Home  >  Resources  >  Blog  >  SIDBI योजना: भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) से बिजनेस लोन कैसे प्राप्त कर सकते हैं

SIDBI योजना: भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) से बिजनेस लोन कैसे प्राप्त कर सकते हैं

by
admin
Posted on
Nov 19, 2024
SIDBI Yojana

भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी): माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइज इंडियन इकोनॉमिक में एक महत्वपूर्ण रोल अदा करती है। एंप्लॉयमेंट, इनोवेशन और इकोनामिक की ग्रोथ के लिए बिजनेस काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है। लेकिन किसी भी उद्योग के विकास के लिए उद्योग की फाइनेंसियल कंडीशन अच्छी होना जरूरी है। अगर फाइनेंसियल कंडीशन अच्छी होगी, तो उद्योग व्यवसाय से संबंधित सभी जरूरत को पूरा कर सकेंगे। स्मॉल, माइक्रो और मीडियम उघोग को व्यवसाय संचालन के लिए काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज के द्वारा बाजार का मूल्यांकन किया गया है। 

जिसमें यह जानकारी मिली है कि लगभग 56% व्यवसाय ऐसे हैं, जो पैसों की कमी के कारण अब बंद हो चुके हैं। मार्केट में उपलब्ध प्लेटफार्म ऐसे हैं, जो व्यवसाय की जरूरत को पूरा करने के लिए लोन नहीं दे पा रहे हैं। क्योंकि बिज़नेस लोन देने की प्रक्रिया काफी ज्यादा मुश्किल है और पात्रता भी काफी सख्त है। इसीलिए माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज की शुरुआत हुई है। चलिए इस पोस्ट के माध्यम से भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) के बारे से भी जानकारी विस्तार से जान लेते हैं।


भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) क्या है। What Is SIDBI 

भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी), फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन है। जिसके द्वारा एमएसएमई सेक्टर में डेवलोपिंग, प्रमोटिंग और फाइनेंस से संबंधित सभी फैसिलिटी प्रोवाइड की जाती है। भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) 2 अप्रैल 1990 को शुरू किया गया था।  जिसे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ़ इंडिया के साथ जोड़ा गया था । 

लेकिन 27 मार्च 2000 को इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ़ इंडिया और भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक अलग-अलग हो गए हैं। भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक का हेड क्वार्टर लखनऊ में है और इसके ऑफिस ऑल ओवर इंडिया में हर जगह पर है ।

भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) का उद्देश्य क्रेडिट फॉलो को मैनेज करना है और जो भी एमएसएमई के अंतर्गत डेवलपमेंट से संबंधित समस्या आ रही है, उसे सुलझाना है। ताकि हर प्रकार के बिजनेस को लाभ मिल सके। बिजनेस की Growth के लिए जो भी जरूरी है, उसे एमएसएमई के द्वारा Fulfil किया जाता हैl 

अगर एमएसएमई को कोई भी समस्या आ रही है, तो उसे भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक से सहायता मिलेगी। भारत सरकार के द्वारा विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाएं शुरू की गई है। इसके अलावा भारतीय बैंक के द्वारा 450 लाख एंटरप्राइज को लाभ दिया जा रहा है। इसके अलावा 1200 लाख जॉब भी अब तक दी जा चुकी है। बैंक भारत की कुल जीडीपी का 7% कंट्रीब्यूट करती है।

भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) के कार्य और उद्देश्य

Promotion And Development। संवर्धन और विकास

भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) के द्वारा एमएसएमई सेक्टर को Develop और प्रमोट करने के लिए नोन फाइनेंशियल सहायता दी जा रही है। जिसके कारण एमएसएमई क्षेत्र में काफी ज्यादा विकास हो रहा है। इसके अंतर्गत टेक्नोलॉजी अपग्रेड करना, मार्केटिंग सपोर्ट, स्किल बढ़ाना और एमएसएमई से संबंधित विभिन्न प्रकार की नीतियां बनाना है।

Venture Capital Funds। वेंचर कैपिटल फंड

SIDBI के द्वारा बैंकों को वेंचर कैपिटल फंड में निवेश के लिए सुविधाएं दी जाती है। इसके अलावा भारत सरकार के द्वारा जितनी भी बिजनेस से संबंधित सरकारी योजनाएं शुरू की गई है, उनको लागू करवाने में भी मदद मिलती है। एक नहीं बल्कि, विभिन्न प्रकार के क्षेत्र में निवेश की सुविधा भी दी जाती है।


Direct Financing।प्रत्यक्ष वित्तपोषण

SIDBI के द्वारा एमएसएमई को डायरेक्टर फाइनेंस सर्विस प्रोवाइड की जाती है। एमएसएमई क्षेत्र से संबंधित जितनी भी समस्याएं एवं ज़रूरतें है, उनका हल किया जाता है। डायरेक्ट फाइनेंसिंग के माध्यम से बिजनेस को आर्थिक सहायता प्राप्त करने में कोई भी दिक्कत नहीं होती है और नए स्टार्टअप को काफी ज्यादा सपोर्ट मिलता है।

Indirect Financing। अप्रत्यक्ष वित्तपोषण

बैंक के द्वारा एमएसएमई को इन डायरेक्ट फाइनेंस भी प्रोवाइड किया जाता है। इन डायरेक्ट फाइनेंसिंग होने के कारण बैंकों के द्वारा ज्यादा से ज्यादा स्टार्टअप और अन्य बिजनेस से संबंधित आर्थिक सहायता पुरी की जाती है। जिसके कारण एमएसएमई की क्रेडिटबिलटी और लिमिट भी काफी बढ़ गई है।

