बिज़नेस लोन की ईएमआई समय पर चुकाने के 7 आसान तरीके
Feb 06, 2025

किसी भी बिज़नेस को शुरू करने या बढ़ाने के लिए बिज़नेस लोन एक महत्वपूर्ण फाइनेंशियल सपोर्ट बन सकता है। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2024 तक कुल बिज़नेस लोन 36.83 लाख करोड़ रुपये था। जिसका मतलब है, लाखों लोगों ने बिज़नेस लोन लेकर अपने सपनों को साकार किया है और उतनी ही ज़िम्मेदारी के साथ इसका रीपेमेंट भी किया है। इस लोन को समय पर चुकाना भी उतना ही आवश्यक है, खासकर जब बात बिज़नेस लोन ईएमआई (EMI) भुगतान की हो।
अगर आप लगातार ईएमआई का भुगतान करने में देरी करते हैं, तो इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है: क्रेडिट स्कोर (जिसे CIBIL स्कोर से भी जाना जाता है) खराब हो सकता है, अतिरिक्त ब्याज और पेनल्टी शुल्क लग सकता है, लंबी अवधि में कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए ईएमआई समय पर भुगतान का महत्व और भी बढ़ जाता है।
अगर आप समय पर भुगतान का महत्व को समझते हुए इन उपायों को अपनाते हैं, तो न केवल आपका बिज़नेस सुचारू रूप से चलेगा बल्कि आपकी वित्तीय स्थिति भी मजबूत बनी रहेगी।
इस ब्लॉग में आपको 7 आसान और प्रभावी तरीकों के बारे में जानने को मिलेगा, जिनकी मदद से आप अपने बिज़नेस लोन ईएमआई को समय पर चुका सकते हैं और किसी भी वित्तीय दबाव से बच सकते हैं। इन तरीकों में बजट प्रबंधन, ऑटो-डेबिट सेटअप, आपातकालीन फंड, अतिरिक्त आय स्रोत, लोन री-स्ट्रक्चरिंग, समय पर रिमाइंडर और सही फाइनेंशियल पार्टनर चुनना शामिल है, जिनके बारे में आपको इस ब्लॉग में विस्तार से जानने को मिलेगा।
बिज़नेस लोन ईएमआई समय पर चुकाने का महत्व (Why Timely EMI Payments are Important)
किसी भी बिज़नेस को सुचारू रूप से चलाने के लिए पैसों की जरूरत पड़ती है और ज्यादातर बिजनेसमैन पैसों की इसी जरूरत को पूरा करने के लिए बिज़नेस लोन का सहारा लेते हैं। ये उनके बिज़नेस के लिए बैकबोन की तरह काम करता है। लेकिन बिज़नेस लोन आपके लिए तभी फायदेमंद हो सकता है जब आप, ईएमआई का महत्व समझकर, बिज़नस लोन की EMI का समय पर भुगतान करें। समय पर ईएमआई भरना सुनिश्चित करता है कि आपका बिज़नेस लंबे समय तक सुचारू रूप से चलता रहे और आपको किसी प्रकार की परेशानी न हो।
ईएमआई समय पर भुगतान के लाभ
- क्रेडिट स्कोर में सुधार: जब आप समय पर ईएमआई का भुगतान करते हैं, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर आपको भविष्य में कम ब्याज दर पर अपने बिज़नेस के लिए लोन लेने में मदद करता है।
- पेनल्टी और लेट फीस से बचाव: जब आप समय पर ईएमआई का भुगतान नहीं करते हैं तो आपको पेनल्टी और लेट फ़ीस भी देना पड़ जाता है। कई बार ये फ़ीस बिज़नेस के लिए एक बड़ी समस्या बन जाती है। समय पर बिज़नेस लोन के ईएमआई का भुगतान करने से आप किसी प्रकार की पेनल्टी और लेट फीस से बचते हैं।
