निजी क्षेत्र की इकाइयों से आसानी से लोन कैसे लें
Sep 17, 2022
बिजनेस लोन लेने के कई सोर्स होते हैं, जिनमें से सबसे प्रमुख हैं बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन। ये ऑर्गनाइजेशन दो प्रकार के होते हैं-सार्वजनिक और निजी क्षेत्र। इन दो प्रकार की संस्थाओं के बीच आधारभूत अंतर काफी हद तक उधारकर्ताओं के लिए उनके संबंधित फायदे और नुकसान को निर्धारित करते हैं। अगर आप भी अपना काम करने या कोई प्लांट लगाने के बारे में सोच रहे हैं तो आप बिजनेस लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं.
निजी क्षेत्र के वित्तीय संस्थान बिजनेस लोन लेने वालों को कई तरह के बेनिफिट्स देते हैं। हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की तुलना में इनकी शर्ते काफी कठोर होती हैं। इसके विपरीत, सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थान अक्सर निजी क्षेत्र की संस्थाओं की तुलना में अपेक्षाकृत धीमी गति से कार्य करते हैं। लोन के लार्ज रिस्क कैपिटल और लोन की टर्म और कंडिशन उनके पक्ष में काम करते है। अक्सर आपने फाइनेंस को लेकर कई तरह के एड देखे होंगे जो आपको कम ब्याज दर पर जल्दी लोन देने की बात करते हैं। हांलांकि, किसी भी लोन का चयन करने से पहले उन दावों की प्रामाणिकता को सत्यापित करना लोन लेने वाले की ज़िम्मेदारी है।
बिजनेस लोन क्या है और यह कैसे लें? (business loan kaise le)
अगर आपको कोई कारोबार शुरू करना है तो आप बिजनेस लोन ले सकते हैं। बिजनेस लोन आपको सरकारी स्कीम के तहत और सरकारी बैंकों के द्वारा, व प्राइवेट सेक्टर के बैंकों समेत कई अन्य वित्त संस्थाएं हैं जो बिजनेस लोन प्रॉवाइड करती हैं। बिज़नेस लोन दो तरह के होते हैं, पहला सिक्योर्ड और दूसरा अन-सिक्योर्ड बिजनेस लोन। सिक्योर्ड बिजनेस लोन के के लिए आवेदकों को बैंक के पास कोई सिक्योरिटी/ गारंटी को गिरवी रखना होता है। वहीं अन-सिक्योर्ड लोन के मामले में, बैंक को कोई सिक्योरिटी/ गारंटी देने की ज़रूरत नहीं होती है। बिजनेस लोन लेने के लिए आपको उनकी शर्तों को पूरा करना होता है। अगर आप भी किसी बैंक से बिजनेस लोन लेना चाहते हैं तो जानिए उसका प्रोसेस क्या है।
1. डीटेल बिजनेस प्लान (Detailed business plan) बनाएं।
2. आप जिस प्राइवेट बैंक या वित्त संस्थान के जरीये लोन लेना चाहते हैं, उसे अपना बिजनेस प्लान समझाएं, क्योंकि बैंक या वित्त संस्थाएं आपके बिजनेस प्लान को देखकर ही लोन देने का फैसला करते हैं।
3. इसके बाद आपको तय करना होगा कि आपके बिजनेस के लिए आपको कितना लोन चाहिए।
4. सबसे महत्वपूर्ण है कि अपने क्रेडिट स्कोर के बारे में पता करें।
कौन कर सकता है बिजनेस लोन के लिए आवेदन? (Business loan kaise milega)
- अपना बिजनेस करने वाला व्यक्ति।
- प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां
- कारोबारी या उद्यमी.
- पार्टनरशिप फर्म
- MSME
- CA, डॉक्टर, आर्किटेक्ट,
- कंपनी सेक्रेटरी
- डिज़ाइनर
- स्टार्ट-अप
अगर आप भी अपना काम करने या कोई प्लांट लगाने के बारे में सोच रहे हैं तो आप बिजनेस लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। अगर आप पहले से ही कोई कारोबार कर रहे हैं और उसे बढ़ाने के लिए या उसकी जुड़ी जरूरतें पूरी करने के लिए पैसे की दिक्कत महसूस कर रहे हैं तो भी आप बिजनेस लोन ले सकते हैं.
बिजनेस लोन के लिए डॉक्यूमेंट्स (बिजनेस के लिए लोन)
- बिजनेस लोन के लिए पैन कार्ड सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों में से से एक है.
- आपको प्राइवेट सेक्टर बैंक या संस्थान से लोन लेने के लिए 2-3 साल के इनकम टैक्स रिटर्न को दिखाने की जरूरत होगी। बिजनेस लोन के लिए ये डॉक्यूमेंट आपकी इनकम प्रूफ के तौर पर वर्क करेगा।
- आपको बिजनेस लोन के लिए अपना आधार कार्ड साथ ही निवास का प्रमाण भी देना पडे़गा।
- बिजनेस लोन के लिए आपको अपना व्यावसायिक पता प्रमाण देना जरूरी है। ये डॉक्यूमेंट्स काफी महत्वपूर्ण है,जिसके आधार पर लोन दिया जाता है।
- अपने खातें से संबधित आपको बैंक स्टेटमेंट भी देना होगा, इससे ही पता चलेगा कि आप कितना खर्च करते है, कितना उधार लेते हैं और उधार कब चुकाते हैं। इससे प्राइवेट वित्त संस्थान आपकी विश्वनीयता को चेक करेंगे।
बिज़नेस लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर कितना महत्वपूर्ण ?