Green Environment।हरित पर्यावरण 

SIDBI का उद्देश्य पर्यावरण सुधार के लिए सपोर्ट करना है। SIDBI का उद्देश्य renewable energy, green financing, waste management, और resource efficiency को भी सपोर्ट किया जाता है। SIDBI के द्वारा नेशनल क्लाइमेट चेंज से संबंधित विभिन्न प्रकार की योजनाएं और सब्सिडी प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं,जिन्हें लागू करना भी एक महत्वपूर्ण टास्क है।

SIDBI Schemes Involving Direct Financing।प्रत्यक्ष वित्तपोषण वाली सिडबी योजनाएं

डायरेक्टर फाइनेंसिंग के माध्यम से 15 योजनाएं के द्वारा ऑफर की जा रही है।

1- Express 2.0। एक्सप्रेस 2.0

भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) के द्वारा एमएसएमई सेक्टर में विभिन्न प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं। जो भी  व्यवसाय मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर से संबंधित है, उन्हें योजना के अंतर्गत आसानी से बिज़नेस लोन दिया जा रहा है। अगर बिजनेस के लिए मशीनरी इक्विपमेंट खरीदना चाहते हैं, तो इसके लिए भी आपको एक करोड रुपए तक का लोन आसानी से दिया जाएगा। एक करोड रुपए तक के लोन को चुकाने के लिए 5 साल तक का समय दिया जाएगा और अच्छी बात यह है कि लोन की इंटरेस्ट रेट भी बहुत कम होगी।

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

व्यवसाय का Udyam और जीएसटी रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है।
आपका बिजनेस शुरू हुए कम से कम 3 वर्ष होने जरूरी है।

2- SAATH

SAATH का अर्थ SIDBI Assistance & Aid for Thematic है। योजना के अंतर्गत 25 लाख से 300 लाख रुपए तक का बिज़नेस लोन आसानी से दिया जाएगा और इसके अलावा SIDBI लगभग 50% क्रेडिट गारंटी शुल्क हैंडल करता है । इसके अलावा अगर आप लोन की पेमेंट पहले करना चाहेंगे, तो इसके लिए आपको कुछ एक्स्ट्रा भुगतान भी नहीं करना होगा।

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

फर्म के प्रमोटरों को SC/ST वर्ग से संबंधित होना चाहिए और कंपनी में उनकी न्यूनतम भागेदारी लगभग 51% तक होनी चाहिए।
आवेदन करने वाली फर्म का बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ कोई रिकॉर्ड गलत नहीं होना चाहिए।
कंपनी को एमएसएमई अधिनियम के प्रावधानों के तहत रजिस्ट्रेशन होना चाहिए।

3-ARJANA

भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) की इस योजना की शुरुआत महिलाओं के लिए की गई है। योजना के अंतर्गत महिलाओं को 25 लाख रुपए से ₹300 लाख तक का लोन आसानी से दिया जाएगा। लेकिन यह महिला की पात्रता के ऊपर निर्भर करता है। उसे न्यूनतम और अधिकतम कितना लोन दिया जाएगा।

Eligibility Criteria।‌पात्रता मापदंड

व्यवसाय रजिस्ट्रेशन एमएसएमई अधिनियम के अनुसार होना चाहिए।
महिला उद्यमी की कंपनी में न्यूनतम 51% की हिस्सेदारी होनी चाहिए।
कंपनी को क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड (CIBIL) द्वारा की गई उचित परिश्रम जांच को पास करना होगा।
कंपनी का बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ कोई चूक रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए।

4. STEP। स्टेप 

यह SIDBI का एक टर्म लोन प्लान है। इस योजना का इस्तेमाल कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाता है । भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) की शुरुआत कार्यशील पूंजी को बढ़ाने के लिए की जाती है। इस के अंतर्गत 200 लाख रुपए से 300 लाख रुपए तक का बिज़नेस लोन आसानी से मिल जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत आवेदन की प्रक्रिया भी काफी ज्यादा आसान है। आवेदन की प्रक्रिया 2 दिन में कंप्लीट हो जाती है और अगर आप पात्र है, तो आपको बहुत जल्दी लोन मिल जाएगा। योजना के अंतर्गत प्रोसेसिंग फीस बिल्कुल भी नहीं लगती है और लोन भुगतान अवधि 3 वर्ष तक की होगी।

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

नए आवेदकों को कम से कम तीन वर्षों से अपने व्यवसाय का संचालन करना होगा। ग्राहकों का न्यूनतम दो वर्षों का रिकोर्ड होना चाहिए।
एमएसएमई ऋण के लिए आवेदन करने वाले सूक्ष्म उद्यमों को पिछले दो वित्तीय वर्षों में लाभ कमाना होगा। दूसरी ओर, मौजूदा ग्राहकों को कम से कम एक वर्ष तक लाभदायक व्यवसाय बनाए रखना चाहिए। एमएसएमई ऋण ना चुकाने का कोई रिकार्ड नहीं होना चाहिए।

