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सफलता की कहानियाँ: महिला उद्यमी जिन्होंने ऋण लेकर अपना व्यवसाय बढ़ाया

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admin
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जून 14, 2025
महिलाओं के लिए व्यवसाय ऋण

महिला उद्यमी भारत में ही नहीं, विश्व स्तर पर उद्योगों में नवीनीकरण और वृद्धि को बढ़ावा दे रही हैं। पिछले दशक में, महिलाओं द्वारा नेतृत्व किये जाने वाले व्यवसायों ने अभूतपूर्व तरक्की की है। इन्होंने पारंपरिक बाधाओं को तोड़ा है और सफल उद्यम स्थापित किए हैं। हालांकि, उनके समक्ष वित्तीय चुनौतियां हमेशा से एक महत्वपूर्ण बाधा रही है। कई महिलाओं को वित्त पोषण प्राप्त करने में दिक्कत आती है, इसका कारण है कॉलेटरल की कमी, कम क्रेडिट हिस्ट्री, और ऋण देने में होने वाला पक्षपात।

सौभाग्य से, महिलाओं के लिए व्यवसाय ऋण  उन्हें बड़े स्तर पर बिजनेस शुरू करने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता देते हैं। इससे प्राप्त धन राशि का उपयोग वे टेक्नोलॉजी में निवेश करके और स्टाफ को बढ़ाकर भी कर सकती है़। इन ऋणों ने महिलाओं उद्यमियों को कई क्षेत्रों जैसे खुदरा, ई-कॉमर्स, सौंदर्य, उत्पादन, टेक्नोलॉजी, और खाद्य को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आइए अब जानते हैं कि कैसे रणनीतिक वित्तपोषण महिलाओं द्वारा नेतृत्व किया जाने वाले व्यवसायों को बदल देता है। साथ ही, यहां पर आप कुछ अग्रणी महिलाओं की बिजनेस लोन सफलता कहानियां के बारे में पढ़ेंगे, जिन्होंने बिजनेस लोन के जरिए अपने दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदल दिया।

महिला उद्योग में व्यवसाय ऋण की भूमिका 

महिला उद्यमियों को वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

आज की प्रगतिशील युग में भी, महिला उद्यमियों को जब अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए वित्त की जरूरत पड़ती है, तब उन्हें वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पारंपरिक बैंके ज्यादातर वित्तपोषण देने में संकोच इसीलिए दिखाती हैं क्योंकि.. 

सुरक्षित ऋण के लिए कॉलेटरल का अभाव 

कई लोनदाताओं को व्यवसाय ऋण का अनुमोदन करने के लिए कॉलेटरल की जरूरत होती है जैसे प्रॉपर्टी या अन्य परिसंपत्तियों की। हालांकि, महिलाएं भारत में और विदेश के अन्य स्थानों पर पारंपरिक उत्तराधिकारी की शर्तों और सामाजिक आर्थिक नियमों के कारण परिसंपत्तियों में सीमित स्वामित्व रखती हैं। उनके लिए बिना कॉलेटरल के बैंकों से और अन्य वित्तीय संस्थानों से फंड प्राप्त करना बहुत मुश्किल होता है। 

सीमित क्रेडिट हिस्ट्री और वित्तीय रिकॉर्ड 

एक मजबूत क्रेडिट स्कोर और वित्तीय इतिहास लोन स्वीकृत करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।‌ कई महिला उद्यमी अपनी व्यक्तिगत बचत या अनौपचारिक स्रोतों से वित्त का प्रबंध करके उद्योगों की शुरुआत करती है। वे ज्यादातर औपचारिक बैंकों से कम ही जुड़ती हैं क्योंकि उनका क्रेडिट इतिहास कमजोर होता है। बैंकें महिलाओं को उच्च जोखिम वाले उधारकर्ता के रूप में देखती हैं और इसकी वजह से उनकी लोन स्वीकृत संभावनाएं कम होती हैं।

उधार देते समय लिंग का भेदभाव 

हालांकि, वित्तीय संस्थान धीरे-धीरे काफी समावेशी होते जा रहे हैं, फिर भी कहीं महिलाओं को ऋण के लिए आवेदन करते समय लैंगिक पूर्वाग्रह का सामना करना पड़ता है‌। लोनदाता यह मानते हैं कि महिलाओं द्वारा चलाए जाने वाली उद्योग ज्यादा जोखिम भरे होते हैं, छोटे स्तरों पर शुरू किए जाते हैं, और उनकी पारिवारिक जिम्मेदारियां के बाद में आते हैं, इसीलिए उनको ऊंची ब्याज दर और कम लोन मिलती है।‌इसके अलावा, कभी-कभी उन्हें लोन पर अस्वीकृति का भी सामना करना पड़ता है।