- लैंडर के साथ भरोसेमंद संबंध बनाना: समय पर ईएमआई भुगतान करने से लैंडर के साथ आपका विश्वास बढ़ता है। इससे आपको भविष्य में आसानी से लोन मिल सकता है।
ईएमआई समय पर चुकाने के 7 आसान तरीके (7 Easy Ways to Pay Business Loan EMIs on Time)
नीचे दिए गए ईएमआई समय पर चुकाने के 7 आसान तरीकों की मदद से आप अपने लोन का भुगतान समय पर आसानी से कर सकेंगे और किसी भी वित्तीय संकट से बच सकेंगे।
1.बजट प्लानिंग करें (Plan Your Budget)
बिज़नेस लोन की ईएमआई समय पर चुकाने का सबसे पहला तरीका है सही बजट योजना बनाना। हर महीने ईएमआई के लिए एक खास राशि अलग रखें। ताकि आप अपने लोन की किस्त को प्राथमिकता दे सकें।
साथ ही, अपने व्यवसाय के खर्चों पर नजर रखना भी जरूरी है। सभी खर्चों को ट्रैक करें और यह सुनिश्चित करें कि नकदी प्रवाह (cash flow) में कोई कमी न आए। अपने खर्चों को सही तरीके से मैनेज करने से आपको, ईएमआई चुकाने में कोई परेशानी नहीं होगी।
2. ऑटो-डेबिट सेट करें (Set Up Auto-Debit)
ईएमआई भुगतान के तरीके अपनाते समय ऑटो-डेबिट (Auto-Debit) सबसे कारगर उपायों में से एक है। यह सुविधा आपको हर महीने मैन्युअली भुगतान करने की चिंता से मुक्त कर देती है। इसके लिए बस आपको ऑटो-डेबिट सेट करना होगा और इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि आपके खाते में ईएमआई भुगतान के लिए पर्याप्त पैसे होने चाहिए।
ऑनलाइन ऑटो-डेबिट सेट कैसे करें?
ऑनलाइन ऑटो-डेबिट सेट करना काफी आसान है इसके लिए बस आपके पास अपना इंटरनेट बैंकिंग डिटेल होना चाहिए। नीचे लिखे स्टेप्स को फॉलो करके आप ऑनलाइन ऑटो-डेबिट सेट कर पाएंगे।
- इंटरनेट बैंकिंग लॉगइन करें।
- बिल पेमेंट वाले ऑप्शन पर क्लिक करें।
- ऑटो-पे वाले ऑप्शन पर क्लिक करें।
- बिल कैटेगरी में लोन पेमेंट को चुनें और सभी जरूरी जानकारी जैसे लोन कंपनी का नाम और ऑटो-पे की राशि डालें।
- सभी जानकारी भरकर जैसे ही आप आगे बढ़ेंगे आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा जिसे आपको भरकर “Proceed” करना होगा।
- इतना करते ही आपका ऑटो-डेबिट सेट हो जाएगा।
3. आपातकालीन फंड तैयार रखें (Maintain an Emergency Fund)
कई बार बिज़नेस में अचानक कोई वित्तीय संकट आ सकता है, जिससे ईएमआई चुकाना कठिन हो सकता है। ऐसे में ईएमआई समय पर भरने के लिए आपातकालीन फंड (Emergency Fund) तैयार रखना एक अच्छा तरीका है, ताकि आप किसी भी अनिश्चित स्थिति में अपने लोन की ईएमआई समय पर चुका सकें।
- कम से कम 3-6 महीने की ईएमआई के बराबर फंड अलग रखें।
- इसे आसानी से एक्सेस किए जाने वाले खाते में जमा करें।
- अगर संभव हो तो लिक्विड एसेट्स बनाएं, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत पैसा निकाला जा सके।
एक अच्छा आपातकालीन फंड आपको किसी भी कठिन परिस्थिति में मदद कर सकता है और यह सुनिश्चित करता है कि आपका लोन ईएमआई भुगतान प्रभावित न हो। आपातकालीन फंड रखना एक बेहतरीन लोन ईएमआई टिप्स है।
4. अतिरिक्त आय स्रोत बनाएं (Create Additional Income Sources)
