भारत में स्क्रैप व्यवसाय कैसे शुरू करें, बेस्ट स्क्रैप बिजनेस आइडिया
Aug 12, 2024
भारत में स्क्रैप का बिजनेस दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। भारत में स्क्रैप सामग्री की काफी ज्यादा डिमांड है। पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार यह जानकारी मिली है कि भारत में प्रत्येक वर्ष 62 मिलियन टन कचरा उत्पन्न होता है। जिसमें से लगभग 45 मिलियन 10 कचरा रिसाईकल के योग्य होता है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्क्रैप धातु आयातक देश बन चुका है। हर वर्ष 7 मिलियन टन स्क्रैप धातु का आयात किया जाता है। जब स्क्रैप को रिसाईकल किया जाता है, तो ऐसा करने से रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं।
इसके साथ-साथ पर्यावरण प्रदूषण को कम करने में भी मदद मिलती है। क्योंकि जब कूड़ा, कचरा और अन्य चीजों से रिसाईकल करके अन्य चीज बनाई जाती है, तो भारत को काफी ज्यादा फायदे होते हैं। इस पोस्ट के माध्यम से आज हम आपको भारत में स्क्रैप व्यवसाय कैसे शुरू करें(Scrap Business Kaise Suru Kare), इस बारे में जानकारी देने वाले हैं। बेस्ट स्क्रैप बिजनेस के बारे में भी विस्तार से चर्चा करेंगे। अगर आप भी अपना कोई नया बिजनेस खोलना चाहते हैं,तो आप इस पोस्ट से पूरी जानकारी प्राप्त करने के पश्चात भारत में स्क्रैप व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं।
भारत के बेस्ट स्क्रैप बिजनेस आइडिया l India Best Scrap Business ideas
वैसे तो भारत में आप विभिन्न प्रकार के स्क्रैप बिजनेस को शुरू कर सकते हैं। लेकिन आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बेस्ट स्क्रैप व्यवसाय के बारे में जानकारी दे रहे हैं ताकि आप ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सके।
मेटल स्क्रैप बिजनेस
आपकी जानकारी के लिए बता दे की धातु बाजार में सबसे ज्यादा डिमांड वाली स्क्रैप मैटेरियल है। ऐसा इसलिए क्योंकि धातु को पिंघाल कर आप किसी भी आकृति में ढाल सकते हैं। आप धातु को खरीदने के लिए घर, ऑफिस या अन्य उद्योगों से संपर्क कर सकते हैं। धातु स्क्रैप खरीदने के बाद इन्हें आपको पिंघालना होगा और फिर उसके बाद इन्हें बर्तन, फर्नीचर और अन्य प्रोडक्ट की Shape दी जाती है और मार्केट में यह प्रोडक्ट काफी ज्यादा पसंद भी किए जाते हैंl
पेपर स्क्रैप बिजनेस
पेपर स्क्रैप बिजनेस भी काफी गजब का बिजनेस है। इस बिजनेस के अंतर्गत हम स्कूल, घर या अन्य जगह से पेपर को खरीद सकते हैं और पेपर को खरीदने के बाद उन्हें रिसाईकल करके फिर से हम नोटबुक और डायरी बना सकते हैं ।
इसके अलावा पेपर के बैग लिफाफे भी तैयार कर सकते हैं। आज के समय में पॉलिथीन को बहुत ज्यादा शहरों में बैन किया जा चुका है और वहां पर कागज के लिफाफें का इस्तेमाल होता है। देखा जाए तो पेपर रिसाईकल का बिजनेस(Paper Recycle Business)काफी बढ़िया है। यह लॉन्ग टर्म चलने वाला बिजनेस है।
प्लास्टिक स्क्रैप बिजनेस
यह बात तो हम सभी जानते ही हैं कि प्लास्टिक अगर कई सालों तक भी एक जगह पर पड़ी रहे तो इसे मिट्टी भी नष्ट नहीं कर सकती है । इसीलिए प्लास्टिक रिसाईकल बिजनेस आज के समय में काफी ज्यादा मुनाफे वाला बिजनेस है। आप घर, ऑफिस, पब्लिक प्लेस और कचरा वालों से प्लास्टिक खरीद सकते हैं।