ऊंची ब्याज दरें और प्रतिकूल ब्याज शर्तें 

अगर महिलाओं को लोन पर स्वीकृति मिल जाती है, तभी उन्हें ऊंची ब्याज दरों और कम लोन पुनर्भुगतान अवधि का सामना करना पड़ता है। इसकी वजह से, उनको यह लोनराशि को बिजनेस में पुनर्निवेश करने में दिक्कत आती है। वे इसकी वजह से अपने परिचालनों का विस्तार और स्वस्थ नकदी प्रवाह को सुरक्षित नहीं कर पाती हैं।

बिजनेस लोन विकल्पों के बारे में कम जागरूकता

कुछ महिला उद्यमियों को एमएसएमई लोनों, सरकारी स्कीमों, और एनबीएफसी वित्तीय विकल्पों के बारे में कम जानकारी होती है। अपर्याप्त वित्तीय शिक्षा और कम मार्गदर्शन की वजह से उन्हें अपने लोन आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने में चुनौती का सामना करना पड़ता है और साथ ही वह इसकी वजह से सही फंडिंग का विकल्प भी नहीं चुन पाती हैं।

बिजनेस परिचालन में कठिनाई 

पर्याप्त फंडिंग के बिना महिलाओं के नेतृत्व वाले कई स्टार्टअप छोटे पैमाने पर बने रहते हैं और बड़े पैमाने पर संचालन के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ता है। कार्यशील पूंजी की कमी की वजह से उन्हें कर्मचारियों को नियुक्त करने, इन्वेंटरी खरीदने, मार्केटिंग में निवेश करने, या नए बाजारों में विस्तार करने में असफलता मिलती है जिससे कि उनकी विकास क्षमता सीमित हो जाती है।

व्यक्तिगत बचत या अनौपचारिक लोन पर अत्यधिक विश्वास 

क्योंकि बिजनेस लोन लेने पर आमतौर पर परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसीलिए महिलाएं अपने बिजनेस को वित्तपोषण देने के लिए अपनी बचत, परिवार सहयोग, या अनौपचारिक लोन दाताओं का सहारा लेती हैं जो कि ऊंची ब्याज दर पर लोन प्रदान करते हैं।‌इसकी वजह से उन्हें आर्थिक तनाव का सामना करना पड़ता है और यह उनके दीर्घकालीन बिजनेस वृद्धि को भी सीमित कर देता है।

वित्तीय परेशानियों पर विजय पाना 

बिजनेस लोन के इस अंतर को भरने के लिए, कई पहलें जैसे महिलाओं के लिए सरकारी व्यवसाय ऋण योजनाएं, एनबीएफसी फाइनेंसिंग जैसे फ्लेक्सी लोन, और महिलाओं पर केंद्रित माइक्रोफाइनेंस योजनाएं, महिला उद्यमियों को जरूरी फंड लेने में उनकी मदद कर रही हैं। सरकारी, अर्द्ध सरकारी, और प्राइवेट वित्तीय संस्थाओं ने वित्तीय समावेश को बढ़ाकर, जागरूकता में वृद्धि करके, और लचीली ब्याज शर्तों को प्रदान करके ज्यादातर महिला नेतृत्व वाले बिजनेस प्रतिस्पर्धी उद्योगों में विकास की रफ्तार को बढ़ा दिया है।

कैसे बिजनेस लोन महिला उद्यमियों को सशक्त बनाते हैं

वित्तीय अवरोधों को जीतने के लिए, कई बिजनेस लोन विकल्प महिलाओं के लिए बनाए गए हैं। ये विकल्प हैं -एमएसएमई लोन, सरकारी स्कीमें, एनबीएससी के द्वारा फाइनेंसिंग जैसे फ्लेक्सी लोन। निम्नलिखित महिला उद्यमिता कारकों के लिए यह वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं:

