कर्ज़ नहीं, तरक्की है – वर्किंग कैपिटल लोन से ग्रोथ कैसे करें?
Jul 23, 2025

हर प्रकार के बिजनेस को चलाने के लिए पैसों की आवश्यकता तो होती ही है। वर्किंग कैपिटल लोन एक शॉर्ट टर्म लोन होता है,जिसके माध्यम से बिजनेस की जरूरत को पूरा किया जा सकता है। नए स्टार्टअप, स्व-नियोजित पेशेवर और अन्य विभिन्न प्रकार के व्यवसाय के लिए लोन दिया जाता है। वर्किंग कैपिटल लोन का फायदा यह है कि शॉर्ट टर्म खर्चो का भुगतान किया जा सकता है और वर्किंग कैपिटल लोन एक साधारण सी प्रक्रिया के माध्यम से मिल जाता है। कुछ लोगों का मानना है की वर्किंग कैपिटल लोन कर्ज होता है।
लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दे की यह कर्ज और तरक्की है, या कुछ ओर। क्योंकि वर्किंग कैपिटल मे प्रोसेसिंग फीस भी आपको बहुत कम देनी होगी और वर्किंग कैपिटल लोन का इस्तेमाल स्मार्ट तरीके से करके आप अपने बिजनेस ग्रोथ काफी जल्दी कर सकते हैं। आगे हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से यह पूरी जानकारी बताने वाले हैं कि किस प्रकार से वर्किंग कैपिटल लोन कर्ज नहीं तरक्की है और वर्किंग कैपिटल लोन से ग्रोथ कैसे करें।
वर्किंग कैपिटल लोन क्या है?
भारत सरकार के द्वारा नए उद्योग में स्टार्टअप और बिजनेसमैन के लिए विभिन्न प्रकार के लोन ऑफर दिए जा रहे हैं। जिनका इस्तेमाल करके हम अपने बिजनेस की हर जरूरत को पूरा कर सकते हैं। लेकिन बहुत बार ऐसा होता है कि आवेदक को बैंक से बिजनेस लोन लेते समय लोन मिलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिसके कारण बिजनेस की फाइनेंसियल ज़रूरतें पूरे नहीं हो पाती है।
अगर आपको भी अपने बिजनेस के लिए लोन प्राप्त करना है तो आप वर्किंग कैपिटल लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से आपको शॉर्ट टर्म लोन मिल जाएगा और शॉर्ट टर्म लोन प्राप्त करने में आपको ज्यादा लंबी प्रक्रिया से भी नहीं गुजरना होगा। वर्किंग कैपिटल लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया काफी आसान है। यहां पर आपको बहुत कम प्रोसेसिंग फीस में 18 महीने से 84 महीने तक का लोन दे दिया जाता है।
सोल प्रोप्राइटरशिप, उद्यमी, सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियां, पार्टनरशिप फर्म, एमएसएमई और स्व-नियोजित पेशेवर को आसानी से वर्किंग कैपिटल लोन प्राप्त हो जाता है। वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से बिजनेस की हर जरूरत जैसे की कर्मचारियों के वेतन का भुगतान, बिजनेस की जरूरत से संबंधित खर्च, कोई डेप्ट या फिर अन्य खर्चो का भुगतान आसानी से किया जा सकता है।
इसके अलावा इन्वेंटरी का प्रबंध करने के लिए और कैश फ्लो के कारण व्यवसाय में आ रही परेशानियों को भी वर्किंग कैपिटल लोन प्राप्त करके हल किया जा सकता है। अगर आप वर्किंग कैपिटल लोन प्राप्त कर लेते हैं, तो आपको फिर अन्य कोई भी बिजनेस लोन लेने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी । क्योंकि वर्किंग कैपिटल लोन में ही आपको सभी सुविधाएं मिल जाएगी । चलिए आगे विस्तार से कैश फ्लो और लोन के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेते हैं।
वर्किंग कैपिटल लोन से ग्रोथ कैसे करे?
