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धारा 16(2)(एए) के अनुसार जीएसटी में आईटीसी कैसे प्राप्त करें

by
admin
Posted on
Sep 06, 2024
ITC Kya Hai

Itc Kya Hai: साल 2017 में गुड एंड सर्विस टैक्स यानी जीएसटी को लागू किया गया थाl जीएसटी के लागू होने के बाद जितने भी टैक्स थे, उनका भुगतान अब नहीं करना पड़ता हैl पहले जब टैक्स का भुगतान किया जाता था, तो अलग-अलग टैक्स से संबंधित हमें जानकारी होनी जरूरी थीl लेकिन साल 2017 में जब से जीएसटी लागू किया गया है,तब से टैक्स का भुगतान करना थोड़ा आसान हो चुका है और कैलकुलेशन करनी भी आसान है। 

शुरुआत में जब जीएसटी लागू हुआ था, तो Taxpayer को काफी समस्या देखने को मिली थी। जिसके लिए साल 2022 में जीएसटी के नियम में संशोधन किया गया है। आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी देने वाले हैं कि जीएसटी की धारा 16(2)(एए) किससे संबंधित है और इनपुट टैक्स क्रेडिट क्या है(What Is Itc In Gst In Hindi)। पूरी जानकारी के लिए अंत तक इस पोस्ट को अवश्य पढ़े।

Itc Kya Hai l आईटीसी क्या है?

जब भी हम किसी सेवा या वस्तु को खरीदते हैं, तो उस समय हमें जीएसटी का भुगतान करना पड़ता है। चाहे आप कोई भी वस्तु खरीदें आपको जीएसटी का भुगतान तो करना ही होगाl जीएसटी के भुगतान को कम करने के लिए आईटीसी काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है। जब आप जीएसटी का भुगतान करते हैं, तो आईटीसी के माध्यम से आप अपने कर को कम कर सकते हैं। 

आईटीसी का दावा करके आप कर के भोझ को कम कर सकते हैंl लेकिन इसका लाभ लेने के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम भी निर्धारित किए गए हैं। आपको सभी मापदंड पता होना चाहिए,तभी आपको आईटीसी का बेनिफिट मिल पाएगा। चलिए आगे विस्तार से जान लेते हैं की आईटीसी का लाभ लेने के लिए क्या मापदंड निर्धारित किए गए हैं और आप किस प्रकार से जीएसटी में आईटीसी का लाभ ले सकते हैं।

धारा 16(2)(एए) के अनुसार GST में आईटीसी कैसे प्राप्त करें।

अगर आप जीएसटी का भुगतान करते हैं, तो आप आईसीटी का लाभ प्राप्त कर सकते हैंl लेकिन इसके लिए आपको कुछ शर्तों का पालन करना होगाl चलिए सभी शर्तों को समझ लेते हैंl डेबिट नोट, चलान, कर और अन्य खरीदारी से संबंधित जो सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज होने जरूरी है, अवधि के अंतर्गत जीएसटी रिटर्न दाखिल करना जरूरी है। अगर आपने जीएसटी रिटर्न दाखिल नहीं किया, तो आपको आईटीसी का लाभ नहीं मिलेगा। जीएसटी में आईटीसी का लाभ लेने के लिए आपके पास , कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों का होना भी बहुत ज्यादा जरूरी है।

Itc का दावा करने के लिए आवश्यकता

जैसे कि हमने आपको बताया कि आईटीसी के माध्यम से जीएसटी के बोझ को कम करने में काफी फायदा मिल रहा हैI अगर आप भी आईटीसी का दावा करना चाहते हैं, तो आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा। तभी आपको इसका लाभ मिल पाएगा। चलिए एक-एक करके विस्तार से सभी जानकारी जान लेते हैं।

उचित रिकॉर्ड बनाएं

आईटीसी का दावा करने के लिए आपको जीएसटी से संबंधित सभी दस्तावेजों का सही तरीके से रिकॉर्ड बनाना होगा। जैसे कि आपने कौन सी वस्तु खरीदी है, कितना जीएसटी का भुगतान आपने किया है और जीएसटी का भुगतान करने से संबंधित सभी दस्तावेज आपके पास अगर होंगे, तो आपको आईटीसी का दावा करने में दिक्कत नहीं आएगी।

अभिलेख जरूर बनाएं

आपके व्यवसाय में जितने भी इनपुट और आउटपुट कर हुए हैं, उन सभी का आपको लेखा-जोखा रखना होगा। सबका लिखित में अगर लेखा जोखा रखेंगे, तो आपको फिर बाद में कोई कंफ्यूजन नहीं होगी। टैक्स फाइलिंग प्रक्रिया के लिए आपको सभी विवरण का रिकॉर्ड रखना जरूरी होगा।