  • नई जगहों पर यूनिट लगाकर या उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर बिजनेस में विस्तार करना 
  • मार्केटिंग और ब्रांडिंग में बढ़ावा देकर वस्तुओं और उत्पादों को ग्राहकों की पहुंच तक पहुंचाना 
  • कुशल कारीगरों की मदद से बिजनेस की क्षमताओं में बढ़ावा देना
  •  टेक्नोलॉजी में निवेश करके बिजनेस संचालन को सुनियोजित करना और उनकी क्षमताओं में सुधार लाना।

वे क्षेत्र जहां महिला उद्यमी बिजनेस लोन के साथ तरक्की कर रही हैं 

रिटेल और ई-कॉमर्स

  • खुदरा और ई-कॉमर्स – ऑनलाइन स्टोर और बुटीक ब्रांड परिचालन बढ़ा रहे हैं।
  • सौंदर्य और कल्याण – सैलून, त्वचा देखभाल ब्रांड और कल्याण केंद्र देश भर में विस्तार कर रहे हैं।
  • खाद्य उद्योग – रेस्तरां, बेकरी और खानपान व्यवसाय फंडिंग के साथ बढ़ रहे हैं।
  • प्रौद्योगिकी और डिजिटल मीडिया – महिलाओं के नेतृत्व वाले तकनीकी स्टार्टअप और डिजिटल मीडिया कंपनियां वित्तीय सहायता के साथ आगे बढ़ रही हैं।

सफलता की कहानियाँ: महिला उद्यमी जिन्होंने ऋण लेकर अपना व्यवसाय बढ़ाया

1. फाल्गुनी नायर – वित्तीय सहायता के साथ नायका का विस्तार

भारत की सबसे प्रतिष्ठित महिला उद्यमियों में ऐसी एक फाल्गुनी नायर ने नायका को अर्बन डॉलर का सौंदर्य साम्राज्य के रूप में स्थापित कर दिया है। प्रतिस्पर्धी बाजार में उद्योग शुरू करने के बावजूद भी, नायर ने अपने व्यवसाय को उद्योग पूंजी निधि और व्यावसायिक ऋण के सहयोग से सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया।

  • कार्यशील पूंजी ऋण ने नायका को एक मजबूत सूची बनाए रखना औरकई सौंदर्य श्रेणियों में निवेश करने के लिए सक्षम बनाया है।
  • एमएसएमई ऋणों ने नायका को एक ऑनलाइन स्टोर से सैकड़ो आउटलेट वाले ब्रांड में बदल दिया है।
  • फ्लेक्सी लोन जैसी एनबीएफसी संस्थाओं के विकल्पों ने नायका के विकास में समर्थन दिया जिससे व्यापार संचालन को गति मिली।

2. कल्पना सरोज: कमानी ट्यूब के साथ संघर्ष से सफलता की यात्रा

कल्पना सरोज की यात्रा उनके दृढ़ संकल्प और लचीलेपन का अच्छा उदाहरण है। अत्यंत गरीबी से लेकर एक असफल कंपनी को पुनर्जीवित करने तक उनकी कहानी व्यवसाय ऋण की सभी कहानियों में एक अश्वनीय कहानी के रूप में है। 

  • सूक्ष्म- फाइनेंस लोन ने उन्हें छोटे व्यवसाय उद्योगों में निवेश करने के लिए प्रारंभिक पूंजी प्रदान दी।
  • कमानी ट्यूब्स का अधिग्रहण करने के बाद उन्होंने कंपनी के पुनर्विकास और उसको पुनर्जीवित करने के लिए एमएसएमई ऋण प्रदान किया।
  • सरकार समर्थित फंड के द्वारा उन्होंने रोजगार और बिजनेस के विस्तार प्रयासों में बढ़ावा दिया।

3. वंदना लूथरा बिजनेस फाइनेंसिंग के साथ वीएलसीसी का विस्तार 

वीएलसीसी के संस्थापक वंदना लूथरा ने कल्याण और सौंदर्य इंडस्ट्री को बदलकर के रख दिया। उनकी सफलता यह दर्शाती है कि कैसे बिजनेस लोन महिला उद्यमियों के विकास की गति को बढ़ा देते हैं।

  • एमएसएमई लोनों ने उन्हें वैलनेस केंद्रों को फंड में उन्हें बढ़ावा दिया। 
  • निजी फाइनेंसिंग ने उन्हें उन्नत सौंदर्य उपचार और अनुसंधान सुविधा शुरू करने में मदद की। 
  • वैकल्पिक वित्त पोषण ने दिन प्रतिदिन के कार्यों के लिए कार्यशील पूंजी प्रदान की।

4. मालिनी अग्रवाल: कैसे मिस मालिनी ने बिजनेस लोन की मदद से डिजिटल मीडिया को बढ़ावा दिया?