यह वही प्लास्टिक होती है,जिसे हम सड़कों पर फेंक देते हैं या फिर इस्तेमाल करके कूड़े वाले को दे देते हैं। इस प्लास्टिक का इस्तेमाल करके आप फिर से इन्हें रिसाईकल करके बहुत सारे आइटम तैयार कर सकते हैं। प्लास्टिक की बहुत सारी आइटम ऐसी है, जो हम रोजाना घरों में इस्तेमाल करते हैं। इसलिए Plastic Scrap Business की डिमांड भी काफी ज्यादा है।
ग्लास स्क्रैप बिजनेस
होटल, बार और अन्य स्थानों से आपको ग्लास स्क्रैप मैटेरियल इकट्ठा करना होगा। इसके लिए आप अन्य लोगों की मदद भी ले सकते हैं। इसके पश्चात आप ग्लास स्क्रैप का इस्तेमाल करके विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट बना सकते हैं और मार्केट में बेच सकते हैं।
How Open Scrap Business In India l भारत में स्क्रैप व्यवसाय कैसे शुरू करें
भारत में स्क्रैप व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो आप हमारे द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर स्क्रैप व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं।
Step 1- मार्केट रिसर्च करें
स्क्रैप बिजनेस से शुरू करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको मार्केट का एनालिसिस जरूर करना होगा। आपको यह जानना होगा कि मार्केट में पहले से ही कौन-कौन से Competitors मौजूद है। इसके अलावा कहां से आपको सस्ता सामान मिल सकता है और कैसे आप सामान को रिसाईकल करेंगे।
इस दौरान आपको किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, यह सब जानकारी आपको मार्केट रिसर्च करने पर ही मिल पाएगी।
Market Research करते हुए इन बातों का ध्यान रखें।
- आपको अपने क्षेत्र में उपलब्ध स्क्रैप मैटेरियल की पहचान करनी होगी और यह जानना होगा कि व्यवसाय के लिए जितनी स्क्रैप चाहिए, वह कहां से मिलेगी ।
- अपने व्यवसाय के लिए आपको कहां से Scrap खरीदनी है, स्क्रैप सामग्री को खरीदने और बेचने के लिए आपको सर्वोत्तम मूल्य निर्धारित करना होगा।
- आपको अपने कंपीटीटर की ताकत और कमजोरी का भी आकलन करना होगा। अपनी कमजोरी और ताकत का भी आकलन करना है, ताकि आपको इसका व्यवसाय करते समय कोई दिक्कत ना हो।
- आपको मार्केट का एनालिसिस करना होगा और संभावनाओं को समझना होगा ।
- प्राप्त जानकारी के आधार पर परिस्थितियों को समझना होगा और उसके आधार पर अपने बिजनेस के लिए आगे की Planning के लिए ड्राफ्ट तैयार करना होगा।
Step 2- लाइसेंस और परमिट
भारत में स्क्रैप व्यवसाय शुरू करने के लिए आपके पास लाइसेंस और परमिशन लेटर होना भी जरूरी हैl तभी आप बिजनेस को शुरू कर सकते हैंl स्क्रैप व्यवसाय शुरू करने के लिए निम्नलिखित नियम और शर्तों का पालन करना आपके लिए जरूरी है।
- केंद्र राज्य और स्थानीय सरकार के द्वारा बनाए गए नियमों का आपको पालन करना होगाl
- स्क्रैप उद्योग के लिए भारत सरकार के द्वारा क्या नियम और मापदंड बनाए गए हैं ,इनके बारे में भी आपको जानकारी प्राप्त करनी होगी और नियमों का पालन करना होगा।
- खरीदार, ग्राहक और आपूर्तिकर्ताओं के बीच में आपको विश्वसनीयता स्थापित करनी होगी।
- स्क्रैप उद्योग के लिए भारत सरकार के द्वारा जो भी सुविधा दी जा रही है, उन सभी सुविधाओं का लाभ लेना।
बिजनेस लाइसेंस
स्क्रैप व्यवसाय शुरू करने के लिए आपको अपने बिजनेस के लिए सबसे पहले लाइसेंस लेना होता है। जब आपको लाइसेंस मिल जाएगा, तो उसके पश्चात आप अपने बिजनेस को शुरू कर सकते हैं। Business Licence जिला उद्योग केंद्र और स्थानीय नगर निगम के द्वारा जारी किया जाता है। लाइसेंस लेने के लिए आपको Online Apply करना होता है।
