कम इंटरेस्ट रेट (ब्याज दर) पर बिजनेस लोन कैसे मिल सकता है? जानिए
Dec 07, 2021
क्या होता है बिज़नेस लोन?
बिज़नेस लोन दरअसल वो लोन होते हैं, जो लोन हम अपने बिज़नेस की बढ़ोतरी या नए बिज़नेस स्टार्टअप (loans for new business) के लिए लेते हैं। बिज़नेस लोन किसी व्यापारी के बिज़नेस में बढ़ोतरी के लिए या व्यापार की अन्य ज़रूरतों के लिए मददगार साबित हो सकता है। बिज़नेस लोन दो तरह के होते हैं, सिक्योर्ड और अन-सिक्योर्ड लोन। सिक्योर्ड लोन लेने के लिए, एप्लिकेंट बैंक के पास कोई सिक्योरिटी या कोई गारंटी को गिवरी रखता है। जबकि, अन-सिक्योर्ड लोन लेने के लिए कोई सिक्योरिटी या गारंटी देने की ज़रूरत नहीं पड़ती है। आप बिज़नेस लोन का इस्तेमाल अपने बिज़नेस की फौरी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए भी कर सकते हैं। बिज़नेस लोन (loan for business) से आप अपने मौजूदा बिज़नेस को एक्सपैंड करने, बिजनेस के प्रॉडक्शन को बढ़ाने, बिज़नेस को ऑनलाइन करने और नई मशीनरी खरीदने के लिए क्रेडिट ले सकते हैं।
बिज़नेस लोन (business loan in india) से मिलने वाला कैश आपको अपने बिज़नेस के लिए ज़रूरी लेन-देन और समय पर पेमेंट करने की सहूलियत देता है। बिजनेस लोन की मदद से आप मुश्किल समय में भी बिना किसी परेशानी के अपना बिजनेस चला सकते हैं। आज के समय में आप ऑनलाइन बिजनेस लोन (business loans online) पा सकते हैं। अगर, आपको भी नया बिजनेस शुरू करना है या ऊपर बताए गए किसी भी ज़रूरत को पूरा करने के लिए लोन लेना चाहते हैं तो, आज ही इसे ऑनलाइन (business loans online) अप्लाई करें। इस लेख में बिजनेस लोन को लेकर आपको कई सवालों के जवाब मिल जाएंगे। जैसे:
बिज़नेस लोन के फ़ायदे जानें और अप्लाई करें
बिज़नेस लोन की मदद से कारोबारी अपने बिज़नेस की ज़रुरतों को आसानी से पूरी कर सकते हैं। बैंक या किसी फ़ाइनेंशियल कंपनी से बिज़नेस लोन लेकर आप अपने मौजूदा बिज़नेस का एक्सपैंड करन सकते हैं, अपने मौजूद बिजनेस के प्रॉडक्शन को बढ़ा सकते हैं, अपने मौजूद बिज़नेस को ऑनलाइन कर सकते हैं या फिर बिजनेस से जुड़ी नई मशीनरी भी खरीद सकते हैं। बिज़नेस लोन से मिलने वाला कैश आपको अपने बिज़नेस के लिए ज़रूरी लेन-देन और समय पर पेमेंट करने की सहूलियत देता है।
- बिजनेस लोन से अलग-अलग तरह की बिज़नेस संबंधी ज़रूरतों को पूरा करें: बिजनेस लोन का इस्तेमाल बिजनेस में पड़ने वाली कई तरह की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए किया जा सकता है। अन-सिक्योर्ड बिज़नेस लोन लेने लिए आपको कुछ गिरवी रखने की या किसी भी तरह की गारंटी देने की ज़रूरत भी नही पड़ती।
- बिजनेस लोन में पाएं आसान और सुविधाजनक रीपेमेंट ऑप्शन: आज के समय में बिज़नेस लोन लेने पर, उसका रीपेमेंट करने के लिए कई आसान और सुविधाजनक रीपेमेंट ऑप्शन उपलब्ध हैं। बिजनेस लोन (buniness loan) में आप रुपए लौटाने की समय-सीमा अपनी सहूलियत के मुताबिक़ चुन सकते हैं। जिससे आपकी मदद ज़्यादा होती है और परेशानियां और चिंताएं कम। इसलिए, बिजनेस लोन के लिए अप्लाई करें (apply for business loan) और बिजनेस में तरक़्क़ी करें।
- कम इंटरेस्ट रेट पर पाएं बिजनेस लोन: फ्लेक्सिलोंस (FlexiLoans) जैसे कई फ़ाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन अपने ग्राहकों को कम इंटरेस्ट रेट पर लोन उपलब्ध कराते हैं। आमतौर पर बिजनेस लोन पर इंटरेस्ट रेट केवल लोन अमाउंट के आधार पर निर्धारित नहीं किया जाता है, बल्कि इसके लिए कई फैक्टर जैसे कि लोन कितने समय के लिए लिया जा रहा है, कंपनी की फ़ाइनेंशियल स्थिति क्या, बिजनेस किस तरह का है और लोन एप्लिकेंट की लोन चुकाने की क्षमता और उसकी पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री को ध्यान में रखा जाता है। ऐसे में अगर आप सारी एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करते हैं, तो आप एक किफ़ायती इंटरेस्ट रेट पर लोन पा सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी तरफ से कुछ ऑनलाइन और ऑफ़लाइन रिसर्च भी कर लेनी चाहिए कि कौन सी बैंक या कंपनी के बिजनेस लोन पर ब्याज दर कम है। साथ ही उसका एलिजिबिलिटि क्राइटेरिया क्या है और उसे पूरा करने के लिए आपको क्या करना चाहिए।
भारत मे बिज़नेस लोन कैसे पाएं?