5- Ubharte Sitaare। उभरते सितारे

सिडबी की यह योजना उन एमएसएमई के लिए बनाईं गई है, जिनमें निर्यात चैंपियन बनने की क्षमता है। स्वीकृत निधि भूमि, भवन और उन्नत मशीनरी निवेश के लिए है, जो अंततः आधुनिककरण, क्षमता उन्नयन और विविधीकरण की सुविधा प्रदान करती है। इस योजना के तहत, उपलब्ध अधिकतम निधि मूल परियोजना लागत का 80% तक है, जिसका अर्थ है कि आप इसे आवश्यकता-आधारित निधि के रूप में वर्गीकृत कर सकते हैं। 

पुनर्भुगतान अवधि आम तौर पर छह साल तक रहती है, जिसे 10 साल तक बढ़ाया जा सकता है और इसमें दो साल तक का समय मिलता है। सिडबी यह एमएसएमई ऋण भारतीय निर्यात-आयात बैंक (इंडिया एक्ज़िम बैंक) के साथ संयुक्त भागीदारी की आवश्यकता के बिना प्रदान करता है। इस योजना के तहत पात्र क्षेत्र इस प्रकार हैं:
रसायन
एयरोस्पेस और रक्षा
आईटी और सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवाएँ (आईटी एस)
कपड़ा और संबद्ध क्षेत्र
दवाइयों
ऑटोमोबाइल
खाद्य प्रसंस्करण
सूक्ष्मता अभियांत्रिकी

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

  • नई इकाइयों के लिए, कंपनी के प्रमोटरों के पास संबंधित उद्योग में पर्याप्त अनुभव होना चाहिए और साथ ही निर्यात से प्रमुख अनुमानित राजस्व प्रदर्शित करना चाहिए। 
  • हालांकि, आईआईटी, आईआईएम, आईआईएससी और एनआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के उद्यमियों द्वारा सह-वित्तपोषित इकाइयों के लिए, पर्याप्त उद्योग अनुभव की आवश्यकता नहीं है।
  • मौजूदा इकाइयों के लिए, इस योजना में संतोषजनक वित्तीय प्रदर्शन के साथ मौलिक रूप से मजबूत निर्यातोन्मुख एमएसएमई की आवश्यकता है।
  • कंपनी के CIBIL की जांच की जाती है।
  • कंपनी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 20% होनी चाहिए, जो ग्रीनफील्ड इकाइयों के लिए 30% तक बढ़ जाती है।

6. STHAPAN । स्थापना

STHAPAN का मतलब नए उद्यमों में पूंजीगत परिसंपत्तियों की खरीद के लिए SIDBI विषयगत सहायता दी जाती है। यह ग्रीनफील्ड इकाइयों को नई इकाइयों की स्थापना और विस्तार में सहायता करने के लिए मौद्रिक सहायता प्रदान करता है। यह धनराशि भूमि और उपकरणों में निवेश के साथ-साथ नई फैक्ट्री इमारतों के निर्माण के लिए उपलब्ध है।

स्थापना अधिकतम 2,000 लाख रुपये या परियोजना लागत का 75%, जो भी कम हो, तक का वित्तपोषण प्रदान करता है। पहले वर्ष के लिए लागू ब्याज दर 2.20%-3.50% है और पुनर्खरीद (रेपो) दर से जुड़ी है। इसके बाद, दरें आंतरिक रेटिंग के आधार पर समायोजित होती हैं। पुनर्भुगतान अवधि सात वर्ष है, जिसमें दो वर्ष तक की अवधि अतिरिक्त मिल जाएगी।

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

एमएसएमई कम से कम पांच वर्षों से परिचालन में होना चाहिए।
फर्म के पास लगातार लाभ कमाने और स्थिर बिक्री बनाए रखने का इतिहास होना चाहिए। कंपनी में प्रमोटरों का योगदान न्यूनतम 25% होना चाहिए।
कंपनी को CIBIL द्वारा निर्धारित मानक परिश्रम जांच मानदंडों, जैसे कि CIBIL MSME रैंक (CMR) को सफलतापूर्वक पास करना होगा।


7-ARISE। एआरआईएसई

एआरआईएसई, जिसका मतलब एसएमई द्वारा पूंजी निवेश को फिर से सक्रिय करने में सहायता करता है। दो प्रकार की सुविधाएं प्रदान करता है: विदेशी मुद्रा और नियमित अवधि के ऋण। इस सिडबी योजना की अधिकतम एमएसएमई ऋण राशि 700 लाख रुपये या परियोजना का 80% है, जो भी कम हो। लागू ब्याज दर पहले वर्ष से 1.70%-3.00% प्लस रेपो दर के बीच है। अगले वर्ष से, आंतरिक रेटिंग प्रणाली दरों को समायोजित करती है। एआरआईएसई ऋणों के लिए पुनर्भुगतान अवधि सात वर्ष है, जिसमें दो साल की मोहलत शामिल है।

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

फर्म को कम से कम दो वर्षों से कार्यरत होना चाहिए।
कंपनी के लेखा परीक्षित वित्तीय विवरण में उसका नकद लाभ प्रदर्शित होना चाहिए।
प्रमोटर का अंशदान कम से कम 25% होना चाहिए।

8. STAR। स्टार

STAR, जिसका मतलब रूफटॉप सोलर पीवी प्लांट के लिए SIDBI टर्म लोन असिस्टेंस, एमएसएमई को उनके बिजली बिलों को कम करने में सहायता करता है। इस SIDBI योजना के तहत उपलब्ध न्यूनतम और अधिकतम फंडिंग क्रमशः 10 लाख रुपये और 350 लाख रुपये है। STAR 100% वित्तपोषण, आपूर्तिकर्ताओं को सीधा भुगतान और ऋण राशि का 15%-25% ब्याज-असर वाली सावधि जमा जैसी आकर्षक सुविधाएँ प्रदान करता है। STAR योजना के लिए पुनर्भुगतान अवधि 60 महीने है, जिसमें 6-12 महीने की स्थगन समय शामिल है।