वर्किंग कैपिटल लोन प्राप्त करने से हम अपने बिजनेस से संबंधित हर छोटी जरूरत को पूरा कर सकते हैं। वर्किंग कैपिटल लोन से बिजनेस की ग्रोथ में भी आसानी होगी। क्योंकि वर्किंग कैपिटल लोन से ग्रोथ के लिए जो भी काम जरूरी है, वह लोन के माध्यम से कर सकते हैं।
अक्सर फंड की कमी के कारण हम बिजनेस ग्रोथ नहीं कर पाते हैं। लेकिन जब हमारे पास वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से फंड की जरूरत पूरी हो जाएगी, तो फिर बिजनेस ग्रोथ से संबंधित हर काम आसानी से कर सकते हैं।
ग्रोथ कैसे करे?
चलिए जान लेते हैं कि वर्किंग कैपिटल लोन का इस्तेमाल बिजनेस ग्रोथ के लिए कैसे करें।
Expanding product lines
बिजनेस ग्रोथ के लिए लोन से नए प्रोडक्ट और नए सर्विस में निवेश कर सकते हैं। नए प्रोडक्ट और नई सर्विस में निवेश करने के बाद हमारे बिजनेस का विस्तार होगा और प्रोडक्ट और सर्विस की बिक्री से बिजनेस में कैश फ्लो की रेशों बढ़ जाएगी और बिजनेस की फाइनेंसियल कंडीशन (Financial Condition) भी अच्छी होगी ।
Scaling operations
बिजनेस की ग्रोथ करने के लिए हमें वर्किंग कैपिटल लोन की काफी जरूरत होती है। वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से कंपनी अपनी प्रोडक्शन कैपेसिटी को बढ़ा सकती है। अधिक से अधिक कर्मचारियों की नियुक्ति कर सकती है और अधिक कर्मचारियों के वेतन का भुगतान भी किया जा सकता है। अलग-अलग डिपार्टमेंट के अलग-अलग कर्मचारी जब पूरी प्लानिंग के माध्यम से काम करेंगे, तो बिजनेस की ग्रोथ भी जल्दी होगी ।
Improving cash flow
वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से कैश फ्लो सिस्टम पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा। बिजनेस की प्रोडक्ट और सर्विस की डिमांड बढ़ेगी और कंपनी में खर्च कम और मुनाफा ज्यादा होगा। जिसके कारण हमारी कंपनी के कैश फ्लो में भी बढ़ोतरी होगी।
वर्किंग कैपिटल लोन का इंतजाम होने के कारण हमें लॉन्ग टर्म लोन लेने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। लॉन्ग टर्म लोन में ब्याज का रिस्क और अन्य रिस्क काफी ज्यादा होता है। लेकिन वर्किंग कैपिटल लोन मिलने के कारण शॉर्ट टर्म के लिए ही हमें बहुत कम इंटरेस्ट रेट पर लोन मिल सकता है।
फ्लैक्सिबिलिटी
वर्किंग कैपिटल लोन लेने से एक फायदा यहां भी है कि हम अपने बिजनेस में फ्लैक्सिबिलिटी से वर्किंग कैपिटल का इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि हम लोन या अन्य के माध्यम से फंड एकत्रित करते हैं, तो लॉन्ग टर्म डेबट के कारण हम अपने बिजनेस में फ्लैक्सिबिलिटी से पैसे का इस्तेमाल नहीं कर सकते।
वर्किंग कैपिटल लोन के फायदे और नुकसान
वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से कंपनी को बहुत सारे फायदे हैं। चलिए एक-एक करके विस्तार से जान लेते हैं।
वर्किंग कैपिटल लोन के फायदे
आज के समय में यदि हम किसी भी बिजनेस लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो उसमें काफी समय लग जाता है और अधिकतर बिजनेस लोन हमें लॉन्ग टर्म के लिए मिलते हैं। लेकिन वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से कंपनी को बहुत ही कम समय में लोन की राशि मिल जाती है।