आप अपना नया बिज़नेस शुरू करने, अपने बिज़नेस को बढ़ाने और बिज़नेस की कई दूसरी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए बैंक और नॉन-बैंकिंग फ़ाइनेंस कंपनी (NBFC) से बिज़नेस लोन ले सकते हैं।
भारत में बिजनेस लोन (business loan in India) ज़्यादातर बैंक/NBFC अन-सिक्योर्ड बिज़नेस लोन ही ऑफर करते हैं, जैसे कि टर्म लोन, वर्किंग- कैपिटल लोन, सरकारी योजनाओं के अंतर्गत लोन, ओवरड्राफ्ट वग़ैरह। कुछ बैंक सिक्योर्ड लोन भी देते हैं, जैसे लैटर ऑफ़ क्रेडिट, बिल डिस्काउंटिंग, इक्विपमेंट फ़ाइनेंस, POS लोन वग़ैरह।
इसके अलावा भारत की केंद्र सरकार की तरफ से भी ऐसी कई योजनाएं (मुद्रा योजना, स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया स्कीम, मेक इन इंडिया स्कीम वग़ैरह) चल रही हैं, जिनके जरिए कम इंटरेस्ट रेट पर बिज़नेस लोन मिल सकता है।
FlexiLoans से पाएं कम इंटरेस्ट रेट पर बिज़नेस लोन
कम इंटरेस्ट रेट पर बिज़नेस लोन Flexiloans से भी लिया जा सकता है। FlexiLoans एक NBFC है जो SME (छोटे बिज़नेस) को लोन देती है, जिससे उन्हें अपने बिज़नेस से जुड़ी ज़रूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है। FlexiLoans कई तरह के लोन ऑफर करती है जैसे, Flexi टर्म लोन, Flexi वेंडर फ़ाइनेंस, Flexi लोन फॉर POS और Flexi लाइन ऑफ क्रेडिट।
FlexiLoans से ऑफर किए जा रहे बिज़नेस लोन के इंटरेस्ट रेट सालाना 16% से शुरू होते हैं।
जानें FlexiLoans के बिज़नेस लोन पर लगने वाले इंटरेस्ट रेट और उनके लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
बिज़नेस लोन | लोन अमाउंट | इंटरेस्ट रेट | एलिजिबिलिटी | पेमेंट पीरियड |
टर्म लोन | 1 करोड़ रुपए तक | 1% प्रति माह से शुरु | मिनिमम बिज़नेस एक्सपीरियंस: 1 साल मासिक बिज़नेस टर्नओवर: 2 लाख रुपए | 24 महीने तक |
Flexi – वेंडर फ़ाइनेंसिंग | 2.5 करोड़ रुपए तक | केवल वास्तविक दिनों में पूर्ण भुगतान तक | मिनिमम बिज़नेस एक्सपीरियंस: 12 महीने का इतिहास बड़े कॉर्पोरेट के सप्लायर पॉजिटिव नेट वर्थ 1 लाख रुपए तक के खरीद ऑर्डर | सुविधा अवधि: 12 महीने तक लोन (इनवॉइस के बदले) अवधि: 30-120 दिनों तक |
Flexi – लोन फॉर POS | 1 करोड़ रुपए तक | लोन संस्थान के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के मुताबिक | मिनिमम बिज़नेस एक्सपीरियंस: 1 साल | 3 महीने – 24 महीने |
Flexi लाइन ऑफ क्रेडिट | 1 करोड़ रुपए तक | सेल्स फ़िगर पर निर्भर करता है | मिनिमम बिज़नेस एक्सपीरियंस: 1 साल | 3 महीने – 24 महीने |
नोट: बताए गए इंटरेस्ट रेट, लोन प्रोसेसिंग फीस वग़ैरह केवल बैंक और आरबीआई के विवेक पर निर्भर करते हैं। ऊपर बताए गए चार्ज में जीएसटी और सर्विस टैक्ट अलग से लगाया जाएगा।
सरकारी योजनाएं जिनके ज़रिए पाया जा सकता है कम इंटरेस्ट रेट पर बिज़नेस लोन