अगर आपका बिज़नेस अभी शुरुआती दौर में है और मुनाफा कम है, तो अतिरिक्त आय स्रोत बनाना एक बेहतरीन तरीका हो सकता है। इससे न केवल आपके बिज़नेस के लिए अतिरिक्त फंड आएंगे, बल्कि ईएमआई भुगतान भी बिना किसी समस्या के किया जा सकेगा।
- फ्रीलांसिंग, पार्ट-टाइम बिज़नेस, या कंसल्टिंग सेवाएं देना शुरू करें।
- अगर बिज़नेस बड़ा है, तो अन्य उत्पाद या सेवाएं जोड़कर रेवेन्यू बढ़ाने के तरीकों पर विचार करें।
- मौजूदा संसाधनों का सही इस्तेमाल करके खर्चों में कटौती करें और अधिक मुनाफा कमाएं।
ईएमआई भुगतान के तरीके अपनाते समय यह समझना ज़रूरी है कि एक से अधिक आय स्रोत होना हमेशा फायदेमंद होता है।
5. लोन री-स्ट्रक्चरिंग पर विचार करें (Consider Loan Restructuring)
अगर आप लगातार ईएमआई भुगतान में कठिनाई महसूस कर रहे हैं, तो अपने ऋणदाता से लोन री-स्ट्रक्चरिंग (Loan Restructuring) का अनुरोध कर सकते हैं।
- आप लोन की अवधि बढ़ाकर ईएमआई कम करने का प्रस्ताव रख सकते हैं। कुछ बैंक तत्काल रूप से ईएमआई राशि कम करने या कुछ महीनों के लिए मोहलत देने पर भी विचार कर सकते हैं ताकि मासिक बोझ कम हो।
- कम ब्याज दर के विकल्प तलाशें और पुनर्वित्त (Refinancing) की संभावना पर विचार करें।
- ऋणदाता से बातचीत करके भुगतान की शर्तों को आसान बनाने की कोशिश करें।
कई बैंक और एनबीएफसी विशेष परिस्थितियों में ग्राहकों को लोन री-स्ट्रक्चरिंग का विकल्प देते हैं, जिससे ईएमआई बोझ को कम किया जा सकता है।
6. समय पर रिमाइंडर सेट करें (Set Timely Reminders)
आज के डिजिटल युग में, ईएमआई की समय पर भुगतान के लिए कई उपयोगी ऐप्स और टूल्स उपलब्ध हैं। अपने स्मार्टफोन में बैंक का मोबाइल ऐप इंस्टॉल करें, जो आपको ईएमआई की नियमित रिमाइंडर भेजता है। गूगल कैलेंडर या रिमाइंडर ऐप्स में ड्यू डेट सेट करें, जिससे आपको समय पर नोटिफिकेशन मिल सके।
बजट ट्रैकिंग ऐप्स जैसे Money Tracker, Wallet या Fast Budget का उपयोग करें, जो आपके खर्चों और आने वाली ईएमआई के बारे में सतर्क करते हैं। कई बैंक व्हाट्सएप बैंकिंग सेवा भी प्रदान करते हैं, जिससे आप ईएमआई की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
- मोबाइल ऐप्स, बैंक नोटिफिकेशन, या कैलेंडर अलर्ट का उपयोग करें।
- बैंक से एसएमएस अलर्ट चालू करें, ताकि आपको समय पर रिमाइंडर मिलता रहे।
- नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग ऐप्स की ऑटो-नोटिफिकेशन सेटिंग्स का उपयोग करें।
7. सही ऋणदाता चुनें (Choose the Right Lender)
कई बार लोन लेने के बाद ऋणदाता की सख्त शर्तों के कारण बिज़नेस ओनर को ईएमआई चुकाने में परेशानी होती है। इसलिए, लोन लेने से पहले सही ऋणदाता चुनना बहुत ज़रूरी हो जाता है। सही ऋणदाता को चुनने से आप अपने बिज़नेस को नई ऊंचाई पर ले जा सकते हैं, जैसे अब तक हजारों लोगों ने Flexiloan से बिज़नेस लोन लेकर अपने बिज़नेस को बढ़ाया है।
- बिज़नेस लोन के प्रकार और उनके फायदे को जाने तथा कम ब्याज दर और फ्लेक्सिबल री-पेमेंट टर्म वाले फाइनेंशियल पार्टनर को चुनें।