जीएसटी रजिस्ट्रेशन
अगर आपका वार्षिक कारोबार लगभग 40 लाख रुपए के आसपास या उससे ज्यादा है, तो आपको जीएसटी नंबर लेना जरूरी होता है। अगर आप पूर्वोत्तर राज्यों में रहते हैं और आपका कारोबार 10 लाख रुपए से ज्यादा है, तो इस कंडीशन में भी आपको जीएसटी के लिए Registration करना जरूरी है।
ट्रेड लाइसेंस
ट्रेड लाइसेंस लेना भी आपके लिए बहुत ज्यादा जरूरी है। यह एक ऐसा दस्तावेज है, जो प्रमाणित करता है कि आपका व्यवसाय स्थानीय प्राधिकरण के द्वारा निर्धारित स्वास्थ्य पर्यावरण और सुरक्षा से संबंधित सभी मापदंड का पालन कर रहा है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सर्टिफिकेट
यह सर्टिफिकेट इस बात का प्रूफ है कि जो आपका व्यवसाय है, वह राज्य सरकार के द्वारा निर्धारित किए गए प्रदूषण से संबंधित सभी मापदंड का पालन कर रहा है। कुछ बिजनेस ऐसे होते हैं,जो काफी ज्यादा प्रदूषण करते हैं। ऐसे बिजनेस को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सर्टिफिकेट नहीं दिया जाता है। इन लाइसेंस को लेने के लिए आपको अपने एरिया और अपने बिजनेस के हिसाब से ही लाइसेंस शुल्क खर्च करना होगा ।
Step 3- फंडिंग
अपने स्क्रैप व्यवसाय के लिए आपको धन भी जुटना होगा। बिना धन के तो आप कोई भी बिजनेस शुरू कर ही नहीं सकते हैं। अपने स्क्रैप व्यवसाय के लिए आपको व्यवसाय से संबंधित सभी उपकरण को खरीदना होगा और उपकरण को कहां रखना है, उसके लिए भी आपको जगह खरीदनी होगी या फिर रेंट पर लेनी होगी।
- आपके व्यवसाय में जितने भी कर्मचारी हैं, उन सबके वेतन का भुगतान करना होगा।
- आपके बिजनेस के लिए स्क्रैप सबसे महत्वपूर्ण पदार्थ है। इसीलिए आपको ऐसी जगह पर ही स्क्रैप को सुरक्षित रखना होगा, जहां पर हवा, पानी या अन्य चीजों का कोई इफेक्ट ना पढ़े।
- भविष्य में आप अपने व्यवसाय के लिए स्क्रैप का विस्तार किस प्रकार से कर सकते हैं, इस बारे में भी आपको प्लानिंग बनानी होगी।
- कभी ना कभी हर बिजनेसमैन को अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए पैसों की जरूरत पड़ती है। अगर आपके पास खुद का पैसा है, तो बहुत अच्छा है। अगर आपके पास पैसे नहीं है,तो फिर आप फंडिंग कर सकते हैं।
- आप बैंक से लोन ले सकते हैं। बहुत सारे बैंक ऐसे हैं, जो कम लोन इंटरेस्ट रेट पर बिजनेस लोन प्रोवाइड करते हैं और इन्हें चुकाने के लिए भी काफी लंबा समय मिल जाता है। आप अपने बजट के अनुसार कोई भी बिजनेस लोन चुन सकते हैं।
Step 4- रॉ मैटेरियल खरीदें और स्टोर करें
भारत में स्क्रैप व्यवसाय शुरू करने के लिए आपको रॉ मैटेरियल को खरीदने से लेकर उसे स्टोर करने तक की पूरी प्लानिंग अच्छे से करनी होगी। एक सफल व्यवसाय में रॉ मटेरियल की खरीद करने के बाद उसे सही तरीके से स्टोर करके रखना काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है।
- सबसे पहले आपको Scrap Business के लिए स्क्रैप सामग्री को एकत्रित करना होगा और उसके पश्चात परिवहन के माध्यम से स्क्रैप मैटेरियल को स्टोर करना होगा।
- स्क्रैप मैटेरियल को जब आप लेकर आएंगे, तो अच्छे से उसका वजन करना होगा और लैबल करना होगा।
- इसके पश्चात आपको अपने हिसाब से स्क्रैप पदार्थ को आगे सप्लाई करना होगा या फिर आप उसका प्रोडक्शन कर रहे हैं, तो प्रोडक्शन करना होगा।
- आपको अपने स्क्रैप बिजनेस में स्क्रैप मैटेरियल को स्टोर करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण चीजों की आवश्यकता होगी। चलिए एक-एक करके विस्तार से जान लेते हैं।
