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बिज़नेस लोन अप्रूवल में CIBIL स्कोर की भूमिका – कितना होना चाहिए?

by
admin
Posted on
Dec 26, 2024

आज के समय में महंगाई काफी ज्यादा बढ़ चुकी है। Savings होना बहुत ज्यादा मुश्किल हो चुका है। अगर आप नौकरी को छोड़कर किसी व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं और पैसों की समस्या के कारण आप बिजनेस शुरू नहीं कर पा रहे हैं, तो आप बिजनेस लोन प्राप्त कर सकते हैं। फ्लेक्सीलोन प्लेटफार्म के माध्यम से आपको बहुत कम इंटरेस्ट रेट पर शानदार लोन ऑफर दिए जा रहे हैं। लेकिन लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर अच्छा होना जरूरी है।

अगर आपका सिबिल स्कोर बैंक की Guidelines के अकॉर्डिंग नहीं होगा, तो आपको लोन नहीं मिल पाएगा और आपका बिजनेस शुरू करने का सपना अधूरा रह जाएगा। आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी देने वाले हैं कि लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए और लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर को कैसे चेक कर सकते हैं। पूरी जानकारी के लिए अंत तक पोस्ट को जरूर पढ़ें.

सिबिल स्कोर किसे कहते हैं?

बिजनेस लोन, पर्सनल लोन और कोई भी लोन हो, हर प्रकार के लोन में सिबिल स्कोर की अहम भूमिका होती है। अगर आप बैंक से लोन लेने का विचार कर रहे हैं, तो एक बार सिबिल स्कोर के बारे में पूरी जानकारी अवश्य जाने। बहुत कस्टमर ऐसे होते हैं, जिन्हें लोन की बहुत ज्यादा जरूरत होती है और वह लोन लेने के लिए अप्लाई भी कर देते हैं। लेकिन बाद में उन्हें पता चलता है कि उनका सिबिल स्कोर तो अच्छा है ही नहीं। इसीलिए बैंक उनका लोन रिजेक्ट कर देता है।

अगर आप सिबिल स्कोर मेंटेन करके रखेंगे तो, आपको बैंक बहुत सारे लोन ऑफर देगा। सिबिल स्कोर एक तरह का परफॉर्मेंस चार्ट होता है, जिससे आपके बैंक अकाउंट परफॉर्मेंस के बारे में जानकारी मिलती है। अगर आपकी बैंक की हिस्ट्री अच्छी है और आप हर इंस्टॉलमेंट मेंटेन करते हैं, तो आपको लोन मिलने के चांस ज्यादा रहेंगे। चलिए अब आगे चलकर हम आपको बताते हैं कि आखिर सिबिल स्कोर काम कैसे करता है और लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर जरूरी है या फिर नहीं।

लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर जरूरी है या नहीं 

अगर आप किसी भी प्रकार का लोन लेना चाहते हैं, तो उसके लिए सिबिल स्कोर काफी ज्यादा अहमियत रखता है. क्योंकि बैंक या फिर नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी के द्वारा सिर्फ कस्टमर को लोन की सुविधा दी जाती है, जिनका क्रेडिट स्कोर बैंक द्वारा निर्धारित किए गए क्रेडिट स्कोर से मैच करता है।

अगर आप सरकारी बैंक प्राइवेट बैंक या फिर अन्य किसी भी संस्थान से लोन लेना चाहते हैं, तो आपको सिबिल स्कोर जरूर चेक करना चाहिए और आपको कोशिश करनी चाहिए कि हमेशा आपका सिबिल स्कोर मेंटेन रहे और 750 से कम ना हो। चलिए आगे विस्तार से जान लेते हैं कि लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए।

लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए

अगर आप बिना किसी टेंशन के बिजनेस लोन और पर्सनल लोन या किसी प्रकार का लोन प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको अपना सिबिल स्कोर मेंटेन करना होगा। क्योंकि क्रेडिट स्कोर के आधार पर ही बैंक आपको लोन देगा। सरकारी बैंक और प्राइवेट बैंक के द्वारा लोन देने के लिए हमेशा सिबिल स्कोर को चेक किया जाता है।