- लोन लेने से पहले बिज़नेस लोन EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल करके पता कर लें कि आपको कितने रुपए के लोन पर महीने का कितना ईएमआई भरना पड़ सकता है।
- ऋण की शर्तों को पूरी तरह समझें और छिपे हुए शुल्कों की जांच करें।
- ग्राहक समीक्षाओं और लोन देने वाली संस्था की विश्वसनीयता की जांच करें। इस बात का खास ख्याल रखें कि वो बैंक या NBFC RBI से प्रमाणित होना चाहिए।
अगर आप ऊपर बताए गए लोन ईएमआई टिप्स को अपनाते हैं, तो आपका बिज़नेस बिना किसी वित्तीय बाधा के आगे बढ़ सकता है। कुछ लैंडर्स मौसमी व्यवसायों के लिए फ्लेक्सी ईएमआई की सुविधा देते हैं, जहां आप अधिक कमाई के महीनों में ज्यादा और कम कमाई के महीनों में कम भुगतान कर सकते हैं।
ईएमआई चुकाने में देरी के नुकसान (Consequences of Delayed EMI Payments)
यदि आप ईएमआई चुकाने में देरी करते हैं, तो इसके कई गंभीर परिणाम हो सकते हैं। आइए जानते हैं “ईएमआई देरी के नुकसान” और “भुगतान में देरी का प्रभाव” के मुख्य पहलुओं को।
1. क्रेडिट स्कोर और लोन पात्रता पर नकारात्मक प्रभाव:
क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच का एक नंबर होता है, जिसमें 700 से ज्यादा एक अच्छा नंबर माना जाता है। वहीं 780 से ज्यादा क्रेडिट स्कोर होने पर आप भारत के टॉप 10% अच्छे क्रेडिट स्कोर वाले लोगों में शामिल हो जाते हैं। एक भी ईएमआई चुकाने में देरी होने से आपका क्रेडिट स्कोर काफी नीचे गिर जाता है। क्रेडिट स्कोर कम हो जाने पर भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा, यदि लोन मिल भी जाए, तो ब्याज दरें अधिक होती हैं।
2. चक्रवृद्धि ब्याज, पेनल्टी और लेट फीस का बोझ:
ईएमआई भुगतान में देरी करने पर बैंक या NBFC जुर्माना और लेट फीस वसूलते हैं। इसके अलावा, चक्रवृद्धि ब्याज की वजह से आपकी कुल देय राशि में वृद्धि होती है। अगर आप लोन की मासिक किस्त का भुगतान समय पर नहीं करते हैं, तो बैंक और एनबीएफसी आपकी ईएमआई राशि पर लेट पेमेंट चार्ज और पेनल्टी जोड़ देते हैं। कई बार ज्यादा लेट करने पर ये सभी फीस ईएमआई की राशि से भी अधिक हो जाती है।
3. कानूनी परिणाम और संपत्ति की जब्ती
अगर आप बार-बार ईएमआई भुगतान में देरी करते हैं या भुगतान बिल्कुल नहीं करते, तो यह कानूनी मामलों तक पहुंच सकता है। बैंक या NBFC आपको नोटिस भेज सकते हैं, और अत्यधिक मामलों में आपकी संपत्ति को जब्त करने या कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार रखते हैं। लोन लेते समय ये सभी चीजें कंपनी की शर्तों में लिखे होते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग इसे नजरअंदाज करते हैं और ईएमआई चुकाने में देरी करने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है।
बिज़नेस लोन ईएमआई के लिए बजट प्रबंधन टिप्स (Budget Management Tips for EMI Payments)