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

नए ग्राहकों के लिए, फर्म को शुरू किए कम से कम 3 वर्ष हो चुके हो। हालांकि, मौजूदा ग्राहकों के लिए न्यूनतम दो साल तक का Record होना  ज़रूरी है।
व्यवसाय से कम से कम दो वर्षों तक लाभ प्राप्त  हो गया है।
प्रस्तावित क्षमता कनेक्टेड लोड स्तर से अधिक नहीं होनी चाहिए।
उपलब्ध अधिकतम वित्तपोषण कंपनी की बिक्री का 25% होगा।

9. TULIP। ट्यूलिप

TULIP का मतलब तत्काल उद्देश्यों के लिए टॉप अप लोन। यह एक ऐसी योजना है, जिसका उद्देश्य कंपनियों को उनकी तत्काल वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में सहायता करना है। TULIP, 100% वित्तपोषण प्रदान करता है, लेकिन इसकी उपलब्धता 10% सावधि जमा (एफडी) और इस शुल्क के विस्तार पर निर्भर करती है। इस उत्पाद का एक उल्लेखनीय पहलू यह है कि इसमें एफडी के अलावा किसी अन्य संपार्श्विक की आवश्यकता नहीं होती है। इस सिडबी योजना की पुनर्भुगतान अवधि पांच वर्ष है, जिसमें छह महीने का समय मिल जाता है।

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

यह एक टॉप-अप एमएसएमई ऋण है, इसलिए सिडबी के साथ कम से कम एक वर्ष से जुड़ा होना आवश्यक है।
ऋण का उद्देश्य उसी व्यवसाय से संबंधित होना चाहिए।
कंपनी को कम से कम एक वर्ष की लाभ से संबंधित रिपोर्ट का प्रदर्शन करना होगा।

10. Speed। स्पीड

स्पीड, जो उद्यम विकास के लिए उपकरणों की खरीद के लिए सिडबी ऋण का संक्षिप्त नाम है। नई इकाइयों को मशीनरी खरीदने की अनुमति देता है। जिन्होंने सिडबी के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। बैंक के मौजूदा ग्राहकों के पास किसी भी ओईएम से खरीदारी करने की सुविधा प्राप्त होती है।

नई इकाइयों के लिए, प्रदान की जाने वाली वित्तपोषण सहायता मशीनरी लागत का 100% या 1 करोड़ रुपये है, जो भी राशि कम हो। दूसरी ओर, मौजूदा ग्राहकों के लिए 2 करोड़ रुपये की उच्च सीमा है। स्पीड के लिए पुनर्भुगतान अवधि दो से पांच साल तक है, जिसमें छह महीने तक की स्थगन अवधि शामिल है।

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

कंपनी कम से कम तीन वर्षों से कार्यरत हो।
फर्म को पिछले दो वर्षों का नकद लाभ प्रदर्शित करना होगा।

11. Speed Plus। स्पीड प्लस 

सिडबी की इस योजना का उद्देश्य एमएसएमई को सीधे ओईएम से मशीनरी खरीदने में सहायता करना है। नए उधारकर्ताओं के लिए वित्तपोषण सहायता मशीनरी लागत के 100% ऋण-से-मूल्य पर निर्धारित की गई है, जब तक कि खरीद राशि 2 करोड़ रुपये तक हो। मौजूदा ग्राहकों के लिए, यह राशि बढ़कर 3 करोड़ रुपये हो जाती है। 

यदि आवेदन करने वाली कंपनी की पुनर्भुगतान क्षमता कम है, तो वास्तविक संवितरण कम हो सकता है। स्पीड प्लस के लिए ब्याज दर MCLR पर निर्भर करती है। पुनर्भुगतान अवधि सात वर्ष है, जिसमें 6-12 महीने की मोहलत शामिल है।

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

आवेदन करने वाली इकाई कम से कम पांच वर्षों से कार्यरत होनी चाहिए।
फर्म को पिछले तीन वर्षों का नकद लाभ प्रदर्शित करने में सक्षम होना चाहिए।
पिछले दो वर्षों में फर्म की न्यूनतम शुद्ध बिक्री बिना किसी परिचालन हानि के 5 करोड़ रुपये होनी चाहिए।


12. PRATHAM। प्रथम

प्रथम का मतलब, हाइब्रिड या वैकल्पिक सुरक्षा मॉडल के आधार पर एमएसएमई को प्राथमिकता सहायता प्रदान करना है। एमएसएमई मशीनरी खरीदने, सहायक उपकरण खरीदने और मशीनों को नया रूप देने के लिए सिडबी की इस योजना का विकल्प चुन सकते हैं। इसके अतिरिक्त, स्पीड प्लस और स्पीड योजनाओं के तहत अयोग्य मशीनें भी प्रथम योजना के तहत योग्य हैं।

उपलब्ध अधिकतम फंडिंग मशीनरी लागत का 10% या 300 लाख रुपये है, जो भी कम हो। हालाँकि, यह फंडिंग राशि प्रदान की गई FD के 30-40% पर निर्भर करती है। ब्याज दर MCLR से जुड़ी है और पुनर्भुगतान अवधि पाँच वर्ष है, जिसमें 6-12 महीने की स्थगन अवधि शामिल है।