सामान्य तौर पर हर बैंक के द्वारा 750 क्रेडिट स्कोर को मिनिमम निर्धारित किया गया है। अगर आपको बैंक से लोन लेना है, तो आपका सिबिल स्कोर 750 तो होना ही चाहिए।

अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से कुछ भी कम है, तो आपको बैंक द्वारा लोन नहीं दिया जाएगा। बहुत कस्टमर ऐसे होते हैं, जिनका सिबिल स्कोर 750 से काफी ज्यादा कम हो जाता है। अब ऐसे कैस में बैंक से लोन रिजेक्शन के बाद उन्हें एनबीएफसी या फिर अन्य किसी प्राइवेट संस्थान से लोन लेने के लिए आवेदन करना पड़ता है। जिसमें उन्हें काफी ज्यादा इंटरेस्ट भी देना पड़ता है।

लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर का मूल्यांकन कैसे करें?

लोन लेने के लिए आपको सबसे पहले अपना सिबिल स्कोर चेक करना होगा। अगर आप का सिबिल स्कोर 750 से ज्यादा होगा, तो आप किसी भी बैंक से लोन लेने के लिए अप्लाई कर सकते हैं। लेकिन सिबिल स्कोर 750 से कम होने पर आपको फिर एनबीएफसी संस्थान को चुनना होगा। जहां से आपको लोन मिल जाएl 

लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर का मूल्यांकन करना आपके लिए काफी ज्यादा जरूरी है। लोन लेने के लिए आपको ऑनलाइन सिबिल स्कोर चेक करना होगा। सिबिल स्कोर का मूल्यांकन करने के लिए आप किसी भी प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सकते हहैं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से आपको सिबिल स्कोर चेक करना होगा और सिबिल स्कोर चेक करने के लिए आपको प्लेटफार्म को ओपन करना होगा।

पूछी गई जानकारी भरनी होगीl आपके सामने सिबिल स्कोर की जानकारी आ जाएगी, आपका कुल स्कोर कितना है और कहां पर आपका सिबिल स्कोर डाउन या अप हुआ है। वह सब जानकारी आपको ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से मिल जाएगी। अगर आप एक्यूरेट रिजल्ट पाना चाहते हैं, तो आप ऐसे प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सकते हैं, जहां पर कुछ नॉमिनल चार्ज लेकर सिबिल रिपोर्ट जनरेट की जाती है।

सिबिल रिपोर्ट में आपको सारी जानकारी मिल जाएगी कि कहां किस वजह से आपका सिबिल डाउन हुआ है। सिबिल स्कोर का मूल्यांकन करें और सिबिल स्कोर का मूल्यांकन करने के बाद यह डिसाइड करें कि आप बैंक से लोन लेने के लिए पात्र है या फिर नहीं। अगर पात्र नहीं है, तो फिर आप एनबीएफसी प्लेटफार्म को चुन सकते हैं।

सिबिल स्कोर कैसे काम करता है?

आपकी जानकारी के लिए बता दे की सिबिल स्कोर एक तरह से हमारी क्रेडिट हिस्ट्री पर आधारित होता है। हमारे अकाउंट की परफॉर्मेंस, क्रेडिट कार्ड से संबंधित इनफॉरमेशन, लोन या फिर किसी इंस्टॉलमेंट से संबंधित इनफॉरमेशन और अन्य फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन को ध्यान में रखते हुए ही सिबिल स्कोर जनरेट होता है। सिबिल स्कोर में इन सभी के महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

कुछ कस्टमर ऐसे होते हैं, जो बैंक से लोन तो ले लेते हैं। लेकिन वह उसका भुगतान नहीं कर पाते। जिस वजह से उनका क्रेडिट स्कोर डाउन हो जाता है। अगर आप फिर से कहीं लोन लेने के लिए ट्राई करेंगे, तो बैंक के द्वारा आपका क्रेडिट स्कोर चेक किया जाएगा और क्रेडिट स्कोर चेक करने के बाद उन्हें यह जानकारी हो जाएगी कि आपने पहले भी लोन लिया हुआ है, लेकिन आपने रीपेमेंट नहीं किया। 