दूसरी सामान्य जो लोन की प्रक्रिया होती है, उनमें आवेदन प्रक्रिया में काफी ज्यादा समय बर्बाद हो जाता है और दूसरा अधिकतर लोन लॉन्ग टर्म के आधार पर ही दिए जाते हैं। लंबे समय तक लोन लेने के बाद हमें लंबे समय तक किस्तों में हम उलझ जाते हैं। लेकिन वर्किंग कैपिटल लोन लेने के बाद हमें शॉर्ट टर्म में लोन की राशि वापस करने का समय मिल जाता है।
वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से प्रत्येक कंपनी को ग्रोथ के चांस मिल जाते हैं। इसके अलावा वर्किंग कैपिटल लोन की रीपेमेंट करते समय भी हमें कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। अक्सर यह देखा जाता है कि जब हम किसी प्रकार का लोन लेते हैं, तो रीपेमेंट के समय हमें काफी दिक्कत आती है। क्योंकि फ्लैक्सिबल रीपेमेंट ऑप्शन(Flexible Loan Repayment) नहीं मिलता है। लेकिन वर्किंग कैपिटल लोन में आपको फ्लैक्सिबल लोन रीपेमेंट विकल्प दिए जा रहे हैं। जिसके माध्यम से आप अपन हिसाब से लोन रीपेमेंट कर सकते हैं।
वर्किंग कैपिटल लोन के नुकसान
आपकी जानकारी के लिए बता दे की वर्किंग कैपिटल लोन में जो आवेदक से इंटरेस्ट वसूला जाता है, वह आवेदक की पात्रता पर निर्भर करता है। बहुत आवेदक ऐसे होते हैं, जिनका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं होता है और प्रोफाइल अच्छी नहीं होती है। जिसके कारण उन्हें अधिक इंटरेस्ट देना पड़ सकता है। इसलिए वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले इंटरेस्ट रेट जरूर चेक करे।
बहुत बार कंपनियां वर्किंग कैपिटल लोन की राशि को मैनेज नहीं कर पाती है और राशि मैनेज ना होने के कारण काफी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। अगर वर्किंग कैपिटल लोन लिया जा रहा है,तो मिसमैनेजमेंट(Miss Management) से बचना चाहिए।
नुकसान से बचने के लिए वर्किंग कैपिटल लोन का इस्तेमाल कैसे करें?
अगर वर्किंग कैपिटल लोन से होने वाले नुकसान से बचाना है,तो सबसे पहले वर्किंग कैपिटल लोन के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें और उसी के पश्चात ही लोन के लिए अप्लाई करें।
कंपनी के खर्चो और जरूरत के हिसाब से ही वर्किंग कैपिटल लोन की राशि का इस्तेमाल करें।
वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले अपने इन्वेंटरी, कैश फ्लो और कंपनी की फाइनेंसियल स्थिति की अच्छे से जांच करें और उसी के आधार पर ही वर्किंग कैपिटल लोन की राशि प्राप्त करें।
वर्किंग कैपिटल लोन की रीपेमेंट ऑप्शन को ध्यान से चुने और यह कोशिश करें कि शॉर्ट टर्म के लिए ही वर्किंग कैपिटल लोन के लिए अप्लाई करें ताकि कंपनी की फाइनेंसियल स्थिति अच्छी होने के बाद जल्दी से उसका भुगतान किया जा सके।
वर्किंग कैपिटल लोन प्राप्त होने के बाद लोन की राशि की जरूरत होने पर ही खर्च करें। यह कोशिश करें कि कंपनी के अनावश्यक खर्चो पर रोक लगाई जा सके।
वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले क्या ध्यान रखें?
वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से कंपनी अपनी जरूरत को तो पूरा कर ही सकती है। लेकिन वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले हमें कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। वर्किंग कैपिटल लोन के लिए शर्तें अगर हम जान लेंगे, तो हमें लोन लेने के पश्चात परेशानी नहीं आएगी।
वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले शर्त जरूर देखें
Loan amount
वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले आपको अपने कंपनी या बिजनेस का एनालिसिस करना चाहिए। अपने बिजनेस की जरूरत को समझना चाहिए। बिजनेस के लिए जितनी राशि की आवश्यकता है,हमें उतनी ही राशि लेनी चाहिए।
कई बार हम अधिक राशि का लोन लेते हैं,फिर बाद में चुकाते समय हमें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
Interest rates and fees
वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले इंटरेस्ट रेट और अन्य फीस के बारे में भी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि आवेदक की प्रोफाइल अच्छी नहीं होती है, जिसके कारण वर्किंग कैपिटल लोन पर अधिक इंटरेस्ट रेट भी देना पड़ सकता है. इसीलिए लोन लेने से पहले इंटरेस्ट रेट जरूर जांच ले। इंटरेस्ट के अलावा प्रोसेसिंग फीस और अन्य चार्ज चेक करने भी जरूरी है।
Repayment terms
जब आप लोन की राशि प्राप्त करेंगे, तो आपको रीपेमेंट रिटर्न के बारे में भी जानकारी प्राप्त होनी चाहिए। कई बार रीपेमेंट टर्म को हम ध्यान से नहीं पढ़ते हैं और जल्दबाजी में वर्किंग कैपिटल लोन प्राप्त कर लेते हैं। फिर बाद में हमें अपने किए पर पछतावा होता है। इसलिए सभी रीपेमेंट विकल्प को ध्यान से जरूर पढ़ें।
Credit score and eligibility
वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले आप अपने क्रेडिट स्कोर और पात्रता को जरूर जांच ले। क्योंकि क्रेडिट स्कोर अच्छा न होने के अभाव में आपको या तो वर्किंग कैपिटल लोन नहीं मिलेगा। अगर कम क्रेडिट स्कोर पर वर्किंग कैपिटल लोन मिलेगा, तो ज्यादा इंटरेस्ट देना होगा । इसीलिए क्रेडिट स्कोर और पात्रता की अच्छे से जांच जरुर करें।
वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें
वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले अपने बिजनेस की वित्तीय स्थिति की जांच करें।
वर्किंग कैपिटल लोन लेने की सभी नियम एवं शर्तें को ध्यान से पढ़ें।
वर्किंग कैपिटल लोन की कितनी राशि आपको लेनी है और कितने समय में भुगतान करना है,यह सब आपको पहले ही निर्धारित कर लेना चाहिए।
कर्ज़ नहीं, तरक्की है – वर्किंग कैपिटल लोन से कैसे सफलता पाए?
वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से आसानी से बिजनेस का विस्तार किया जा सकता है क्योंकि जो बिजनेस फंड की कमी के कारण ग्रोथ नहीं कर पाते, उन्हें भी वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से ग्रंथ का मौका मिलता है। वर्किंग कैपिटल लोन की राशि का इस्तेमाल हर तरह के खर्चों का भुगतान करने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा अगर कोई डेट या लायबिलिटी है, उसका भुगतान भी आसानी से किया जा सकता है।
बिजनेस ग्रोथ के लिए कंपनी की मार्केटिंग करना भी काफी जरूरी है। वर्किंग कैपिटल लोन की राशि का इस्तेमाल करके आप आसानी से बिजनेस ग्रोथ कर सकते हैं।
बिजनेस की ग्रोथ के लिए कर्मचारियों की हाएरिंग भी की जा सकती है। इसके अलावा बिजनेस डेवलपमेंट के लिए नई टेक्नोलॉजी का विकास करना भी जरूरी है। जिसके लिए फंड और वर्किंग कैपिटल लोन से ले सकते हैं। इसके अलावा बिजनेस के इंटरनल और आउटर खर्चों के लिए कैपिटल लोन की राशि का इस्तेमाल शॉर्ट टर्म और लोंग टर्म अपने अकॉर्डिंग भी किया जा सकता है।