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

एमएसएमई कम से कम तीन वर्षों से परिचालन में होना चाहिए।
फर्म ने पिछले तीन वर्षों में नकद या शुद्ध लाभ दर्ज किया होना चाहिए।

13. Working Capital। कार्यशील पूंजी 

सिडबी की यह योजना उन एमएसएमई के लिए उपलब्ध है, जिनका बैंक के पास टर्म लोन बकाया है या जिन्होंने बिज़नेस लोन प्राप्त करने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। यह लोन फर्मों को उनके व्यवसाय संचालन का समर्थन करने के लिए तत्काल नकद धन उपलब्ध कराता है, जिससे वे अपने दैनिक खर्चों को पूरा करने में सक्षम हो जाते हैं।

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

फर्म का चालू अनुपात 1.25 होना चाहिए।
समग्र परिसंपत्ति कवरेज अनुपात की आवश्यकता मौजूदा इकाइयों के लिए 1.3 और नई परियोजनाओं के लिए 1.4 निर्धारित की गई है।
न्यूनतम ब्याज कवरेज अनुपात 1.5 होना चाहिए।

14- SMILE। स्माइल 

SMILE का मतलब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए SIDBI मेक इन इंडिया सॉफ्ट लोन फंड है। यह योजना 25 लक्षित क्षेत्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे उन्हें विकास के अवसरों में निवेश करने में मदद मिलती है। इन क्षेत्रों में विमानन, निर्माण, रेलवे, फार्मास्यूटिकल्स, कपड़ा और परिधान, और सड़क और राजमार्ग शामिल हैं।

SMILE योजना के तहत दो तरह के फंड उपलब्ध हैं; पहला सॉफ्ट लोन है, जो अर्ध-इक्विटी के रूप में उपलब्ध कराया जाता है। दूसरा प्रकार टर्म लोन है, जो अपेक्षाकृत आसान शर्तों पर उपलब्ध होता है। सॉफ्ट लोन के तहत उपलब्ध न्यूनतम फंडिंग उपकरण खरीद के लिए 10 लाख रुपये और अन्य उद्देश्यों के लिए 25 लाख रुपये है। इसके विपरीत, टर्म लोन के लिए, नए ग्राहकों के लिए न्यूनतम फंडिंग 50 लाख रुपये है, जबकि मौजूदा ग्राहकों के लिए यह 25 लाख रुपये है।

SMILE योजना के लिए पुनर्भुगतान अवधि 10 वर्ष है, जिसमें 36 महीने की स्थगन अवधि शामिल है। इसके अलावा, सॉफ्ट लोन के लिए, पहले तीन वर्षों के लिए ब्याज दर 9.15% से 9.35% तक होती है, और टर्म लोन के लिए, यह 9.45% से 9.95% तक होती है। हालाँकि, चौथे वर्ष से शुरू होकर, ब्याज दर 11.70% से 12.70% तक होती है, जो एक फ्लोटिंग या फिक्स्ड दर हो सकती है।

Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

फर्म में प्रमोटर का न्यूनतम अंशदान 15% तथा अधिकतम ऋण-से-इक्विटी अनुपात (डी/ई अनुपात) 3:1 होना चाहिए।

15- Partnership with OEMs। ओईएम 

सिडबी की यह योजना सीधे OEM से संयंत्र और मशीनरी खरीदने के इच्छुक एमएसएमई के लिए एक व्यापक समाधान के रूप में कार्य करती है, और यह अपनी सरलीकृत ऋण वितरण प्रक्रिया के लिए प्रसिद्ध है। आम तौर पर, यह योजना 100 लाख रुपये तक के ऋण प्रदान करती है।

लेकिन विशेष परिस्थितियों और बैंक के विशिष्ट दिशा-निर्देशों के तहत यह राशि बढ़ सकती है। ऐसे एमएसएमई ऋण के लिए पुनर्भुगतान अवधि 60 महीने तक होती है, जिसमें स्थगन अवधि भी शामिल है। फंडिंग पर लागू ब्याज दर सिडबी SMILE योजना के दिशा-निर्देशों का पालन करती है।


Eligibility Criteria। पात्रता मापदंड

फर्म कम से कम तीन वर्षों से परिचालन में हो।
कंपनी के पास संतोषजनक वित्तीय विवरण हो।

SIDBI Schemes Involving Indirect Financing। अप्रत्यक्ष वित्तपोषण वाली सिडबी योजनाएं 

1. Refinance Scheme for Micro and Small Enterprises (RMSE XII)। सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों के लिए पुनर्वित्त योजना (आरएमएसई XII)

भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) के द्वारा इस योजना के अंतर्गत माइक्रो और स्मॉल एंटरप्राइज के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सिर्फ वही लैंडिंग इंस्टीट्यूशन को शामिल किया जाएगा, जिन्हें सर्विस देते हुए 10 वर्षों से अधिक का समय हो चुका है। RMSE XII-Regular और RMSE XII-ICDD, इस योजना के अंतर्गत दो वेरिएंट है, जिनके आधार पर लोन दिया जाएगा।

RMSE XII, अंतर्गत ले गए जॉन की भी पेमेंट करने के लिए आपको अधिकतम 5 वर्ष तक का समय दिया जाएगा। योजना के अंतर्गत मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस और ट्रेडिंग को शामिल किया गया है, जो बिजनेस शुरू किए हुए एमएसएमई के अंतर्गत 3 वर्ष हो चुके हैं और 2 वर्षों से बिजनेस प्रॉफिट कमा रहा है, सिर्फ उन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा।