मालिनी अग्रवाल ने अपने ब्लॉग को एक अग्रणी डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में बदल दिया जिसे आज मिस मालिनी मीडिया के नाम से जानते हैं। उनकी यात्रा इस बात का उदाहरण है कि कैसे महिला उद्यमी बिजनेस लोन के साथ टेक और मीडिया में उन्नति कर सकती हैं।

  • कॉलेटरल मुक्त लोन से उन्होंने मार्केटिंग और रोजगार विस्तार में निवेश किया।
  • एनबीएफसी फाइनेंसिंग विकल्पों जैसे फ्लेक्सी लोन से उन्होंने  तेज बिजनेस विस्तार किया।
  • स्टार्टअप फंडिंग से उन्हें टेक्नोलॉजी का स्तर बढ़ने और कंटेंट उत्सर्जन में मदद मिली।

5. हिना शाह – महिला उद्यमियों के लिए ICECD का निर्माण

इंटरनेशनल सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड करियर डेवलपमेंट (ICECD) की संस्थापक हिना शाह ने प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता के माध्यम से हजारों महिलाओं को सशक्त बनाया है।

बिजनेस लोन ने कैसे आईसीईसीडी के विस्तार को बढ़ावा दिया

  • एमएसएमई ऋण ने पूरे भारत में उनके प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ाने में मदद की।
  • सरकार समर्थित वित्तपोषण से उन्होंने बुनियादी ढाँचे का विकास किया।
  • महिला उद्यमी ऋण योजनाओं ने ट्रेनिंग लेने वाली महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान की।

हिना शाह की कहानी इस बात का उदाहरण है कि वित्त पोषण भविष्य में महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसायों का समर्थन करके एक नई भविष्य का निर्माण करने में सहायक सिद्ध होता है।

महिला उद्यमियों के लिए सरकारी और निजी व्यवसाय ऋण योजनाएं

महिला उद्यमियों को अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए निम्नलिखित ऋण योजनाओं तक आसानी से पहुंच बन सकती हैं:

  • महिला उद्यमियों के लिए मुद्रा ऋण – सूक्ष्म व्यवसायों के लिए कॉलेटरल-मुक्त ऋण प्रदान करता है।
  • अन्नपूर्णा योजना – खाद्य-आधारित व्यवसाय शुरू करने वाली महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
  • देना शक्ति योजना – विनिर्माण, कृषि, और खुदरा क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं के लिए व्यवसाय ऋण प्रदान करती है।
  • भारतीय महिला बैंक व्यवसाय ऋण – महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप के लिए अनुकूलित वित्तपोषण समाधान प्रदान करती है।
  • फ्लेक्सीलोन और एनबीएफसी फाइनेंसिंग – न्यूनतम कागजी कार्रवाई के साथ शीघ्र और कॉलेटरल-मुक्त ऋण।

ये विकल्प सुनिश्चित करते हैं कि महिला उद्यमियों को आगे बढ़ने और सफल होने के लिए आवश्यक फंडिंग प्राप्त हो।

महिला उद्यमी सफलतापूर्वक व्यवसाय ऋण कैसे सुरक्षित कर सकती हैं?

व्यवसाय ऋण प्राप्त करने की संभावनाओं को अधिकतम करने के लिए, महिला उद्यमियों को इन चरणों का पालन करना चाहिए:

1. एक मजबूत व्यवसाय योजना बनाएं

ऋण के लिए आवेदन करते समय महिलाओं को सुनियोजित व्यवसाय योजना बनाना महत्वपूर्ण है। लोन उत्तर निम्नलिखित तत्वों पर ध्यान देते हैं

  • स्पष्ट राजस्व अनुमान
  • विकास रणनीतियाँ
  • बाजार अनुसंधान और प्रतिस्पर्धी विश्लेषण
  • एक मजबूत पुनर्भुगतान योजना

 एक सुनियोजित व्यवसाय योजना ऋणदाताओं में विश्वास पैदा करती है, जिससे लोन आसानी से प्राप्त करने की संभावना बढ़ जाती है।