इस वजह से आपका क्रेडिट स्कोर डाउन हो गया है और आपको फिर दोबारा लोन नहीं मिलेगा। अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बहुत ज्यादा करते हैं, तो इससे भी आपका क्रेडिट डाउन हो जाएगा। जब आप किसी भी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से लोन लेने के लिए जाएंगे तो वह सबसे पहले आपका सिबिल ही चेक करेगा।

क्रेडिट रिपोर्ट जनरेट करने के बाद आपके अकाउंट की पूरी जानकारी आ जाएगी। अगर बैंक या नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन को रिस्क नजर आ रहा है, तो आपको लोन नहीं मिलेगा। अगर सब कुछ सही है, तो आपको लोन ऑफर दिया जाएगा।

निष्कर्ष

पोस्ट के माध्यम से हमने आपको यह जानकारी दी है कि सिबिल स्कोर क्या होता है और आप किस प्रकार से सिबिल स्कोर का मूल्यांकन कर सकते हैं। लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर की अहम भूमिका होती है। बहुत कस्टमर ऐसे होते हैं, जिन्हें लोन की जरूरत तो होती है। लेकिन जरूरत के समय पर उन्हें लोन ही नहीं मिल पाता है। क्योंकि जब बैंक के द्वारा सिबिल स्कोर का मूल्यांकन किया जाता है, तो उनका सिबिल स्कोर काफी ज्यादा खराब होता है। 

अगर आप लोन लेने के लिए इच्छुक हैं, तो अपनी सिबिल स्कोर को मेंटेन करके रखें और कोई भी ऐसी गलती ना करें जिसके कारण आपका सिबिल स्कोर डाउन हो जाए। अगर आप किसी भी प्रकार का लोन बहुत कम इंटरेस्ट रेट पर प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप फ्लेक्सीलोन्स प्लेटफार्म के माध्यम से सिबिल स्कोर भी चेक कर सकते हैं और लोन के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं।

FAQ

1-सिबिल स्कोर बढ़ाने के लिए क्या करें?

अगर आप अपना सिबिल स्कोर बढ़ाना चाहते हैं, तो आप के जितने भी पेंडिग लोन चल रहे हैं, उनका समय पर भुगतान करें। क्रेडिट कार्ड का कम से कम इस्तेमाल करें और बार-बार लोन इंक्वारी ना करें।

2- क्रेडिट स्कोर को चेक करने के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत होगी?

क्रेडिट स्कोर को चेक करने के लिए बस आपका फोन नंबर की आवश्यकता होती है। नंबर के साथ आपका अकाउंट अटैच रहता है इसलिए आसानी से अकाउंट हिस्ट्री और इंस्टॉलमेंट लोन आदि के बारे में जानकारी मिल जाती है और फिर मूल्यांकन के आधार पर क्रेडिट रिपोर्ट तैयार के जाते हैं।

3- क्रेडिट स्कोर ऑनलाइन चेक करने में कितना समय लगेगा?

ऑनलाइन क्रेडिट स्कोर चेक करने में सिर्फ दो से 3 मिनट का समय ही लगता है।

4-लोन लेने के लिए क्रेडिट स्कोर का मूल्यांकन कैसे करें?

क्रेडिट स्कोर का मूल्यांकन करने के लिए आप क्रेडिट रिपोर्ट को जरुर डाउनलोड करें. क्रेडिट रिपोर्ट में आपको सब जानकारी लिखी हुई मिल जाएगी की क्रेडिट डाउन होने का रीजन क्या है और आपका क्रेडिट स्कोर एक्चुअल में कितना है। फिर इसके आधार पर अब मूल्यांकन कर सकते हैं।

5- लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए?

अगर आप किसी भी बैंक से लोन लेना चाहते हैं, तो आपका सिबिल स्कोर कम से कम 750 तो होना ही चाहिए। बाकी जितना ज्यादा आपका स्कोर अच्छा होगा, उतना आपके लिए अच्छा है। इसके अलावा अगर आप नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से लोन लेना चाहते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर 650 से ज्यादा होना चाहिए। तभी आपको लोन मिल सकता है।