- मुद्रा लोन: प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत माइक्रो यूनिट डेवलपमेंट एंड रिफ़ाइनेंस एजेंसी (MUDRA) लोन स्कीम भारत सरकार की एक पहल है, जो व्यक्तियों को, SME और MSME को लोन देती है। मुद्रा लोन योजना के तहत दी जाने वाली अधिकतम लोन राशि 10 लाख रुपए है। यह एक अन-सिक्योर्ड लोन है, जिसका भुगतान 3 से 5 साल के अंदर किया जा सकता है।
- स्टैंड-अप इंडिया स्कीम: स्टैंड-अप इंडिया स्कीम महिला उद्यमियों और SC/ST वर्ग के लोगों को फंड मुहैया कराती है। इस योजना के ज़रिए SC/ST आवेदकों और महिला उद्यमियों को अपना बिज़नेस शुरू करने के लिए 10 लाख से 1 करोड़ रुपए के बीच लोन मिलता है।
कम इंटरेस्ट पर बिज़नेस लोन पाने के लिए क्रेडिट स्कोर का महत्व
बिज़नेस लोन एप्लीकेशन को मंज़ूरी मिलने और लोन का इंटरेस्ट रेट के तय होने में क्रेडिट स्कोर की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। अच्छा क्रेडिट स्कोर दिखाता है कि आपका पिछला क्रेडिट रिकॉर्ड कैसा रहा है और आपने अभी तक अपने क्रेडिट कार्ड को कैसे मैनेज किया है। आमतौर पर 750 या इससे ज़्यादा क्रेडिट स्कोर को बैंक अच्छा मानते हैं। क्रेडिट स्कोर 650 या उससे कम होने पर भी NBFC, स्मॉल फ़ाइनेंस बैंक और माइक्रो फ़ाइनेंस इंस्टिट्यूट से लोन मिलने की संभावना होती है।
अलग-अलग तरह के बिज़नेस लोन, जैसे कि टर्म लोन, वर्किंग कैपिटल लोन, लैटर ऑफ़ क्रेडिट, ओवरड्राफ्ट, पीओएस लोन वग़ैरह के लिए बैंक/NBFC अलग-अलग क्रेडिट स्कोर लिमिट तय करते हैं। इस तरह, किसी बिज़नेस लोन के लिए कितना क्रेडिट स्कोर चाहिए, यह लोन के टाइप और एप्लिकेंट टाइप और उसकी क्षमता पर निर्भर करता है।
बिज़नेस लोन पाने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
- बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई कर रहे व्यक्ति की उम्र कम से कम 21 साल और अधिकतम 65 साल होनी चाहिए
- आपका बिज़नेस 1 साल या उससे ज़्यादा समय से चल रहा हो
- बिज़नेस का सालाना टर्नओवर कम से कम 12 लाख रुपए होना चाहिए
- एप्लिकेंट का क्रेडिट स्कोर 750 या उससे ज़्यादा होना चाहिए
- एप्लिकेंट का कोई पुराना लोन पेमेंट डिफ़ॉल्ट रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए
बिज़नेस लोन के लिए कौन अप्लाई कर सकता है?
- व्यक्ति, स्व-रोज़गार करने वाला, स्टार्ट-अप और MSME
- प्राइवेट और पब्लिक लिमिटेड कम्पनियां, मालिकाना अधिकार वाली कंपनी, पार्टनरशिप फ़र्म, लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप और कंस्ट्रक्शन, बिज़नेस या सर्विस सेक्टर की बड़ी कम्पनियां
- NGO, को-ऑपरेटिव सोसाइटी, ट्रस्ट, CA, डॉक्टर, आर्किटेक्ट, कंपनी सेक्रेटरी, डिज़ाइनर वग़ैरह
बिज़नेस लोन के लिए ज़रूरी डॉक्यूमेंट
- एप्लिकेंट के KYC डॉक्यूमेंट (पैन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, बिजली/पानी का बिल)
- पिछले 1 साल का बैंक स्टेटमेंट
- अन-सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट, अगर कोई है तो
- बिज़नेस इंकॉर्पोरेशन
- बैंक से मांगा जाने वाला कोई अन्य डॉक्यूमेंट