वर्किंग कैपिटल लोन एक प्रकार का स्मार्ट लोन उपयोग है, जिसके माध्यम से बिजनेस मैनेजमेंट ग्रोथ और बिजनेस प्रोसेस पर कंट्रोल किया जा सकता है।
वर्किंग कैपिटल लोन से जुडी सामान्य गलतियाँ और उनसे बचने के उपाय
कुछ गलतियां ऐसी होती है, जो सामान्य तौर पर वर्किंग कैपिटल लोन लेने के दौरान हो जाती है। चलिए एक-एक करके विस्तार से सभी गलतियां समझ लेते हैं।
वर्किंग कैपिटल लोन से जुडी सामान्य गलतियाँ
कैश फ्लो की जरूरत को ना समझना
जब भी किसी बिजनेस में लोन लिया जाता है,तो उस बिजनेस की फाइनेंसियल कंडीशन के आधार पर लिया जाता है। ताकि बिजनेस के सभी ऑपरेशंस को अच्छे से सुचारू रूप से चलाया जा सके।
अगर आप कैपिटल लोन की राशि को कैश फ्लो की जरूरत के हिसाब से खर्च नहीं करेंगे,तो कुछ समय बाद आप खर्चा तो ज्यादा कर देंगे लेकिन बिजनेस की ग्रोथ फिर भी रही हो पाएगी। क्योंकि कैश फ्लो मैनेजमेंट होना जरूरी है। इसीलिए इन सब बातों का ध्यान भी जरूर रखें।
वर्किंग कैपिटल लोन की राशि पर ध्यान अधिक देना
कई बार वर्किंग कैपिटल लोन के दौरान हम लोन की राशि पर ध्यान अधिक देते हैं। लेकिन रीपेमेंट के बारे में सोचते ही नहीं है। जिसके कारण हमें बिजनेस में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
री पेमेंट टर्म पर ध्यान ना देना
आपकी जानकारी के लिए बता दे की बहुत लोग वर्किंग कैपिटल लोन तो ले लेते हैं। लेकिन रीपेमेंट रुल्स के बारे में ध्यान ही नहीं देते हैं। जब वर्किंग कैपिटल लोन के में रीपेमेंट करनी पड़ती है, तो उस समय हमें रीपेमेंट कब करनी है, कितनी करनी है और पेमेंट समय पर न करने पर नुकसान क्या हो सकता है। इन सबके बारे में हमें ध्यान देना होगा।
वर्किंग कैपिटल लोन की गलतियों से बचने के लिए उपाय
Thorough financial planning
वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले फाइनेंशियल प्लानिंग भी बहुत ज्यादा जरूरी है। क्योंकि हम अपनी वित्तीय स्थिति सुधार के लिए और बिजनेस ग्रोथ के लिए ही लोन लेते हैं। अगर हम फाइनेंशियल प्लानिंग(Financial Planning) नहीं करेंगे, तो लोन के लिए कहीं राशि को सही तरीके से इस्तेमाल ही रही कर पाएंगे और फिर बिजनेस की ग्रोथ भी नहीं होगी.
Choosing the right lender
लोन लेने के लिए हमें सही लेंडर का चुनाव करना भी जरूरी है। अधिकतर जल्दबाजी में हम सि्लेंडर का चयन गलत कर लेते हैं और लेंडर के द्वारा हमें लोन दिया जाता है, वह काफी ज्यादा इंटरेस्ट वसूल लेता है। इसलिए लोन लेने से पहले देनदार के बारे में भी जानकारी जरूर प्राप्त करें।
Monitoring loan utilization
वर्किंग कैपिटल लोन मिलने के पश्चात बहुत बार कुछ बिजनेस से लापरवाही से लोन की राशि का इस्तेमाल कर लेते हैं और लोन की बच्ची राशि जांच कर लेंगे, तो आपको यह जानकारी रहेगी कि आने वाले समय में कितने खर्च आपको करने हैं और कितनी लोन राशि आपके पास रखी है और उसी हिसाब से आप मैनेज करके चीजों का इस्तेमाल करेंगे।
Conclusion
वर्किंग कैपिटल लोन क्या होता है और बिजनेस की ग्रोथ के लिए लोन की क्या जरूरत होती है, यह तो आपको अच्छे से समझ में आ ही गया होगा। इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको यह भी जानकारी दिया की वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से किस प्रकार आप अपने बिजनेस की ग्रोथ कर सकते हैं और वर्किंग कैपिटल लोन लेते समय हमें किन गलतियों का ध्यान रख रहा होगा। अक्सर लोन लेते समय हम काफी गलतियां कर देते हैं। जिसका नुकसान हमें बाद में होता है । इसीलिए वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखें और वर्किंग कैपिटल लोन के माध्यम से बिजनेस ग्रोथ कैसे होगी पूरी जानकारी जानने के लिए पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें.