बिज़नेस लोन लेना एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। अगर आप अपने लोन की ईएमआई समय पर चुकाना चाहते हैं और अपने बिज़नेस को सुचारू रूप से चलाना चाहते हैं, तो बजट प्रबंधन बेहद महत्वपूर्ण है। नीचे “बजट प्रबंधन टिप्स” और “लोन ईएमआई प्लानिंग” से जुड़ी जानकारी दी गई हैं।
1. आय और खर्चों को नियमित रूप से ट्रैक करें
अपने बिज़नेस की आय और खर्चों को नियमित रूप से ट्रैक करना बेहद जरूरी है। इसके लिए आप एक्सेल शीट या अकाउंटिंग सॉफ़्टवेयर का उपयोग कर सकते हैं। इससे आपको यह पता चलता रहेगा कि आपकी कितनी आय हो रही है और किन चीजों पर खर्च हो रहा है।
2. ऋण भुगतान को प्राथमिकता दें
जब भी आप अपने मासिक बजट की योजना बनाएं, तो सबसे पहले अपनी ईएमआई का भुगतान सुनिश्चित करें। गैर-जरूरी खर्चों को कम करें और अपने लोन भुगतान को प्राथमिकता दें। इससे न केवल आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा रहेगा, बल्कि आपको भविष्य में भी आसानी से लोन मिल सकेगा।
3. कैश फ्लो पर नज़र रखें और अकाउंटिंग टूल्स का इस्तेमाल करें
बिज़नेस में कैश फ्लो का सही प्रबंधन बेहद महत्वपूर्ण है। इसके लिए आप अकाउंटिंग टूल्स या सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपको यह समझने में मदद करेगा कि आपका कैश फ्लो कितना मजबूत है और आप किस तरह से अपने खर्चों को नियंत्रित कर सकते हैं।
बजट प्रबंधन टिप्स अपनाकर आप अपने बिज़नेस लोन की ईएमआई को समय पर चुका सकते हैं और अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत बना सकते हैं। लोन ईएमआई प्लानिंग के तहत आय और खर्चों की निगरानी करें, ऋण भुगतान को प्राथमिकता दें, और कैश फ्लो पर नज़र बनाए रखें।
सही फाइनेंस पार्टनर का चुनाव (Choose the Right Financial Partner)
फाइनेंस पार्टनर चुनते समय, पारदर्शी शर्तों वाले सही ऋणदाता का चयन करना बेहद महत्वपूर्ण है। पारदर्शी शर्तों का मतलब है कि लोन की सभी शर्तें, जैसे कि ब्याज दर, शुल्क, प्रसंस्करण शुल्क (Processing Fee), देरी शुल्क, आदि, स्पष्ट रूप से बताई गई हों और कोई छिपी हुई लागत न हो।
1. पारदर्शी शर्तों वाले ऋणदाता चुनें
बाजार में कई NBFC और बैंक बिज़नेस लोन प्रदान करते हैं, लेकिन हर ऋणदाता की शर्तें अलग-अलग होती हैं। इसलिए, सही फाइनेंस पार्टनर चुनते समय उनकी शर्तों की पारदर्शिता को जरूर जांचें। छिपे हुए शुल्क (Hidden Charges) और अतिरिक्त पेनल्टी की जानकारी लें। पूर्व भुगतान (Prepayment) और पुनर्भुगतान (Repayment) की शर्तों को समझें।
2. कम ब्याज दर और लचीले रीपेमेंट विकल्प
सही ऋणदाता का चयन करते समय सबसे जरूरी चीज है ब्याज दर और रीपेमेंट योजना। कम ब्याज दर पर लोन देने वाले ऋणदाताओं की तुलना करें। उन ऋणदाताओं को प्राथमिकता दें जो आपके बिज़नेस के नकदी प्रवाह (Cash Flow) के अनुसार कस्टमाइज्ड पुनर्भुगतान प्लान देते हैं।
3. विभिन्न ऋणदाताओं की तुलना
