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लोन क्या है और कितने प्रकार के होते हैं

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admin
Posted on
May 17, 2024
लोन के प्रकार

कोई भी व्यक्ति इस महंगाई के दौर में अपने बचत खाते पर निर्भर नहीं रह सकता है। वह इससे सारे खर्चे नहीं उठा सकता है। कुछ महत्वपूर्ण खर्चे ऐसे होते हैं जिनके लिए व्यक्ति को ढेर सारे पैसों की जरूरत होती है। इन पैसों की पूर्ति बचत खाते के फंड से नहीं की जा सकती है। कुछ परिस्थितियों में व्यक्ति को ना चाहते हुए भी लोन लेना पड़ता है। 

इन वित्तीय आपात परिस्थितियों को ध्यान में रखकर कई सारी ऐसी सरकारी और प्राइवेट  वित्तीय कंपनियां हैं जो कि आसान शर्तों पर और कम ब्याज दर पर ग्राहकों को लोन मुहैया करवाती हैं। उधारकर्ता को लोन की राशि एक निश्चित समय के लिए दी जाती है। उस निश्चित समय के उपरांत उधारकर्ता को लोन की राशि को ब्याज सहित ऋणदाता को चुका देना पड़ता है।

लेकिन लोन लेने से पहले यह ध्यान देना जरूरी है कि आप किस तरीके का लोन ले रहे हैं। भारत में कई तरह के लोन दिए जाते हैं। विभिन्न प्रकार के लोन अलग-अलग परिस्थितियों को ध्यान में रखकर उधारकर्ता के हित में दिए जाते हैं। इन सभी के नियम और शर्तें भी अलग-अलग होते हैं।

इस लेख में आप जानेंगे कि लोन क्या है और लोन कितने प्रकार के होते हैं। साथ ही आप यह भी जान पाएंगे कि एमएसएमई लोन क्या होता है और उसको कैसे प्राप्त किया जाता है।

1. अवधि लोन

अवधि लोन के अंतर्गत ऋणदाता कंपनी या संगठन उधारकर्ता को एक निश्चित राशि, एक निश्चित समय और एक निश्चित ब्याज दर पर देती है। उधारकर्ता अगर चाहे तो उस लोन को रेगुलर किस्तों के द्वारा भी जमा कर ऋणदाता को वापस कर सकता है।

अवधि लोन को पर्सनल लोन भी कहा जाता है। इस तरीके के लोन को ब्याज दरों और लोन की अवधि के आधार पर लोन के प्रकार को वर्गीकृत किया जा सकता है।

1.1 ब्याज दर के आधार पर अवधि लोन के प्रकार

1.1.1 फिक्स्ड रेट

फिक्स्ड रेट पर्सनल लोन लोन की अवधि तक एक जैसे रहते हैं चाहे बैंक रेपो रेट में कितना भी अंतर कर दे। फिक्स्ड रेट लोन की ब्याज दर फ्लोटिंग लोन की ब्याज दरों से ज्यादा होती है। फिक्स्ड रेट लोन को अगर आप फ्लोटिंग रेट लोन से तुलना करेंगे तो आप पाएंगे कि फिक्स्ड रेट लोन ज्यादा विश्वसनीय होते हैं क्योंकि बैंक की ब्याज दरें भले ही कितनी भी परिवर्तित हो जाएं ई एम आई पर इसका कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता है।

1.1.2 फ्लोटिंग रेट

जो पर्सनल लोन फ्लोटिंग रेट के आधार पर लिए जाते हैं उन में समय-समय पर बदलाव आता रहता है। जैसे ही रिजर्व बैंक रेपो रेट बैंक को घटा या बढ़ा देती है वैसे ही पर्सनल लोन की फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट में भी बदलाव आ जाता है। यह तथ्य फ्लोटिंग रेट पर्सनल लोन को फिक्स्ड रेट पर्सनल लोन की तुलना में कम पसंदीदा विकल्प बनाता है।