Containers
आपकी जानकारी के लिए बता दे कंटेनर वह पात्र होते हैं, जिसके अंतर्गत हम अपने स्क्रैप मैटेरियल को भरकर रखते हैं। यह बड़े-बड़े धातु के बॉक्स होते हैं या फिर बड़े-बड़े डब्बे होते हैं, जिसके अंदर हम स्क्रैप मैटेरियल को भर देते हैं।
Scales
आपने अक्सर राशन की दुकानों पर छोटा सा तराजू देखा होगा । अगर आप स्क्रैप व्यवसाय कर रहे हैं, तो आपको तराजू की आवश्यकता होगी ही। स्क्रैप व्यवसाय(Scrap Business) के लिए आपको छोटे तराजू के अलावा बड़े तराजू की भी आवश्यकता होगी। इन तराजू की मदद से आप सामान को तोड़ सकते हैं और अलग-अलग लेबल लगाकर उन्हें रख सकते हैं। तराजू से ही आपको यह जानकारी मिल पाएगी कि आपका स्क्रैप कितने किलो या कितने टन का है।
Shredders
श्रेडर वह मशीन होती हैं, जिनका इस्तेमाल हम स्क्रैप मैटेरियल को तोड़ने व छोटे-छोटे टुकड़ों में काटने के लिए करते हैंl यह मशीन भी विभिन्न प्रकार की होती है। हम अपने स्क्रैप के हिसाब से ही इन मशीनों का इस्तेमाल करते हैं। मार्केट में आपको सिंगल श्रेडर मशीन, डबल श्रेडर मशीन और अन्य प्रकार की मशीन मिल जाएगी।
Melting machines
जब हम स्क्रैप मैटेरियल को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लेते हैं, उन्हें पिंघालने के लिए मेल्टिंग मशीन का इस्तेमाल करना पड़ता है। जैसे अगर आपको प्लास्टिक का स्क्रैप बिजनेस करना है, तो जब आपने प्लास्टिक के छोटे-छोटे टुकड़े किए, तो उसके पश्चात आपको प्लास्टिक के टुकड़ों को पिघांल कर एक लिक्विड तैयार करना होता है और उस लिक्विड को ढांचे में डालकर अलग-अलग शेप और साइज के प्रोडक्ट बनाने होते हैं। इसलिए मेल्टिंग मशीन का इस्तेमाल होता है।
Storage facilities
जब आपका माल तैयार हो जाएगा, तो तैयार माल को स्टोर करने के लिए आपके पास गोदाम होना जरूरी है। इसलिए जब भी आप अपने व्यवसाय को शुरू करें, तो एक अच्छे खासे स्पेस के गोदाम का इंतजाम भी करें। जहां आप रेडी पदार्थ को रख सके।
Step 5- उत्पादन और प्रक्रियाएं
स्क्रैप व्यवसाय के लिए उत्पादन और प्रक्रियाएं काफी महत्वपूर्ण हैl
- इसके अंतर्गत हम स्क्रैप मैटेरियल का इस्तेमाल करके Raw Material तैयार करते हैं या फिर Scrap Material से कोई नया पदार्थ बनाकर मार्केट में सप्लाई करते हैंl
- स्क्रैप व्यवसाय के लिए मूल्य बनाएं और राजस्व उत्पन्न करेंl
- आपके प्रोडक्ट के जो खरीदार हैं, उनकी इच्छाओं की आपको पूर्ति करनी होगी और ग्राहक को Satisfy करने के हिसाब से ही अपने प्रोडक्ट तैयार करने होंगे।
- स्क्रैप बाजार में आपको अपने बिजनेस की अच्छी छवि बनानी होगीl
Sorting
स्क्रैप मैटेरियल को गुणवत्ता साइज और कैटेगरी के आधार पर अलग-अलग किया जाता हैl इसी प्रक्रिया को Sorting कहा जाता हैl Sorting भी कई तरीके से की जाती है, जैसे की मैनुअल Sorting, मैकेनिकल Sorting और मैग्नेटिक Sorting। इस प्रक्रिया के पश्चात ही स्क्रैप को आगे कटिंग, क्लीनिंग और अन्य प्रक्रिया के लिए भेजा जाता है।
Cleaning
बहुत बार ऐसा भी होता है कि स्क्रैप मैटेरियल के साथ धूल, मिट्टी, कंकर, गंदगी, तेल व अलग तरह के पदार्थ भी साथ-साथ निकल जाते हैं। अब इन पदार्थ को स्क्रैप मटेरियल से अलग करना बहुत ज्यादा जरूरी है। नहीं तो हम अपना नया प्रोडक्ट तैयार नहीं कर पाएंगे ।
Cutting
