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कैंसिल चेक क्या होता है? कैंसल चेक कैसे बनाया जाता है? जाने

by
admin
Posted on
Feb 13, 2024
कैंसिल चेक

कैंसिल चेक क्या होता है

चाहे इंटरनेट बैंकिंग ने हमारी बैंकिंग सुविधाओं को कितना भी आसान कर दिया हो लेकिन कई जगहों पर आज भी हमें कैंसिल चेक का उपयोग करने की जरूरत पड़ती है। 

ज्यादातर आपने देखा होगा कि बैंक या वित्तीय संस्थान कैंसिल चेक की मांग करते हैं। कैंसिल चेक की मांगी इसीलिए की जाती है क्योंकि इसके द्वारा आपके बैंक की जानकारी की पुष्टि करना आसान हो जाता है। इसीलिए यह चेक कई जगहों पर एक वैध बैंक अकाउंट के सबूत के तौर पर जमा किए जाते हैं।

क्या आप जानते हैं कि कैंसिल चेक का महत्व क्या है और इसकी किस जगह पर जरूरत पड़ती है? अगर नहीं तो आप इस लेख के माध्यम से यह जान पाएंगे कि कैंसिल चेक कैसा होता है और इसकी जरूरत किस जगह पर पड़ती है। इसीलिए इस लेख को अंत तक पढ़ें।

कैंसिल चेक क्या होता है

कैंसिल चेक एक तरह का क्रॉस चेक होता है जिस पर कि दो समानांतर लाइन होती है और उन समानांतर लाइनों के बीच में कैंसिल शब्द लिखा होता है। यह कैंसिल शब्द इसीलिए लिखा जाता है ताकि कोई भी आपका चेक का उपयोग गैर कानूनी रूप से अपने वित्तीय लेनदेन में उपयोग न करें।

लेकिन फिर भी आपको यह जानकर निश्चिंत नहीं हो जाना चाहिए कि आपके कैंसिल चेक का कहीं भी गैर कानूनी रूप से उपयोग नहीं किया जाएगा। कैंसिल चेक में कई तरह की संवेदनशील जानकारी होती है जैसे बैंक अकाउंट नंबर, खाताधारक का नाम, चेक नंबर, एमआईसीआर कोड और आईएफएससी कोड जिसको कोई भी हैकर या ग़लत व्यक्ति चुरा कर उसका गलत तरीके से उपयोग कर सकता है। इसीलिए यह जरूरी है कि आप जहां भी कैंसिल चेक का उपयोग कर रहे हैं उस जगह बहुत संभाल करके इसका उपयोग करें।

कैंसिल चेक कैसे बनाएं

जब आप किसी बैंक या फिर गैर वित्तीय संस्थान में कैंसिल चेक को जमा करना चाहते हैं तो आपको कुछ दिशा निर्देशों का पालन करना होगा। इसीलिए नीचे दिए गए बिंदुओं को ध्यान से पढ़ें:

  • एक नया चेक लें और उस पर कोई भी जानकारी नहीं डालें।
  • कैंसिल चेक पर हस्ताक्षर नहीं किए जाते।
  • उस चेक पर केवल दो समानांतर लाइन खींचें।
  • उन दोनों समानांतर लाइनों के बीच में कैंसल्ड शब्द अंग्रेजी के कैपिटल लेटर्स में लिखें।
  • जब आप उन दो समानांतर लाइनों को खींचे तब यह ध्यान रखें कि वह लाइन चेक पर दी गई किसी भी जानकारी के ऊपर ना आएं क्योंकि आप जहां भी इस चैक का उपयोग करने जा रहे हैं उसका उद्देश्य आपका चेक पर लिखे हुए अकाउंट नंबर, आईएफएससी कोड, खाताधारक का नाम, बैंक का नाम, बैंक का पता या एमआईसीआर कोड जानना है।

कैंसल्ड चेक की जरूरत कब पड़ती है

कैंसल की जरूरत कई कारणों से पड़ती है। नीचे दिए हुए कारणों को समझें:

  • केवाईसी के लिए

केवाईसी की जरूरत स्टॉक मार्केट, म्युचुअल फंड या फिर किसी अन्य फाइनेंशियल स्कीम में निवेश करते समय पड़ती है। यह बाकी अन्य पहचान पत्र, पता प्रमाण पत्र आदि कागजों की तरह जरूरी होता है। यह संस्थाएं इस चेक को इसीलिए मांगती है क्योंकि यह चेक आपको उसे बैंक का खाता धारक दर्शाता है और साथ ही वह इसके द्वारा आपके बैंक की जरूरी जानकारियां इकट्ठा कर लेती हैं। इस तरीके से वित्तीय संस्थाएं आपके द्वारा दी गई बैंक की जानकारी को भी वेरीफाई करती हैं।

  • इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरेंस सर्विस 

 इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरेंस सर्विस का इस्तेमाल अपने बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करने के किए जाता है। क्या आप भी इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरेंस सर्विस का उपयोग करना चाहते हैं ? अगर हां तो आपको अपनी बैंक में एक कैंसिल चेक देना पड़ेगा। यह एक आवश्यक कागजात है जो कि बैंक आपके बैंक अकाउंट पर ECS सुविधा को शुरू करने के लिए मांगती है। इसके जरिए आप अपने बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में फंड आसानी से ट्रांसफर कर पाएंगे।