1.2 लोन की अवधि के आधार पर

1.2.1  शॉर्ट टर्म लोन

अगर आपकी सरकारी या गैर सरकारी वित्तीय ऋण दाता संस्था आपको ऐसा लोन देती है जिसकी अवधि 1 साल या उससे कम है तो इसका मतलब यह है कि आप शॉर्ट टर्म लोन ले रहे हैं । शॉर्ट टर्म लोन की ब्याज दरें तो कम रहती हैं लेकिन ई एम आई काफी ज्यादा होती है। यह विकल्प उन उधारकर्ताओं के लिए सर्वश्रेष्ठ है जो कि कम लोन की राशि को प्राप्त करना चाहते हैं और कम समय में ही उसे लोन की राशि को चुकाने में सक्षम हैं ।आज के समय में लोन पाना काफी आसान है क्योंकि आपकी ऋणदाता कंपनी आपका लोन सीधे ही आपके बैंक खाते में पहुंचा देती है।

1.2.2 लॉन्ग टर्म लोन

लॉन्ग टर्म पर्सनल लोन को 1 साल से ज्यादा की अवधि के लिए दिया जाता है क्योंकि इसकी अवधि ज्यादा होती है इसीलिए उधारकर्ता इस‌ प्रकार के लोन को कम ई एम आई पर ही चुका सकता है। लंबी लंबी अवधि के लोन के कारण और कम ईएमआई के कारण लोग इसकी ई एम आई को बिना किसी रुकावट के चुका देते हैं। इसका एक तथ्य यह भी है कि इसकी ब्याज दर ऊंची होती है।

2. सुरक्षित लोन

सुरक्षित लोन को उधार ली गई राशि के बराबर कॉलेटरल के द्वारा सुरक्षित किया जाता है। इसमें कॉलेटरल के रूप में मकान, कार, बांड, और स्टॉक रखे जाते हैं। सुरक्षित लोन एक सबसे आसान तरीका है जिससे कि बहुत सारी राशि को उधार लिया जा सकता है। ऋणदाता आपको एक बहुत बड़ी रकम लोन पर इस इस भरोसे के साथ देता है कि आप उसका लोन चुका देंगे। अगर आप लोन चुकाने में सफल नहीं हो पाते हैं तो जो भी चीज आपने गिरवी रखी है उसे ऋणदाता कंपनी जब्त कर लेगी। इस लोन की सबसे अच्छी बात है कि इसकी ब्याज दर असुरक्षित लोन के मुकाबले कम होती है।

सुरक्षित लोन की विशेषताएं

  • कम ब्याज दर
  • लोन चुकाने की लंबी अवधि
  • ज्यादा से ज्यादा लोन की राशि पाने की संभावना
  • कई कागजी कार्रवाई होने की वजह से लोन मिलने में देरी लगती है।

2.1 गोल्ड लोन

सोना हमेशा से ही एक सबसे ज्यादा बहुमूल्य और विश्वसनीय संपत्ति मानी जाती है।  अगर आप गोल्ड लोन लेने जा रहे हैं तो आपको अपने सोने के आभूषण या सोने के सिक्के गिरवी रखने होंगे। अगर किसी कारण से आप लोन को समय पर नहीं चुका पाते हैं तो आपकी वित्तीय संस्था आपके सोने के आभूषण या सोने के सिक्कों को जब्त कर लेगी।

2.2 बिजनेस लोन

अगर आप बिजनेस लोन सुरक्षित लोन के जरिए लेना चाहते हैं तो आपको इसके लिए अपने स्टॉक, प्रॉपर्टी, जीवन बीमा पॉलिसी, और बॉन्ड गिरवी रखने होंगे। सुरक्षित बिजनेस लोन अभी के लिए प्राप्त किया जा सकता है। ऋणदाता कंपनी को इस बात से मतलब नहीं है कि आपको बिजनेस में मुनाफा हुआ या नहीं। आपको अपना बिजनेस लोन ठीक समय पर चुकाना होगा। अगर आप बिजनेस लोन चुकाने में असमर्थ हैं तो आपकी ऋणदाता संस्था आपके जमा किए हुए कागजों को बेचकर अपनी लोन की राशि ब्याज सहित वसूल कर लेगी।

2.3 संपत्ति पर लोन लेना

आवश्यक लोन प्राप्त करने के लिए आप किसी भी वाणिज्यिक या आवासीय संपत्ति को गिरवी रख सकते हैं। आपको केवल आपकी संपत्ति के मूल्य के एक विशेष प्रतिशत के बराबर ही लोन की रकम प्राप्त होगी। अगर आप अपने लोन की राशि को ब्याज सहित नहीं चुका पाएंगे तो आपकी ऋणदाता कंपनी आपकी गिरवी रखी हुई संपत्ति को नीलम करके अपने लोन की राशि ब्याज सहित वसूल कर लेगी।

