि देश के लोगों तक खान पान से जुड़ी जानकारी पहुंचाएं ताकि वह सही प्रकार के भोजन का ही सेवन कर सकें।

रिकॉर्ड और डेटा को मेंटेन करना (MAINTAIN RECORD AND DATA)

सभी रजिस्टर हुई ऑर्गेनाइजेशन के डेटा और रिकॉर्ड को बनाए रखने का काम भी एफएसएसएआई ही करती है। अगर किसी नियम का कोई कंपनी पालन नहीं करती है तो उनका लाइसेंस रद्द किया जा सकता है।

सरकार को अपडेटेड रखना (GOVERNMENT UPDATE)

अगर खाने की सुरक्षा से जुड़ी कोई समस्या या कोई बड़ा खतरा आने वाला है तो सरकार को इसके बारे में जानकारी प्रदान करना भी इसी संस्था का काम होता है ताकि सरकार खाद्य पदार्थों से जुड़ी और नई पॉलिसी बना सके।

एफएसएसएआई द्वारा शुरू की गई कुछ आवश्यक पहल (INITIATIVE TAKEN BY FSSAI)

ईट राइट इंडिया (Eat Right INDIA)

इसका उद्देश्य सभी को फूड प्रदान करना ही नहीं बल्कि सभी के फूड की क्वालिटी बनाए रखना है। इसलिए इस पॉलिसी में हर नागरिक को अच्छी गुणवत्ता वाला खाना मिल सकता है।

साफ सुथरा स्ट्रीट फूड (clean street food)

 इसमें स्ट्रीट फूड बनाने वाले लोगों को भी जागरूक किया जाता है और अगर वह नियमों का उलंघन करते हैं तो उसकी सजा के बारे में भी बताया जाता है। इससे स्ट्रीट फूड वेंडर की सोशल और इकोनॉमिक जीवन में वृद्धि देखने को मिलेगी।

डाइट फॉर लाइफ (diet for life)

मेटाबॉलिक डिसऑर्डर से जुड़ी जानकारी और जागरूकता फैलाने के लिए एफएसएसएआई ने यह पहल उठाई।

सेव फूड, शेयर फूड, शेयर जॉय (save food share food share joy)

लोगों द्वारा फूड बर्बाद करने से रोकने के लिए और उस खाने को शेयर करने से जुड़ी जागरूकता फैलाने के लिए यह कदम उठाया गया ताकि जरूरतमंदों को भी इसका लाभ मिल सके और खाने को बर्बाद करने से बचाया जा सके।

एफएसएसएआई की चुनौतियां (Challenges before FSSAI)

एफएसएसएआई का काम काफी चुनौतियों से भरा हुआ है और इसमें निम्न चैलेंज देखने को मिल सकते हैं : 

  • इस ऑर्गेनाइजेशन द्वारा फूड की गुणवत्ता चेक करने के लिए प्रॉपर लैब आदि का प्रबंध होना चाहिए।
  • बने हुए खाने के स्टैंडर्ड चेक करने के लिए क्वालिफाइड मैन पावर का न होना भी एक बड़ी चुनौती है।
  • अंतर्राष्ट्रीय स्टैंडर्ड द्वारा नियम और शर्तों का री इवेल्यूएट करना भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
  • नई और अपडेटेड तकनीकों को प्रयोग में लाने के लिए फंड जमा करना।
  • हर फूड मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस को प्रॉपर लाइसेंस प्रदान करना भी किसी चुनौती से कम नहीं है।

फूड लाइसेंस क्या होता है (FSSAI Food licence)

FSSAI लाइसेंस को ‘फूड लाइसेंस’ के नाम से भी जाना जाता है। यह लाइसेंस किसी भी फ़ूड रिलेटेड बिज़नेस को भारत में चलाने के लिए जरूरी है क्योंकि ये लाइसेंस प्रमाणित करता है कि आप जो फ़ूड प्रोडक्ट बनाते या बेचते है वो भारत सरकार द्वारा निर्धारित किए गए फूड स्टैंडर्ड को सुनिश्चित करता है या नहीं।

फूड लाइसेंस रजिस्ट्रेशन कैसे करें

सबे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। वेबसाइट खोलने के बाद ‘ऑनलाइन पंजीकरण’ पर क्लिक करें और आपको एक नए पेज पर रीडायरेक्ट किया जाएगा। इसके बाद घोषणा स्वीकार करें, राज्य का चयन करें और फिर व्यवसाय का। फिर आपको अपने खाद्य पदार्थ के अनुसार वेबसाइट पर दी गई सूची में से उत्पाद का चयन करना होगा। 

सही विवरण चुनने के बाद आपको अपने टर्नओवर प्रकार के आधार पर फॉर्म भरना होगा। उदाहरण के लिए- फॉर्म ए का उपयोग एफएसएसएआई में मूल पंजीकरण के लिए किया जाता है।

फॉर्म भरने के बाद आपको शुल्क का भुगतान करना होगा और अपना आवेदन जमा करना होगा। प्रत्येक राज्य विभाग के लिए शुल्क का भुगतान अलग है लेकिन ज्यादातर मामलों में, यह विभाग में डीडी या नकदी भुगतान द्वारा किया जाता है। आवेदन जमा होने के बाद लाइसेंस प्राप्त करने में 45-60 दिन लगते हैं। इस बीच, सरकार आपके आवेदन को उन संशोधनों के लिए वापस भेज सकती है जिन्हें 15 दिनों के भीतर जवाब देना होगा अन्यथा आपका आवेदन अस्वीकार कर दिया जाएगा।

एफएसएसएआई लाइसेंस के लिए ज़रूरी दस्तावेज  (Documents required for FSSAI licence)

  • आवेदक का पासपोर्ट आकार फोटो
  • मतदाता पहचान पत्र जैसे पहचान पत्र, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस इत्यादि
  • पता प्रमाण – स्वामित्व अगर किराए पर या बिजली बिल किराए पर समझौते
  • मनोनीत व्यक्ति के नाम और पते के साथ प्राधिकरण पत्र
  • घोषणापत्र
  • निर्मित होने के लिए वांछित खाद्य श्रेणी की सूची
  • लेआउट योजनाएं और माप इत्यादि
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