वर्किंग कैपिटल लोन के बारे में सवाल
Q1: वर्किंग कैपिटल लोन क्या होता है और यह कैसे काम करता है?
उत्तर: वर्किंग कैपिटल लोन हर तरह के बिजनेस और कंपनी को दिया जाता है. जो की पात्रता पर आधारित होता है. यह शॉर्ट टर्म लोन होता है, जिसे आवेदक अपनी सुविधा के अनुसार फ्लैक्सिबल रीपेमेंट ऑप्शन के साथ चुन सकता है। वर्किंग कैपिटल लोन का इस्तेमाल बिजनेस से जुड़ी सभी गतिविधियों और खर्च को पूरा करने के लिए किया जा सकता है। वर्किंग कैपिटल लोन बहुत आसान प्रक्रिया पर उपलब्ध हो जाता है और पेमेंट ऑप्शन फ्लैक्सिबल होने के कारण आवेदक को री पेमेंट में भी परेशानी नहीं होती है।
Q2: क्या वर्किंग कैपिटल लोन से कर्ज़ बढ़ जाता है?
उत्तर: अगर हम किसी भी तरह का लोन लेते हैं और लोन मैनेजमेंट सही तरीके से ना कर पाने के कारण हमें कई बार परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। अगर आप वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले सभी दिशा निर्देश को अच्छे से पढ़ ले और बाकी कैपिटल लोन, इंटरेस्ट रेट और अन्य चार्ज को चेक करने के बाद आवेदन करेंगे, तो आपको परेशानी नहीं आएगी। लोन का इस्तेमाल करते समय कुछ सावधानियां भी बरतें, ताकि भविष्य में आप पर रीपेमेंट का बोझ ना रहो.
Q3: वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले कौन सी बातें ध्यान में रखें?
उत्तर: वर्किंग कैपिटल लोन लेने से पहले हमें लोन के बारे में प्रत्येक जानकारी विस्तार से जाननी होगी। इसके अलावा वर्किंग कैपिटल लोन की राशि, इंटरेस्ट रेट और अन्य सभी खर्चों के बारे में डिटेल से जानकारी प्राप्त करनी होगी। अधूरी जानकारी के अभाव में ली गई राशि की कई गुना राशि की चुकानी पड़ सकती है। इसीलिए कोई भी लोन अगर ले रहे है,तो शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
Q4: क्या वर्किंग कैपिटल लोन से बिज़नेस की ग्रोथ हो सकती है?
उत्तर: बहुत बिजनेस ऐसे होते हैं, जो जल्दी ग्रोथ कर सकते हैं। लेकिन उनके पास पैसों की दिक्कत होती है। फंड न होने के कारण कंपनियों की ग्रोथ रुक जाती है। क्योंकि ग्रोथ करने के लिए मार्केटिंग ,एडवर्टाइजमेंट ,कर्मचारियों की नियुक्ति, टेक्नोलॉजी से संबंधित कार्य और अन्य कार्य नहीं कर पाते हैं। वर्किंग कैपिटल लोन प्राप्त होने से हमारी सारी समस्या का हल हो जाता है।