2.4 होम लोन

होम लोन हमेशा से ही लोगों को आकर्षित करता रहा है क्योंकि इससे लोग अपने नए घर लेने का सपना या फिर किसी प्लाट को खरीदने का सपना पूरा कर सकते हैं । अगर आप चाहें तो आप भी होम लोन ले सकते हैं और अपने घर बनाने का सपना पूरा कर सकते हैं । यह लोन बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के द्वारा दिया जाता है। अगर आप अपने मौजूदा घर में नवीकरण करवाना चाहते हैं तो वह भी आप होम लोन की मदद से कर सकते हैं।

3. असुरक्षित लोन

असुरक्षित लोन लेते समय आपको किसी भी वस्तु को गिरवी रखने की जरूरत नहीं है और इसके अंतर्गत आप क्रेडिट कार्ड पर लोन, विद्यार्थी लोन, और पर्सनल लोन प्राप्त कर सकते हैं । इस तरीके के लोन को देते समय ऋणदाता को बहुत बड़ा जोखिम उठाना पड़ता है क्योंकि उसके पास कोई भी ऐसी संपत्ति नहीं होती है जिसके द्वारा वह उस लोन की राशि को रिकवर कर सके। यही कारण है कि सुरक्षित लोन की ब्याज दर हमेशा ऊंची रहती है। लोन की राशि देते समय वह निम्नलिखित बिंदुओं पर निरीक्षण करता है:

  • आपका क्रेडिट स्कोर कैसा है ?अगर आपका क्रेडिट स्कोर कम है तो आपको असुरक्षित लोन मिलने की संभावना भी बहुत कम है।
  • आपका व्यवसाय या रोजगार क्या है?
  • आपकी कितनी आय है और क्या आपके ऊपर अभी कोई कर्ज बकाया है?
  • आपके बचत खाते में कितनी रकम मौजूद है?
  • आपने कोई निवेश किया हुआ है क्या?
  • आप किन शर्तों पर लोन पाना चाहते हैं?

असुरक्षित लोन की विशेषताएं

  • असुरक्षित लोन की ब्याज दर सुरक्षित लोन के मुकाबले ज्यादा होती है।
  • उधार मिलने वाली रकम सीमित होती है क्योंकि इसमें किसी भी तरह की संपत्ति को गिरवी नहीं रखा जाता है।
  • आपको लोन 5 से 7 वर्ष के अंतराल में ही चुका देना पड़ता है
  • लोन जल्दी मिल जाता है।

3.1 पर्सनल लोन

पर्सनल लोन को कई तरह के उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जा सकता है। नियम व शर्तें, ब्याज दर यह सब हर संस्था के अपने अलग होते हैं।

3.2 शिक्षा लोन

क्या आप उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने का सपना रखते हैं या फिर क्या आप अपने देश में ही कोई ऐसा कोर्स करना चाहते हैं जो कि बहुत महंगा है? चाहे जो कुछ भी हो लेकिन यह बात तो सच है कि आज के जमाने में शिक्षा काफी महंगी हो चुकी है । अगर आपके पास सही फंडिंग है तो आप उच्च शिक्षा को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

शिक्षा लोन पाने के लिए पात्रता
  • आपको भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • आपकी उम्र 16 से 35 साल के बीच में होनी चाहिए।
  • आपने 10 + 2 की परीक्षा को उत्तीर्ण कर लिया हो।
  • आपका एकेडमिक रिकॉर्ड अच्छा हो।

ऋणदाता संस्थान शिक्षा लोन को आपके एंट्रेंस एग्जाम के रिजल्ट, 12th एग्जाम के रिजल्ट, आपके प्रवेश पत्र के आधार पर प्रदान कर देती है।

3.3 एमएसएमई लोन 

एमएसएमई लोन लघु और मध्यम उद्योगों को दिया जाता है। फ्लेक्सी फंड एक ऐसी संस्था है जो कि छोटे उद्यमियों को बहुत आसानी से बिजनेस लोन उपलब्ध करवा देती है। इसके लिए आपको किसी भी प्रकार की संपत्ति को गिरवी रखना जरूरी नहीं है। साथ ही आप कम ब्याज दर पर भी अपना लोन प्राप्त कर सकते हैं।

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