2. सही ऋण प्रकार चुनें

विभिन्न व्यवसायों के लिए अलग-अलग प्रकार के ऋण की आवश्यकता होती है। महिला उद्यमियों को निम्नलिखित ऋणों का मूल्यांकन करके एक सूचित निर्णय लेना चाहिए:

  • एमएसएमई ऋण – छोटे और मध्यम व्यवसायों के लिए उपयुक्त
  • स्टार्टअप ऋण – प्रारंभिक चरण के व्यवसायों के लिए उपयोगी
  • कार्यशील पूंजी ऋण – अल्पकालिक खर्चों को प्रबंधित करने में मदद करता है
  • उद्यम ऋण – उच्च विकास क्षमता वाले व्यवसायों को बढ़ाने के लिए उपयुक्त

सही ऋण प्रकार का चयन यह सुनिश्चित करता है कि वित्तपोषण आपकी व्यावसायिक आवश्यकताओं के अनुरूप हो।

3. एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखें

लोनदाता व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों क्रेडिट स्कोर के आधार पर लोन स्वीकृति देते हैं। साख योग्यता में सुधार के लिए:

  • मौजूदा कर्ज का भुगतान समय पर करें
  • कम क्रेडिट उपयोग अनुपात बनाए रखें
  • छोटी अवधि के भीतर कई ऋण आवेदनों से बचें
  • उच्च क्रेडिट स्कोर  से बेहतरीन शर्तों पर लोन मुहैया हो जाता है। यह लोन राशि को कम ब्याज दर पर लेने का एक अच्छा उपाय है ‌

4. सरकारी और निजी वित्तपोषण की तुलना करें

महिला उद्यमियों को वित्तपोषण विकल्पों की तुलना करनी चाहिए:

पारंपरिक बैंक – प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर लोन मुहैया करवाते हैं लेकिन उन्हें कॉलेटरल की आवश्यकता होती है

एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां) – तेजी से अनुमोदन के साथ लचीले ऋण विकल्प प्रदान करते हैं।

माइक्रोफाइनेंस संस्थान – न्यूनतम पूंजी की आवश्यकता वाले छोटे व्यवसायों के लिए उपयुक्त हैं।

मुद्रा ऋण जैसी सरकारी योजनाएं भी महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसायों के लिए कॉलेटरल-मुक्त  बिजनेस फंडिंग प्रदान करते हैं।

5. नेटवर्क और मेंटरशिप की तलाश करें

एक मजबूत पेशेवर नेटवर्क बनाना और अनुभवी सलाहकारों से मार्गदर्शन प्राप्त करना

  • वित्तीय साक्षरता में सुधार कर सकता है
  • ऋण आवेदन प्रक्रियाओं में गहन समझ प्रदान कर सकता है 
  • निवेशकों और वित्तीय संस्थानों से संपर्क स्थापित करवा सकता है।

महिला उद्यमी अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप फ्लेक्सीलोन्स के किफायती ब्याज दर पर उपलब्ध व्यवसाय ऋण का लाभ उठा सकती हैं और अपने बिजनेस का वित्त पोषण कर सकती हैं।

निष्कर्ष

फाल्गुनी नायर, कल्पना सरोज और वंदना लूथरा जैसी महिला उद्यमियों की सफलता की कहानियाँ उद्यमों को आगे बढ़ाने में व्यावसायिक ऋण की परिवर्तनकारी शक्ति को उजागर करती हैं। फंडिंग तक आसानी से पहुंच के कारण महिलाओं को परिचालन का विस्तार करने,  नवीनीकरण में निवेश करने और नौकरी के अवसर पैदा करने में मदद मिलती है। मुद्रा ऋण और फ्लेक्सीलोन के निजी वित्तपोषण विकल्पों ने महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसायों के लिए बिना किसी गारंटी के  फंडिंग को जुटाना आसान कर दिया है।महिला उद्यमियों को बिजनेस लोन प्राप्त करने के लिए एक मजबूत व्यवसाय योजना बनाना एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखना और विभिन्न वित्त पोषण विकल्पों की खोज करना आवश्यक कदम है।  जैसे-जैसे अधिक महिलाएं व्यवसाय में बाधाओं को तोड़ेंगी, बढ़ी हुई वित्तीय सहायता से लिंग-समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। क्या आप अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए फंडिंग की तलाश कर रहे हैं? FlexiLoans के साथ व्यावसायिक ऋण विकल्पों की खोज करें और अपने उद्यमशीलता के सपने को वास्तविकता में बदलें।