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नकद ऋण और ओवरड्राफ्ट के बीच अंतर

by
admin
Posted on
Oct 08, 2024
Cash Loan kya he in hindi

व्यवसाय की जरूरत को पूरा करने के लिए हमें पैसों की आवश्यकता होती है। कई बार ऐसा होता है कि हमें एकदम से पैसे लेना पड़ता है। जिससे हमारे बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए हमें काफी ज्यादा फायदा मिलता है। जिस प्रकार व्यवसाय ऋण होता है, इसी प्रकार ओवरड्राफ्ट भी काफी लाभदायक होता है। आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से नकद ऋण क्या होता है, इस बारे में तो जानकारी देंगे। इसके अलावा ओवरड्राफ्ट के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे। व्यवसाय के लिए नकद ऋण और ओवरड्राफ्ट दोनों ही काफी ज्यादा महत्वपूर्ण हैl चलिए इस पोस्ट के माध्यम से पूरी जानकारी विस्तार से जान लेते हैंl

नकद ऋण क्या होता है?

व्यवसाय की जरूरत को पूरा करने के लिए हर बिजनेसमैन को पैसे की आवश्यकता होती है। बहुत बार ऐसा भी होता है कि बिजनेस बैंक की रिटायरमेंट के अनुसार एलिजिबल नहीं होता है। जिस वजह से पैसे नहीं मिल पाता है। आज के समय में एनबीएफसी और अन्य संस्थाओं के द्वारा भी नकद ऋण दिया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल करके आप अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं। 

जब व्यवसाय की जरूरत को पूरा करने के लिए बैंक या फिर अन्य संस्थान से पैसे लिए जाते हैं, तो इसे ही नकद ऋण कहा जाता है। नकद ऋण लेने पर आपको कुछ प्रतिशत ब्याज भी देना होगा। ब्याज का रेट अलग-अलग बैंक एवं अलग-अलग संस्थान के हिसाब से निर्धारित किया जाता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर काफी ज्यादा अच्छा है और फाइनेंशियल स्टेटस भी अच्छा है, तो वह आपको कम इंटरेस्ट रेट पर आसानी से मिल जाएगा।

नकद ऋण की विशेषता

अगर आप अपने व्यवसाय के लिए ऋण लेना चाहते हैं, तो नकद ऋण की विशेषताएं एक बार जरूर जान ले।

नकद ऋण प्राप्त करने के लिए आपको सबसे पहले यह भी चेक करना होगा कि आप नकद ऋण के लिए एलिजिबल है भी या फिर नहींl नकद ऋण लेने के लिए का क्रेडिट स्कोर भी अच्छा होना जरूरी है। वैसे बैंक के द्वारा 750 से ज्यादा सिबिल स्कोर पर ही नकद ऋण दिया जाता है। अगर आप बैंक के अलावा एनबीएफसी से पैसे लेते हैं, तो 750 से कम क्रेडिट स्कोर होने पर भी आपको पैसे मिल जाएगा।
जब आपके द्वारा नकद ऋण लिया जाएगा, तो सबसे पहले एक लिखित में एग्रीमेंट भी होता है। इस एग्रीमेंट के हिसाब से आपको ली गई राशि को वापस करना होता है। आप हर महीने इंस्टॉलमेंट में राशि को वापस कर सकते हैं। ली गई राशि पर आपको ब्याज भी देना होगा।

नकद ऋण आप एक निश्चित समय तक के लिए ही ले सकते हैं। आप साप्ताहिक या हर महीने की इंस्टॉलमेंट फिक्स कर सकते हैं और उसके हिसाब से पैसे की रीपेमेंट कर सकते हैं। अगर आपके पास पहले पैसा आ जाता है, तो आप नकद ऋण का पहले भी भुगतान कर सकते हैं।

ओवरड्राफ्ट क्या होता है?

जब भी खाता धारक का खाता खाली हो जाता है, तो उसे अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए कहीं से पैसे लेने की आवश्यकता होती है या फिर किसी से पैसा उधार लेना पड़ता है। लेकिन कुछ खाताधारा ऐसे होते हैं, जिनकी ट्रांजैक्शन अच्छी होती है। जिस वजह से खाताधारक को ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी दी जाती है ।

वित्तीय संस्थान के द्वारा जब खाताधारक को ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाती है, तो ऐसे में दी गई लिमिट के हिसाब से खाताधारक पैसे का इस्तेमाल कर सकता है। जितना पैसा खाता धारक इस्तेमाल करेगा, बस उस पर ही इंटरेस्ट देना होगा।

ओवरड्राफ्ट की विशेषता क्या होती हैं?