2. SIDBI Revolving Fund for TIFAC। टीआईएफएसी के लिए सिडबी रिवॉल्विंग फंड

SIDBI इस योजना के अंतर्गत टेक्नोलॉजी अपग्रेड करने के लिए शुरू किया गया है। सरकार के द्वारा इस प्रोग्राम के अंतर्गत टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को बढ़ावा देना है। ऐसे बिजनेस जो आईटी सेक्टर से रिलेटेड है, उन्हें इसका लाभ होगा। 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक यूनिट के लिए 100 लाख तक का बजट बनाया गया है। बिज़नेस लोन के लिए पेमेंट करने के लिए 6 वर्ष का समय दिया जाएगा। अगर इंटरेस्ट की बात की जाए, तो इंटरेस्ट रेट बहुत कम लिया जाएगा। लगभग 5% के हिसाब से इंटरेस्ट रेट होने वाली है।

3- Receivable Finance Scheme। प्राप्य वित्त योजना

SIDBI scheme के अंतर्गत एमएसएमई लिक्विडिटी और कैश फॉलो को मैनेज करना है। बहुत बार बिजनेस में लिक्विडिटी और कैश फ्लो को मैनेज करने में काफी मुश्किल होती है। लेकिन इस योजना के अंतर्गत यह सब काम आसान हो जाएगा। अगर फंड की बात करें, तो इस कारपोरेशन के लिए फंडिंग 50 करोड रुपए तक की हो सकती है। इस योजना के अंतर्गत एमएसएमई की हर जरूरत को ध्यान में रखा गया है।

4- Refinance Assistance to MSMEs for the Purpose of Export (RAMPE)। निर्यात के उद्देश्य से एमएसएमई को पुनर्वित्त सहायता (आरएएमपीई)

SIDBI scheme के द्वारा काफी अट्रैक्टिव बेस्ट रेट पर सभी सुविधाएं दी जाएंगी। जो भी एमएसएमई एक्सपोर्ट से संबंधित एक्टिविटी में इंवॉल्व है। यहां काफी इंटरेस्टिंग इंटरेस्ट रेट पर एमएसएमई ऋण फैसिलिटी दी जाएगी। अगर कोई भी बिजनेस एक्सपोर्ट से संबंधित एक्टिविटी में इंवॉल्व है, तो उसके लिए यह योजना काफी महत्वपूर्ण है। लोन की भी पेमेंट करने के लिए 5 वर्ष तक का समय दिया जाएगा। इसके अलावा कई करोड़ रुपए तक का लोन इस के अंतर्गत कवर किया जाएगा।

Disclaimer: 

Direct और Indirect SIDBI financing Products में बदलाव हो सकता है। अधिक जानकारी के लिए बैंक की आधिकारिक वेबसाइट का विजिट करें

How to Apply for a SIDBI Loan । लोन लेने के लिए कैसे आवेदन करें?

SIDBI Loan लेने की प्रक्रिया ऑनलाइन है। लोन लेने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा ।

  • सबसे पहले आपको बैंक की ऑफिशल वेबसाइट को ओपन करना होगा।
  • इसके पश्चात आपको डायरेक्ट लोन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा ।
  • डायरेक्ट बिज़नेस लोन के ऑप्शन में आपको विभिन्न प्रकार की योजनाएं दिखाई देगी।
  • इसके बाद आपको आवेदन लिंक पर क्लिक करना होगा।
  • रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर क्लिक करें।
  • एंटरप्राइज की सभी डिटेल नाम, ईमेल एड्रेस, मोबाइल नंबर, व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन नंबर और सभी जानकारी को ध्यान से भरें। पासवर्ड क्रिएट करें।
  • इसके बाद आईडी और पासवर्ड के माध्यम से लॉगिन करें और जितनी भी लोन अमाउंट आपको भरनी होगी।
  • SIDBI Portal लॉगिन करने के पश्चात आपको योजना का चुनाव करना होगा।
  • ध्यान रहे आपको अपने बिजनेस का एड्रेस और अन्य जानकारी भरनी होगी।
  • आपके द्वारा दिए गए मेल आईडी पर एक कंफर्मेशन मैसेज आएगा। उसे आपको वेरीफाई करना होगा।

Documents Required for SIDBI Schemes। सिडबी योजनाओं के लिए आवश्यक दस्तावेज

आवेदन पत्र; इसे आवेदक द्वारा विधिवत भरा और हस्ताक्षरित किया जाना चाहिए।
आवेदक और सह-आवेदकों के केवाईसी दस्तावेज
व्यवसाय प्रोफ़ाइल और परियोजना रिपोर्ट
पिछले तीन वर्षों के लेखापरीक्षित वित्तीय विवरण
चालू वर्ष के लिए अंतरिम वित्तीय विवरण
पिछले छह महीनों के बैंक स्टेटमेंट
उद्योग आधार ज्ञापन (यूएएम) की प्रति
जीएसटी पंजीकरण प्रमाणपत्र की प्रति (यदि लागू हो)
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से स्थापना हेतु सहमति की प्रति (यदि लागू हो)
अन्य ऋणदाताओं से प्राप्त स्वीकृति पत्रों की प्रति लिपि (यदि कोई हो)
उन एमएसएमई को वस्तुओं का प्रोफार्मा चालान या कोटेशन जो खरीदना चाहते हैं
सिडबी द्वारा अपेक्षित कोई अन्य दस्तावेज़