बिज़नेस लोन में सिबिल स्कोर के माध्यम से आपका क्रेडिट रिकॉर्ड कैसा रहा है और आपने अभी तक अपने लोन और क्रेडिट कार्ड किस तरह से मैनेज किया है, इसके बारें में बता चलता है। बैंकों द्वारा 750 या ज़्यादा का सिबिल स्कोर अच्छा माना जाता है। बिज़नेस लोन लेने के लिए गैर-नौकरीपेशा पेशेवर, रिटेलर या बिल्डर का सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए, ये सारे वित्त संस्थानों और प्रइवेट बैंको में अलग-अलग निर्धारित है। अगर आप बिजनेस लोन लेना चाहते हैं तो अपना सिबिल स्कोर बनान शुरू कर दें। अगर सिबिल स्कोर अच्छा नहीं है और उन्हें भी लोन की मंज़ूरी है तो सबसे पहले सिबिल स्कोर बनाना शुरू कर देना चाहिए।
स्टार्ट-अप के लिए बिज़नेस लोन में सिबिल स्कोर कैसा होना चाहिए ?
अगर आप स्टार्ट-अप बिज़नेस के लिए बिजनेस लोन लेना चाहते हैं तो अपना सिबिल स्कोर हाई करें। क्योंकि इसमें जोखिम अधिक होता है, और अधिक जोखिम वाले वेंचर में वित्त संस्थान लोन देने से कतराते हैं।
प्राइवेट वित्त संस्थानों और बैंकों से कितनी राशि तक मिलेगा बिजनेस लोन
बिज़नेस लोन के अंतर्गत आने वाली वाली न्यूनतम लोन राशि 10,000 रुपये से शुरू होती है जिसे स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB), क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों या फिर माइक्रो फाइनेंस संस्थानों (MFI) से आप ले सकते हैं। उधारकर्ता प्रमुख प्राइवेट और एनबीएफसी से 2 करोड़ रुपये तक का कोलैटरल- फ्री बिज़नेस लोन ले सकते हैं।
स्टार्टअप बिजनेस के लिए लोन कैसे लें ?
स्टार्टअप और MSME के लिए प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर स्मॉल बिज़नेस लोन उपलब्ध है। जो आप प्राइवेट वित्त संस्थानों के साथ ही प्राइवेट बैंकों से भी ले सकते हैं। साथ ही क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों या फिर माइक्रो फाइनेंस संस्थानों से लोन प्राप्त कर सकते हैं।
मुख्य प्राइवेट बैंक और वित्त संस्थाएं जो बिजनेस लोन देते हैं और उनकी ब्याज दरें (Business Loan इंटरेस्ट रेट)
बिज़नेस लोन के लिए ब्याज दरें 16 प्रतिशत प्रति वर्ष से शुरू होती हैं और आवेदक की क्रेडिट प्रोफाइल के आधार पर ही ब्याज दर तय किया जाता है।
- कोटक महिंद्रा बैंक– 16%- 19.99%
- ऐक्सिस बैंक– 14.25%-18.50%
- एचडीएफसी बैंक– 10.00%- 22.50%
- आईसीआईसीआई बैंक– 17% से शुरू
- बजाज फिनसर्व– 17% से शुरू
- फुलर्टन फाइनेंस– 17%- 21%
- हीरो फिनकॉर्प– 26% तक
- टाटा कैपिटल फाइनेंस- 19% से शुरू
महिलाओं के लिए विशेष लोन योजनाएं (महिलाओं के लिए बिज़नेस लोन)
विमेन आंत्रप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए बैंक ने महिला उद्यमियों को स्पेशल लोन स्कीमों की शुरूआत की हुई है। इन लोन स्कीमों में महिलाओं को ब्याज दर और सिक्योरिटी/ गारंटी में छूट दी जाती है। अगर महिला उद्यमी जिनकी हिस्सेदारी व्यवसाय में 50 फीसदी से कम है, वे महिला विशेष लोन योजनाओं के लिए वो योग्य नहीं होगी।
महिला उद्यमियों के लिए कुछ लोकप्रिय लोन योजनाएं निम्नलिखित हैं:
- उद्योगिनी योजना
- महिला उद्यम निधि योजना
- महिला समृद्धि योजना
- सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया से सेंट कल्याणी
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से श्रृंगार और अन्नपूर्णा
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से स्त्री शक्ति पैकेज
- मुद्रा लोन स्कीम
बिज़नेस लोन इंटरेस्ट रेट EMI कैलकुलेटर
ऋणदाता बिजनेस लोन सेवा के लिए ब्याज लेता है। इसकी गणना प्रिसिपल अमाउंट के प्रतिशत के रूप में की जाती है। इंटरेस्ट कंपोनेंट्स को आगे नाममात्र ब्याज और एपीआर के रूप में रेफरेंस किया जाता है। नाममात्र ब्याज दर वार्षिक ब्याज दर है। दूसरी ओर, एपीआर कुल वार्षिक लागत है जिसमें प्रोसेसिंग अमाउंट, प्रशासकीय शुल्क और बहुत कुछ शामिल है। प्रभावी ब्याज दर की कैल्कुलेशन दिए गए फॉर्मूला (1+r) n-1 का यूज करके की जाती है, यहां, r लागू टर्म इंनटरेस्ट रेट है।