जानिए छोटे बिजनेस के लिए बिजनेस लोन लेना कितना सहायक है?
Jul 01, 2022
नया बिजनेस प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए, बिजनेस एक्सपैंड करने के लिए और रोज़ाना के खर्चों की भरपाई करने के लिए पूंजी की ज़रूरत पड़ती है। बिजनेस की शुरुआत में रुपयों का इंतज़ाम करना सबसे बड़ी चुनौती होता है। शुरुआत में हर किसी के पास पर्याप्त पूंजी या रुपया नहीं होता है। इसलिए, उन्हें लोन लेने की ज़रूरत होती है। लोन भी कई तरह के होते हैं : कुछ शॉर्ट टर्म लोन तो कुछ लंबे समय के लिए लिए जाने वाले लोन। सबकी शर्तें और ब्याज की दरें अलग-अलग होती हैं। वर्तमान समय में बिजनेस के लिए ऐसे लोन लेना काफी आसान है और यह प्रक्रिया भी काफी सरल होती है। आइए जानते हैं स्मॉल बिजनेस लोन (Small Business Loan), बिजनेस को आगे बढ़ने में कैसे मदद करते हैं। बिजनेस लोन इंटरेस्ट रेट क्या है, MSME लोन कैसे मिलता है और नया बिजनेस शुरू करने के लिए लोन के फ़ायदे क्या होते हैं।
नया बिजनेस शुरू करने के लिए लोन कैसे लें और इसके क्या है फ़ायदे
सबसे पहले तो इससे बिजनेस शुरू करने के लिए ज़रूरत के मुताबिक जितने समय के लिए रुपयों की ज़रूरत है वह मिल पाता है और इससे कैश-फ़्लो भी बढ़ता है। अगर आप खुद का व्यापार शुरू कर रहे हैं या पहले से ही व्यापारी हैं और पार्टनरशिप फ़र्म खोल रहे हैं या अपनी कंपनी प्राइवेट कंपनी बनाना चाहते हैं, तो आप बिजनेस के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
बिजनेस लोन के लिए कौन-कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए (Business loan kaise le)
अगर आप छोटा बिजनेस स्टार्ट करने के लिए यदि लोन अप्लाई कर रहे हैं, तो नीचे बताए गए काग़ज़ातों को तैयार रखें-
- आईडी प्रूफ़ – पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट (बिजनेस लोन लेने के लिए बहुत ज़रूरी दस्तावेज़)
- एड्रेस प्रूफ़ – आधार कार्ड (बिजनेस लोन लेने के लिए ज़रूरी दस्तावेज़)
- बैंक स्टेटमेंट- आपके खर्च, उधार, रीपेमेंट वग़ैरह जानने के लिए
- लेटेस्ट (पिछले दो साल का) आईटीआर, जिसमें बैलेंस शीट, इनकम और प्रॉफ़िट/लॉस अकाउंट सभी मेंशन हो।
- कुछ लेंडर आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन और मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन की एक कॉपी भी मांग सकते हैं।
सबसे बुनियादी सवाल आता है कि बिजनेस लोन के लिए अप्लाई कैसे करें (business loan kaise le) या आपको बिजनेस लोन (MSME Loan) कैसे मिलेगा। अगर आपके पास एक अच्छा बिजनेस प्लान होगा तो आपके आगे आने वाली समस्याएं अपने आप ही सुलझती चली जाएंगी। बिजनेस लोन के लिए अप्लाई करते समय सबसे महत्वपूर्ण होता है कि आप सही लैंडर चुनें, ताकि आपका लोन आसानी से अप्रूव हो सके। इसके साथ साथ इस पर भी बहुत ध्यान देने की ज़रूरत होती है कि आपको बिजनेस लोन इंटरेस्ट रेट कितने परसेंट होता है, यानी बिजनेस लोन के लिए अप्लाई करते समय ब्याज दर भी ज़्यादा न हो और जिसमें रीपेमेंट को लेकर भी ज़्यादा सिरदर्दी न हो। इन बातों का ध्यान रखकर लोन लेने से लोन लेना कम चिंताजनक हो सकता है और आप आसानी से बिजनेस के रोज़मर्रा के खर्चे मैनेज करते हुए रीपेमेंट भी कर सकते हैं।
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फ़्लेक्सिबिलिटी या लचीलापन
आप अपनी बिजनेस की ज़रूरतें पूरी करने के लिए अपने हिसाब से लोन का प्रकार चुन सकते हैं। बहुत सी सरकारी स्कीम भी स्मॉल स्केल इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने के लिए, छोटे बिजनेस को एक्सपैंड करने में मदद करती हैं। इन स्कीम में किसी थर्ड-पार्टी की ज़रूरत भी नहीं होती है। इसलिए, ऐसी स्कीम्स के बारे में जानकारी जरूर रखें। अगर आपके लिए कोई स्कीम उपयुक्त नहीं है, तो अपने लिए सबसे बेस्ट ऑप्शन वाले लोन का चुनाव करें जो आपकी बिजनेस की ज़रूरत पूरी कर सके।