Benefits of SIDBI Scheme। सिडबी योजनाओं के लाभ

Customised Products। कस्टमाइज्ड उत्पाद

अलग-अलग एमएसएमई की अलग-अलग ज़रूरतें और चुनौतियाँ होती हैं। बैंक आपके व्यवसाय की ज़रूरतों के हिसाब से कस्टमाइज्ड लोन देता है। आप अपने व्यवसाय के उद्देश्य के हिसाब से कई लोन उत्पाद चुन सकते हैं। जैसे कि उपकरण खरीदना, उत्पादन बढ़ाना, तकनीक को अपग्रेड करना, नए उत्पाद विकसित करना और बहुत कुछ। आप कार्यशील पूंजी या प्राप्य वित्तपोषण के लिए भी लोन ले सकते हैं।

Attractive Interest Rates। आकर्षक ब्याज दरें

सिडबी आकर्षक ब्याज दरों पर ऋण प्रदान करता है जो बाजार दरों से कम हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बैंक ने विभिन्न ऋणदाताओं और विदेशी वित्तीय संस्थानों के साथ गठबंधन किया है। जो किफायती दरों पर धन उपलब्ध कराते हैं। सिडबी एमएसएमई को सरकारी सब्सिडी और योजनाओं का लाभ भी देता है।

Collateral-Free Loans। संपार्श्विक-मुक्त ऋण

कुछ सिडबी एमएसएमई ऋण बिना संपार्श्विक या सुरक्षा के उपलब्ध हैं, और 1 करोड़ रुपये तक का वित्तपोषण प्रदान करते हैं। इससे एमएसएमई के लिए अपनी संपत्ति गिरवी रखने की चिंता किए बिना वित्त तक पहुँचना आसान हो जाता है। सिडबी अपने कुछ ऋण उत्पादों को क्रेडिट गारंटी योजना के अंतर्गत भी शामिल करता है।

No Tempering of Company Ownership। कंपनी के स्वामित्व में कोई छेड़छाड़ नहीं

जब आप लोन लेते हैं, तो SIDBI आपकी कंपनी के स्वामित्व या प्रबंधन में हस्तक्षेप नहीं करता है। आप अपने व्यावसायिक निर्णयों और संचालन पर पूर्ण नियंत्रण रखते हैं और बैंक केवल आपके लोन के प्रदर्शन और पुनर्भुगतान की निगरानी करता है।

Transparent Procedures। पारदर्शी प्रक्रियाएँ

सिडबी ऋण आवेदन और स्वीकृति के लिए एक पारदर्शी और सरल प्रक्रिया का पालन करता है। आप इसके पोर्टल या मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं। बैंक आपके क्रेडिट स्कोर, व्यावसायिक प्रोफ़ाइल और वित्तीय विवरणों जैसे कारकों के आधार पर आपके ऋण प्रस्ताव का मूल्यांकन करता है। आप अपने ऋण आवेदन की स्थिति की ऑनलाइन निगरानी की सुविधा का आनंद ले सकते हैं।

Special Assistance। विशेष सहायता

सिडबी के इस कार्य में व्यावसायिक कौशल, प्रौद्योगिकी अपनाने और बाजार तक पहुंच बढ़ाने के लिए सलाह, क्षमता निर्माण और सलाहकार सेवाएं शामिल हैं। गैर-वित्तीय सहायता परियोजना की तैयारी, व्यवहार्यता अध्ययन, बाजार अनुसंधान और कौशल विकास कार्यक्रमों का समर्थन करती है। ये पहल चुनौतियों से निपटने के लिए ज्ञान, उपकरण और विशेषज्ञता के साथ छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाती हैं।

Flexible/Customised MSME Business Loans। लचीले/अनुकूलित एमएसएमई व्यवसाय ऋण

स्टार्टअप और लघु-स्तरीय उद्यम कभी-कभी अपने संचालन के लिए पर्याप्त वित्तपोषण प्राप्त करने के लिए संघर्ष करते हैं। सिडबी अपने उपभोक्ताओं को कई एमएसएमई ऋण कार्यक्रम प्रदान करता है। यदि किसी व्यक्ति की कोई विशिष्ट आवश्यकता है, तो संस्था व्यवसाय की आवश्यकताओं के आधार पर व्यवसायों के लिए अनुकूलित MSME Loan जारी कर सकती है। यह व्यक्तिगत रणनीति छोटी फर्मों को व्यवसाय के लिए ऋण प्राप्त करने और आवश्यकतानुसार वित्तपोषण करने में सहायता करती है।

Favourable Interest Rates। अनुकूल ब्याज दरें

एमएसएमई उद्योग अधिक ऋण दरों से बाधित है। सिडबी कम ब्याज दरों की पेशकश करके व्यवसायों के लिए कार्यशील पूंजी ऋण प्राप्त करना आसान बनाता है । सिडबी कई अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संगठनों के साथ साझेदारी के कारण कम ब्याज दरें बनाए रखने में सक्षम है।

SIDBI Loan Without Collateral। सिडबी बिना किसी जमानत के लोन

बैंक आमतौर पर जमानत के बदले में बिजनेस लोन देते हैं । दूसरी ओर, सिडबी अपने उधारकर्ताओं को बिना किसी जमानत के बिजनेस लोन देता है  , और एमएसएमई बिना किसी जमानत के 1 करोड़ रुपये तक उधार ले सकते हैं।