आजकल कई बैंक, एनबीएफसी और डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म बिज़नेस लोन प्रदान करते हैं। सही फाइनेंस पार्टनर चुनने से पहले इनकी तुलना करना जरूरी है। बैंकों और एनबीएफसी की लोन प्रक्रिया, ब्याज दरें और रीपेमेंट शर्तों को देखें। अगर आपको तुरंत बिज़नेस लोन की जरूरत है, तो डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म भी एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
ऋणदाता | राशि | ब्याज | फीस | किश्त | प्रक्रिया |
बैंक | 50000-50 लाख तक | 13-44% | 5-10% | निश्चित मासिक | मुश्किल |
NBFC | 50000-25 लाख तक | 14-36% | 5-7% | निश्चित मासिक | आसान |
ऑनलाइन लैंडर्स | 50000-15 लाख तक | 16-35% | 5-10% | लचीला मासिक | आसान |
Flexi Loans | 50000-1 करोड़ तक | 12-24% | 5% (लोन पर निर्भर) | लचीला मासिक | काफी आसान |
निष्कर्ष
बिज़नेस लोन किसी भी बिजनेसमैन के लिए एक महत्वपूर्ण फाइनेंशियल सपोर्ट होता है, लेकिन सही तरीके से फाइनेंशियल प्लानिंग करना आवश्यक है। समय पर ईएमआई भुगतान न केवल आपके क्रेडिट स्कोर को बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि आपको अतिरिक्त ब्याज और पेनल्टी से भी बचाता है। समय पर ईएमआई भुगतान करना न केवल आपके क्रेडिट स्कोर को सुरक्षित रखता है, बल्कि आपको भविष्य में बेहतर वित्तीय अवसर भी प्रदान करता है। इस ब्लॉग में आपने 7 आसान और प्रभावी तरीकों के बारे में जाना, जिनकी मदद से आप अपनी बिज़नेस लोन ईएमआई बिना किसी देरी के चुका सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या हम ईएमआई का भुगतान जल्दी कर सकते हैं?
हां, आप ईएमआई का भुगतान जल्दी कर सकते हैं। इसे प्रीपेमेंट कहा जाता है। ईएमआई का भुगतान जल्दी करने से आप कुल ब्याज की राशि कम कर सकते हैं, लोन की अवधि कम कर सकते हैं और जल्दी कर्ज से मुक्त हो सकते हैं।
Q2. क्या ईएमआई का भुगतान जल्दी करने पर कोई अतिरिक्त फीस देना होता है?
कुछ ऋणदाता ईएमआई का भुगतान जल्दी करने पर ग्राहक से एक फीस लेते हैं जिसे प्री-क्लोजर चार्ज से जाना जाता है। वहीं कुछ ऋणदाता जैसे Flexiloans इसके लिए कोई भी फीस नहीं लेते हैं।
Q3. बिजनेस लोन नहीं चुकाने पर क्या होता है?
बिजनेस लोन नहीं चुकाने पर कई गंभीर परिणाम हो सकते हैं। जब आप लोन नहीं चुकाते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर खराब होता है और भविष्य में आपको लोन लेने बहुत मुश्किल हो सकता है। इसके अलावा, लोन नहीं चुकाने से आपके कारोबार की प्रतिष्ठा खराब हो सकती है और लैंडर आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकता है, जिसमें आपके संपत्ति को जब्त करना भी शामिल हो सकता है। अगर आप लोन चुकाने में पूरी तरह असमर्थ हैं, तो आपको दिवालिया घोषित होना पड़ सकता है।
Q4. 1 महीने तक ईएमआई नहीं भरने पर क्या होगा?
यदि आपने 1 महीने तक ईएमआई नहीं भरी है, तो आपको कई तरह की पेनल्टी का भुगतान करना होगा, आपका क्रेडिट स्कोर काफी कम हो जाएगा और आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।