स्क्रैप मैटेरियल की Machine की सहायता से कटिंग की जाती है और कटिंग करने के पश्चात उन्हें फिर आगे की प्रक्रिया के लिए भेजा जाता है। स्क्रैप पदार्थ की कटिंग करने के पश्चात ही उनकी कास्टिंग की जाती है।
Casting
जो आपका पिंघला हुआ स्क्रैप होगा, आपको उसे ढांचे में डालना होगा। इस प्रक्रिया के अंतर्गत हम सैंड कास्टिंग, डाई कास्टिंग या इन्वेस्टमेंट कास्टिंग का इस्तेमाल करते हैं। अधिकतर बर्तन, फर्नीचर, आभूषण में कास्टिंग का उपयोग किया जाता है।
Labelling
जब आप सभी प्रक्रियाओं को पूरा कर लेंगे, तो उसके पश्चात अंत में आपको अपने प्रोडक्ट के हिसाब से उन्हें लेबल करना होगा। यानी उन पर बारकोड, स्टिकर या फिर अन्य तरीके इस्तेमाल करके प्रोडक्ट की लेबलिंग करनी होगी। लेबलिंग के माध्यम से ही प्रोडक्ट का वजन ,क्वालिटी, क्वांटिटी और अन्य चीज निर्धारित कर सकते हैं।
निष्कर्ष
भारत में स्क्रैप व्यवसाय शुरू होने से जहां एक तरफ बिजनेस करने में काफी ज्यादा मुनाफा हो रहा है, वहीं दूसरी और इस बिजनेस के कारण प्रकृति संसाधन के संरक्षण में भी इन बिजनेस की अहम भूमिका है। अगर आप सच में कोई अच्छा व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो आप भारत में स्क्रैप व्यवसाय(Scrap Business in India) को शुरू कर सकते हैं। अगर आपके पास पैसों की कमी है, तो आप फ्लेक्सी लोन के माध्यम से लोन ले सकते हैं।
यहां पर आपको कम इंटरेस्ट रेट पर लोन मिलता है, फ्लेक्सीलोन्स के द्वारा आपको विभिन्न प्रकार के लोन दिए जाते हैं। जैसे छोटे बिजनेस के लिए लोन, एमएसएमई लोन और कोलैटरल फ्री बिजनेस लोन आदि। आप अपनी जरूरत के हिसाब से अपने बिजनेस के लिए लोन ले सकते हैं। लोन लेने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। लोन लेने के लिए आपको कैसे आवेदन करना है, इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट का विजिट कर सकते हैं। जहां हमने डिटेल में इस बारे में जानकारी दी है।
FAQ
Q. 1-स्क्रैप व्यवसाय क्या होता है?
Ans: स्क्रैप व्यवसाय में कागज, धातु, प्लास्टिक, पॉलीथिन और अन्य सभी वेस्ट मटेरियल का इस्तेमाल करके फिर से इन्हें Recycle किया जाता है और इस के बाद नया प्रोडक्ट बनाया जाता है।
Q. 2-स्क्रैप व्यवसाय में किस प्रकार की सामग्री को एकत्रित किया जाता है?
Ans: स्क्रैप व्यवसाय में पुरानी कागज,किताब, प्लास्टिक, धातु और अन्य भी काफी चीजों को एकत्रित किया जाता हैl
Q. 3–भारत में स्क्रैप व्यवसाय क्यों शुरू हुए?
Ans: भारत में लगातार प्राकृतिक संसाधन में कमी आ रही थीl प्लास्टिक और अन्य पॉलिथीन का इस्तेमाल भी बढ़ता जा रहा था। जिस वजह से रिसाईकल व्यवसाय शुरू हुआ है। जिससे प्रकृति संसाधन की तो बचत हो ही रही है,इसके अलावा रिसाईकल के माध्यम से प्रदूषण को भी कम करके नए प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं।
Q. 4–स्क्रैप व्यवसाय शुरू करने के लिए क्या कोई विशिष्ट शैक्षणिक योग्यता की जरूरत है?
Ans: स्क्रैप व्यवसाय शुरू करने के लिए कोई विशिष्ट शैक्षिक योग्यता की आवश्यकता नहीं है।
Q. 5-छोटे स्तर पर स्क्रैप व्यवसाय करने के लिए किन उपकरण की आवश्यकता होती है?
Ans: छोटे स्तर पर स्क्रेप व्यवसाय अगर आप शुरू करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपके पास स्क्रैप मटेरियल को कट करने से लेकर पिंघालने और नए प्रोडक्ट बनाने तक के सभी उपकरण होने चाहिए। तभी आप स्क्रैप व्यवसाय कर सकते हैं।