Subsidies from the government। सरकार से सब्सिडी

जब भी सरकार एमएसएमई को सब्सिडी देने का फैसला करती है, तो सिडबी उद्यमियों को सामान्य से कम ब्याज दर पर और सरल नियमों और शर्तों के साथ ऐसे व्यवसाय ऋण और कार्यशील पूंजी व्यवसाय ऋण कार्यक्रम प्रदान करता है। आप अपने व्यवसाय ऋण पर भुगतान करने के लिए आवश्यक मासिक ब्याज/ईएमआई की जांच करने के लिए ऑनलाइन व्यवसाय ऋण ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं ।

Procedure Transparency। प्रक्रिया पारदर्शिता

सिडबी की ऋण आवेदन और स्वीकृति प्रक्रिया सरल है, इसमें कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं है। ऋण देने की प्रक्रिया में उच्च स्तर की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ब्याज दरों और अन्य लागतों का ऋणदाताओं को पहले ही खुलासा कर दिया जाता है।

Particular Assistance। विशेष सहायता

सिडबी बैंक कई सिडबी कार्यक्रमों के माध्यम से एमएसएमई को ऋण प्रदान करता है और आवश्यक व्यावसायिक जानकारी और कोचिंग देकर नए उद्यमों और उद्यमियों की सहायता करता है। एमएसएमई व्यवसाय ऋण आवेदन प्रक्रिया के दौरान, उनके प्रबंधक कंपनी के मालिकों को सर्वोत्तम चयन करने में सहायता करते हैं।

There is no tampering with company ownership। कंपनी के स्वामित्व के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाती है 

अपनी फर्म के लिए वित्तपोषण प्राप्त करने के लिए, व्यवसाय मालिकों को अपनी शेयरधारिता का एक हिस्सा छोड़ना पड़ सकता है। सिडबी कंपनी के स्वामित्व को प्रभावित किए बिना वित्तपोषण और ऋण प्रदान करके व्यवसाय मालिकों के हितों की रक्षा करता है।  

Conclusion। निष्कर्ष

इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको यह जानकारी दी है कि भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक के द्वारा किस प्रकार की सरकारी योजनाएं बिजनेस से संबंधित शुरू की गई है। आप ऑनलाइन बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो आप इन योजनाओं का लाभ ले सकते हैंl 

अगर आपको भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) लोन प्राप्त करना है, तो बिजनेस लोन के लिए आप फ्लेक्सीलोन्स प्लेटफार्म का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। फ्लेक्सीलोन्स प्लेटफार्म में आपको एक से एक लोन के प्रकार मिल जाएंगे। जहां आपको बहुत कम इंटरेस्ट रेट पर बढ़िया लोन मिलेगा।

FAQ

  1. SIDBI की फुल फॉर्म क्या है और इसे कब लांच किया गया था?

SIDBI को 1990 में लॉन्च किया गया था। SIDBI की फुल फॉर्म स्मॉल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ़ इंडिया है।

  1. SIDBI के द्वारा एमएसएमई लोन प्रदान करते हुए क्या क्रेडिट स्कोर की जांच की जाएगी?

हां, भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) के द्वारा जब भी बिजनेस लोन दिया जाएगा, तो क्रेडिट स्कोर जरूर चेक किया जाएगा। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है, तो आपको लोन मिलने में मुश्किल हो सकती है।

  1. भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) से बिजनेस लोन लेते समय क्या दस्तावेज होने चाहिए?

SIDBI से बिजनेस लोन लेते समय आधार कार्ड, पैन कार्ड, बिजनेस रजिस्ट्रेशन प्रूफ, बिजनेस इनकम प्रूफ, बिजनेस एड्रेस और अन्य बैंक का करंट अकाउंट या अन्य संबंधित दस्तावेज होने जरूरी है।

  1. SIDBI Loan के लिए कौन आवेदन कर सकता है?

SIDBI एमएसएमई ऋण के लिए माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइज ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। एलीजीबिलिटी के आधार पर हर व्यवसाय को लाख रुपए से करोड़ तक का लोन मिल सकता है।

  1. क्या भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) के द्वारा मुद्रा लोन प्रोवाइड किया जाता है?

बिजनेस के लिए भारत सरकार के द्वारा मुद्रा लोन की शुरुआत की गई है। मुद्रा लोन योजना के अंतर्गत उघमी को 10 लाख रुपए लोन आसानी से दिया जा सकता है। अगर बिजनेस की परफॉर्मेंस और टर्नओवर अच्छे हैं, तो ज्यादा का लोन भी दिया जा सकता है।

  1. SIDBI, कौन से लोन प्रोवाइड करती है?

टर्म ऋण, वर्किंग कैपिटल लोन, मैन्युफैक्चरिंग लोन, टेक्नोलॉजी अपग्रेड लोन, एक्सपोर्ट ओरिएंटेड लोन और विभिन्न प्रकार के लोन दिए जाते हैं।

  1. भारतीय लघु उद्योग एवं विकास बैंक (सिडबी) द्वारा कौन सी सब्सिडी जाती है?

माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (मुद्रा बैंक)

एक्यूटे रेटिंग्स एंड रिसर्च लिमिटेड

रिसीवेबल्स एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (आरएक्सआईएल)

इंडिया एसएमई टेक्नोलॉजी सर्विसेज लिमिटेड (आईएसटीएसएल)

भारत एसएमई एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (आईएसएआरसी)

सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों के लिए क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट (सीजीटीएमएसई)।