  • EMI के लिए

अगर अगर आप अपने लोन की रकम EMI के द्वारा चुकाना चाहते हैं तो आपकी बैंक या गैर बैंकिंग वित्तीय संस्था आपसे एक कैंसिल चेक मांगेगा। यह एक जरूरी कागजात है जो कि आपकी EMI रिक्वेस्ट को मंजूरी देगा । इसके जरिए आपकी लोन प्रदान करने वाली संस्था आपके बैंक अकाउंट को वेरीफाई करती है। वह संस्था आपके बैंक अकाउंट से ईएमआई की रकम हर महीने खुद ही काट सकती है।

  • डीमैट अकाउंट

अगर आप शेयर बाजार में खरीदारी करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ेगी। डीमैट अकाउंट आपकी एक रिक्वेस्ट पर नहीं खुलता है। इसके लिए आपको एक एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा और उसके साथ ही कुछ जरूरी कागजात जैसे पहचान पत्र और पता प्रमाण पत्र लगाने होंगे। इसके अतिरिक्त आपको एक कैंसिल चेक भी देना पड़ेगा। यह सारे कागजात आपके स्टॉक ब्रोकरेज कंपनी को भेज दिए जाएंगे। फिर उसके बाद आपका डिमैट अकाउंट आप की सेविंग बैंक अकाउंट से लिंक हो जाएगा और जब कभी भी आप अपने अकाउंट से सेविंग अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करना चाहेंगे तो बहुत सुविधाजनक तरीके से आपका पैसा ट्रांसफर हो जाएगा।

  • कर्मचारी भविष्य निधि पाने के लिए

अगर आपके इपीएफ अकाउंट की एक्सपायरी डेट आ चुकी है और आप अपनी राशि को पाना चाहते हैं तो आपको अपनी संस्था में न केवल एक फॉर्म भरना होगा बल्कि उसके साथ ही एक कैंसिल चेक भी देना होगा यह कैंसिल चेक आपकी संस्था इसीलिए मांगती है ताकि वह कैंसिल चेक के द्वारा आपके बैंक अकाउंट में सीधे आपकी जमा पूंजी को पहुंच सके।

  • बीमा पॉलिसी

अगर आपको स्वास्थ्य बीमा या जीवन बीमा की पॉलिसी लेनी है तो आप को अपनी बीमा कंपनी को एक कैंसिल चेक देना होगा। कई सारी बीमा कंपनियां ऐसी हैं जो कि अपने ग्राहक के बचत खाते में से सीधे ही अपने ग्राहकों की बीमा पॉलिसी की प्रीमियम को समय-समय पर काटती रहती हैं । 

  • उधार लेने के समय

हम सभी लोन लेते हैं अपने कई तरीके के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए। हमें शिक्षा के लिए लोन चाहिए होता है , कभी शादी के लिए, कभी घर के लिए और फिर कई बार हम ऐसे ही एक पर्सनल लोन चाहते हैं। इस समय कोई भी ऐसी सरकारी या गैर सरकारी संस्था नहीं है जो कि अपने ग्राहक को कैश में लोन प्रदान करती हो जब भी आप लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो लोन देने वाली संस्था सीधे ही आपके बैंक अकाउंट में लोन की रकम को ट्रांसफर कर देती है‌। आपसे कैंसिल चेक इसीलिए मांगा जाता है ताकि आपके अकाउंट में राशि आसानी से पहुंच सके कैंसिल चेक हमेशा से ही एक त्रुटि रहित मनी ट्रांसफर को संभव बनाता है।

  • बैंक अकाउंट खोलते समय

कैंसिल चेक बैंक अकाउंट खोलते समय एक प्रूफ के तौर पर काम करता है।  ऐसी कई मौके आते हैं जब आप अपने बैंक अकाउंट की जानकारी को वेरीफाई करने के लिए कैंसिल चेक को जमा करवाते हैं।

कैंसिल चेक जारी करते समय कुछ बातों का ध्यान रखें

चेक हमेशा से ही एक व्यक्ति की गोपनीय जानकारियां को निहित रखता है। ऐसे में अगर साधारण चेक या कैंसिल चेक किसी भी गलत व्यक्ति के हाथों में पड़ जाए तो यह एक बहुत खतरनाक चीज साबित हो सकती है। जब भी आप कभी कैंसिल चेक जारी करें तो नीचे दी गई बातों का ध्यान रखें:

  • कैंसिल चेक पर कभी भी हस्ताक्षर न करें। अगर कोई भी आपसे कैंसिल चेक पर हस्ताक्षर करने के लिए कहे तो आप उसे मना कर दें।
  • कैंसिल चेक करते समय कभी भी आपकी लाइन किसी चेक बैंक के द्वारा प्रदान की गई जानकारी पर ना आए।
  • कैंसिल चेक को कभी भी किसी अनाधिकृत व्यक्ति को ना दे क्योंकि कई बार इसका भी दुरुपयोग हो सकता है।
  • कैंसिल चेक में दिए गए एमआईसीआर कोड और आईएफएससी कोड एक ऐसी गुप्त जानकारियां हैं जिनको कोई भी गलत व्यक्ति दुरुपयोग कर सकता है।
  • अगर आप किसी से अपने बैंक अकाउंट में फंड ट्रांसफर करवाना चाहते हैं और वह व्यक्ति एक अधिकृत व्यक्ति है तो आप कैंसिल चेक देना ना भूले। इससे मनी ट्रांसफर में कोई भी गलती नहीं होगी।
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