वित्तीय संस्थान के द्वारा जब ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाती है, तो ओवरड्राफ्ट से खाताधारक को काफी ज्यादा बेनिफिट मिलता है। चलिए ओवरड्राफ्ट की विशेषता जान लेते हैं। खाताधारक को जब ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाती है,तो ऐसी स्थिति में जितना भी पैसा खाता धारक के द्वारा इस्तेमाल किया जाता है, सिर्फ उसी पर ही इंटरेस्ट देना होता है। 

मान लीजिए कि आपको वित्तीय संस्थान ने ₹20000 की ओवरड्राफ्ट लिमिट दी है। यानी कि आप ₹20000 तक के पैसे का इस्तेमाल कर सकते हैं। मान लीजिए अपने 10000 रुपए का इस्तेमाल किया है, तो आपको सिर्फ ₹10000 पर ही इंटरेस्ट देना होगा। अगर आप ओवरड्राफ्ट लिमिट प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपके अकाउंट के ट्रांजैक्शन अच्छी होनी चाहिए । 

अगर आपके अकाउंट की ट्रांजैक्शन अच्छी नहीं है, तो आपको Overdraft Limit का फायदा नहीं मिलेगा। बहुत बार ऐसा भी होता था कि हमें एकदम से पैसों की आवश्यकता होती है। पैसों की आवश्यकता में हम ओवरड्राफ्ट लिमिट का इस्तेमाल कर सकते हैं। ओवरड्राफ्ट लिमिट से हमें कुछ मिनट में राशि प्राप्त हो जाती है।

ओवरड्राफ्ट लिमिट के प्रकार 

ओवरड्राफ्ट क्या होता है, यह हमने आपको बता ही दिया है। वित्तीय संस्थान के द्वारा खाता धारकों को ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाती है। लेकिन तीन प्रकार के ओवरड्राफ्ट होते हैं। जिनके बारे में आपको जानना जरूरी है।

बचत खाते पर ओवरड्राफ्ट

वित्तीय संस्थान के द्वारा बचत खाता पर भी ओवरड्राफ्ट लिमिट दी जाती है। अगर आपके बचत खाते में आपने लाखों रुपए जमा किए हुए हैं, और ट्रांजैक्शन भी होती रहती है, तो आपको वित्तीय संस्थान की ओर से लाखों रुपए तक की ओवरड्राफ्ट लिमिट भी मिल सकती है। यह आपके अकाउंट पर निर्भर करता है।

वेतन पर ओवरड्राफ्ट

ओवरड्राफ्ट का फायदा अगर आप लेना चाहते हैं, तो अगर आपकी सैलरी अच्छी है, तब भी आपको वेतन पर ओवरड्राफ्ट मिल जाएगा। आपको आपके वेतन के बराबर या वेतन से कुछ लिमिट कम तक ओवरड्राफ्ट की विशेषता मिल सकती है।

फिक्स्ड डिपॉजिट के बदले ओवरड्राफ्ट

बैंक के द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट के ऊपर भी ओवरड्राफ्ट लिमिट दे दी जाती है। मान लीजिए अपने ₹300000 की फिक्स डिपोजिट करवाई है और आपको फाइनेंशियल संस्थान के द्वारा ₹100000 तक की ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी आसानी से दी जा सकती है।

नकद ऋण और ओवरड्राफ्ट के बीच अंतर क्या है?

अंतरनकद ऋण ओवरड्राफ्ट
उद्देश्य वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसे की आवश्यकता होती है।अल्पकालीन खर्चों को पूरा करने के लिए आप नकद ऋण का इस्तेमाल कर सकते हैं।
ब्याज दर नकद ऋण में इंटरेस्ट रेट कम होता है।ओवरड्राफ्ट में इंटरेस्ट रेट  ज्यादा होती है। 
ऋण अवधि नकद ऋण को चुकाने के लिए 1 वर्ष का समय मिल जाता है। कई बार ज्यादा समय भी मिलता है।ओवरड्राफ्ट को आप साप्ताहिक, मासिक और क्वार्टरली चुका सकते हैं।
नया खाता खोलनानकद ऋण के लिए आपको नया खाता खोलने की आवश्यकता होगी।ओवरड्राफ्ट की सुविधा आपके पुराने खाते पर ही लागू हो जाएगी। इसके लिए आपको नया खाता खोलना नहीं पड़ेगा।