आसान रीपेमेंट
अगर आपने लोन लिया है, तो ज़ाहिर सी बात है उसका वापस भुगतान भी करना होगा। आप अपने लोन प्रोवाइडर से अपनी सहूलियत के हिसाब से रीपेमेंट ऑप्शन के बारे में बात कर सकते हैं। बहुत से बैंक भी रीपेमेंट करने के लिए अपनी स्कीम में काफ़ी लचीलापन रखते हैं, ताकि आप लोन का वापस भुगतान आसानी से कर सकें। आप अपने हिसाब से किस्तों में हर महीने या हर हफ़्ते, यहां तक कि कुछ समय के लिए रोज़ाना भी भुगतान कर सकते हैं। रीपेमेंट ऑप्शन आपके बिजनेस के कैश-फ़्लो के हिसाब से ही तय होते हैं और यह काफी लचीले होते हैं, जिनमें से आप अपने लिए कोई उपयुक्त ऑप्शन चुन सकते हैं।
ब्याज की कम दरें
प्राइवेट फ़ाइनेंशियल इंस्टिस्ट्यूट की बजाए बैंकों की दरें सस्ती होती हैं। बैंकों में कई अलग-अलग स्कीम और ऑफर होते हैं, जो सरकार जनता के फायदे के लिए लाती है। इन स्कीम का फायदा उठाएं और महंगी दरों से बचें। इंटरेस्ट रेट आपके लोन अकाउंट पर ही निर्भर नहीं होता है, बल्कि कुछ और फ़ैक्टर्स जैसे, आप कितने समय के लिए लोन ले रहे हैं, किस काम के लिए ले रहे हैं वग़ैरह भी ब्याज की दरों को प्रभावित करते हैं। आपका बिजनेस मॉडल और कंपनी की फ़ाइनेंशियल स्थिति भी ब्याज की दर तय करते हैं।
आसानी से उपलब्ध बिजनेस लोन (MSME Loan)
बहुत सारे बैंकों में लोन लेने की प्रक्रिया को काफी आसान होती है। बहुत सारे बैंक तो कोलेटरल सिक्योरिटी की भी मांग नहीं करते हैं। इस तरह, लोन लेने की प्रक्रिया उन व्यवसायियों के लिए काफी सर और आसान बन जाती है, जो अभी अपना बिजनेस शुरू ही कर रहे हैं। ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध होने के कारण अब बैंक में जा कर लंबी कतारों में खड़े रहने की भी ज़रूरत नहीं पड़ती। अब आप घर बैठ कर ही बैंक की वेबसाइट पर लोन के लिए अप्लाई कर सकते है।
बिजनेस लोन से बढ़ती है इनवेंटरी
बिजनेस लोन व्यापार से जुड़े सामान जैसे, कंप्यूटर, फर्नीचर और मशीनरी को लेने के लिए भी लीआ जा सकता है, ताकि आपके बिजनेस की इनवेंटरी बढ़ाई जा सके।
आपका बिजनेस बढ़ता है
किसी भी बिजनेस के लिए फ़ाइनेंस, मैन पावर और तकनीक की उपलब्धता सबसे बुनियादी ज़रूरते होती हैं। इनमें, फ़ाइनेंस हो से आप बाकी सारी ज़रूरतों को पूरा कर सकते हैं। बिजनेस बढ़ाने के लिए भी फ़ाइनेंस की ही ज़रूरत होती है। अगर बिजनेस के मालिक अपने बिजनेस के लिए लोन लेते है, तो उन्हें यह फ़ाइनेंशियल फ़्रीडम हो जाती है कि वह चाहे मुश्किल घड़ी में या फिर अपना बिजनेस एक्सपैंड करने के लिए इस फंड का इस्तेमाल करें। बिजनेस की ज़रूरतों के हिसाब से इन फंड्स का भविष्य में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
टैक्स में फ़ायदा
कुछ बिजनेस लोन लेने पर आप टैक्स में भी लाभ पा सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, इनकम टैक्स एक्ट के मुताबिक लोन का भुगतान करने के लिए जिस प्रॉफ़िट से लोन का रीपेमेंट किया जाएगा, उस पर टैक्स नहीं लगेगा। बहुत सारे उद्यमी अधिकतर रोज़मर्रा के खर्चों के लिए लोन लेते हैं, ताकि उनका भुगतान करते समय वह टैक्स से बच सकें।
निष्कर्ष
बिज़नेस लोन (MSME Loan) किसी बैंक या प्राइवेट फ़ाइनेंशियल इंस्टीट्यूट से लिया जा सकता है। लेकिन, बैंक से ज़्यादा विश्वसनीय माना जाता है और इसका बिज़नेस लोन इंटरेस्ट रेट भी कम होता है। अगर आप बैंक से लोन लेते हैं, तो छोटे बिजनेस के लिए उपलब्ध सरकारी स्कीम का भी फ़ायदा उठा सकते हैं, जो प्राइवेट वेबसाइट और संस्थाओं में नहीं मिलता।