निष्कर्ष

इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको नकद ऋण और ओवरड्राफ्ट के बारे में जानकारी दे दी है। बिजनेस की आर्थिक जरूरत को पूरा करने के लिए हमें नकद ऋण और ओवरड्राफ्ट दोनों की आवश्यकता पड़ सकती हैं। कुछ बिजनेस ऐसे होते हैं, जो नकद ऋण लेने के लिए एलिजिबल नहीं हो पाते हैं। उस स्थिति में ओवरड्राफ्ट काम आता है।

हमने आपको इस पोस्ट के माध्यम से दोनों के बारे में जानकारी दी है। नकद ऋण और ओवरड्राफ्ट में क्या अंतर है, इस बारे में भी हमने आपको विस्तार से बता दिया है। अगर आप ओवरड्राफ्ट या फिर नकद ऋण से संबंधित अधिक जानकारी जानना चाहते हैं, तो आप अपने अकाउंट की ट्रांजैक्शन के हिसाब से दोनों का लाभ ले सकते हैं।

FAQ

1.क्या नकद ऋण और ओवरड्राफ्ट दोनों समान होते हैं?

नकद ऋण और ओवरड्राफ्ट दोनों एक समान नहीं होते हैंl दोनों में काफी अंतर होता हैl नकद ऋण लेने के लिए आपको वित्तीय संस्थान से पहले संपर्क करना होगाl अगर आपके अकाउंट की स्थिति अच्छी हैl आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है और आपकी अर्निंग अच्छी है, तो आपको नकद ऋण का लाभ मिल सकता हैl इसके अलावा आपके अकाउंट की ट्रांजैक्शन के हिसाब से वित्तीय संस्थान के द्वारा आपको ओवरड्राफ्ट लिमिट दी जाती हैl

2.नकद ऋण पर हमें कितने प्रतिशत इंटरेस्ट देना होगा?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि व्यवसाय के हिसाब से अलग-अलग रेट पर इंटरेस्ट दिया जाता हैl अगर आपके व्यवसाय से आपको अच्छी अर्निंग होती है और आपका क्रेडिट स्कोर भी अच्छा है, तो आपको कई लाख रुपए तक का पैसे मिल सकता हैl आपको इंटरेस्ट भी ज्यादा नहीं देना पड़ेगा। सामान्य रूप से बैंक या वित्तीय संस्थान के द्वारा 9% से 15% तक की रेट पर बिजनेस पैसे दिया जाता है।

3.ओवरड्राफ्ट से निकाले गए पैसे पर हमें कितना इंटरेस्ट देना होगा?

अलग-अलग संस्थान के द्वारा वसूली जाने वाली इंटरेस्ट रेट अलग-अलग होती है। अगर आपके अकाउंट की ट्रांजैक्शन अच्छी है और आपके अकाउंट में पैसा है, तो आपको बहुत कम इंटरेस्ट पर ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी का लाभ मिलेगा। जितने पैसे का आप इस्तेमाल करेंगे, आपको सिर्फ इतने पैसे पर ही इंटरेस्ट देना होगा।

4.व्यवसाय के लिए नकद ऋण और ओवरड्राफ्ट में से कौन सा बेहतर है?

अगर आपको अपने व्यवसाय के लिए पैसों की आवश्यकता है, तो आप पैसे और ओवरड्राफ्ट दोनों में से किसी का भी इस्तेमाल कर सकते हैंl लेकिन ओवरड्राफ्ट में आपको ज्यादा पैसे नहीं मिल पाएगा। अगर आपके व्यवसाय के लिए आपको लाखों रुपए की आवश्यकता है, तो आपको पैसे लेना ही पड़ेगा। क्योंकि ओवरड्राफ्ट में अधिकतर ज्यादा लिमिट नहीं मिल पाती है।

5.नकद ऋण के लिए कैसे आवेदन करें?

नकद ऋण लेने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगाl आप किसी भी बैंक से Loan लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैंl आज के समय में भारत सरकार के द्वारा Business Loan से संबंधित काफी सारी योजनाएं भी शुरू की गई हैl जिनके माध्यम से आप लाखों रुपए का पैसे प्राप्त करके अपने बिजनेस की ग्रोथ कर सकते हैंl