समय पर जीएसटी रिटर्न जरूर दाखिल करें

अगर आप आईटीसी का लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको GSTR-1 और GSTR-3B दाखिल करने की आवश्यकता होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की आईसीटी का दावा करने के लिए आपको रिटर्न भरना जरूरी होगा। अगर आप समय पर रिटर्न नहीं भरेंगे, तो आपको जुर्माना भी भुगतना पड़ सकता है और आपको आईटीसी का दावा करने में भी दिक्कत आएगी।


GSTR-2A और GSTR-2B

आईटीसी का दावा करने के लिए आपको GSTR-2A और GSTR-2B भरना जरूरी होगा। इनके माध्यम से जीएसटी रिटर्न के अनुसार खरीद का विवरण प्राप्त हो जाएगा। जिसके कारण आईटीसी का दावा आप आसानी से कर पाएंगे।

इनपुट और आउटपुट करो का मिलान करना जरूरी हैl

आईटीसी का दावा करने के लिए इनपुट और आउटपुट करो का मिलान करना बहुत ज्यादा जरूरी हैl अगर आप का इनपुट और आउटपुट कर अलग-अलग आ रहा है, तो आईटीसी का दावा करते समय आपको काफी ज्यादा दिक्कत हो सकती हैl कोशिश यही करें कि हमेशा सही रिकॉर्ड बनाकर रखेंI जिससे इनपुट और आउटपुट कर दोनों एक समान आएl


सभी नियमों का पालन करें

आईटीसी का दावा करने से पहले आप यह सुनिश्चित जरूर करें की आपने सभी नियमों का अनुपालन किया है या फिर नहीं। अगर आपके द्वारा नियमों का उल्लंघन किया गया है, तो आप पर जुर्माना भी लग सकता है।

ITC Reporting के लिए डाटा तैयार करना आवश्यक है

भुगतान की पुष्टि करें

आईटीसी का दावा करने के लिए भुगतान की पुष्टि करनी आपको काफी ज्यादा जरूरी हैl यह जरूर मिलान करें की जितने भी कर का आपने भुगतान किया है,क्या उतनी राशि का चलान आपने दिया है या फिर नहीं।

GSTR-2A और GSTR-2B फॉर्म को  सही भरें।

आईटीसी का लाभ लेने के लिए आपको GSTR-2A और GSTR-2B फॉर्म को सही तरीके से भरना होगा। यह सुनिश्चित करें कि जो जानकारी आपने फार्म में भरी है, वह प्रपत्र से मैच करती हो।

खरीद करने की तिथि

जिस भी तिथि को अआपने कोई वस्तु या सेवा खरीदी है और उसके लिए भुगतान किया है। आपको उस डेट को भी जरूर नोट करना होगा। आईटीसी की रिपोर्टिंग में खरीद करने की तिथि काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है।


वस्तु एवं सेवा कर पहचान संख्या 

जीएसटी में आईटीसी का लाभ आपको तभी मिलेगा ,यदि वस्तु एवं सेवा कर पहचान संख्या प्रमाणित और सत्यापित होगी। अगर आपके पास जीएसटी नंबर नहीं है, तो आपको आईटीसी का दवा आप नहीं कर सकते।

धारा 16(2)(एए) संशोधन क्या है?

केंद्रीय अप्रत्यक्ष बोर्ड के द्वारा 21 दिसंबर 2021 को जीएसटी के नियम में कुछ संशोधन किया गया है। जीएसटी अधिनियम की धारा में 16(2)(एए) खंड को जोड़ा गया है। नए संशोधन के अनुसार आईटीसी का लाभ लेने के लिए GSTR-2B फॉर्म भरना अनिवार्य होगा और इस फॉर्म में चालान को दर्शाना  भी जरूरी है। CGST अधिनियम की धारा 37 के अनुसार प्राप्तकर्ता को भी इस बारे में सूचना देना आवश्यक है। 

यह भी जरूरी है कि भरा गया चालान प्राप्तकर्ता के रिकॉर्ड से मैच जरूर होना चाहिए। नहीं तो आईटीसी का लाभ बिल्कुल भी नहीं मिलेगा।इस संशोधन से संबंधित GSTR-2A और GSTR-2B दो जीएसटी रिटर्न काफी ज्यादा जरूरी है।


धारा 16(2)(एए) संशोधन का परिणाम क्या है?

संशोधन के अनुसार आईटीसी का लाभ लेने के लिए अब आपको ज्यादा नियमों का पालन करना होगाl अगर आप समय पर जीएसटी रिटर्न फाइल नहीं करेंगे और नियमों का उल्लंघन करेंगे, तो आपके पेनल्टी का भुगतान भी करना होगाl
विक्रेता और प्राप्तकर्ता के बीच में एक निरंतर संचार चैनल बनाना बहुत ज्यादा जरूरी हैl
अगर आप आईसीटी का दवा नहीं करेंगे, तो आपको अधिक कर का भुगतान करना होगाl

निष्कर्ष

इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको यह जानकारी दी है कि किस प्रकार से जीएसटी के भुगतान के बाद आईटीसी आपके लिए लाभदायक हो सकता हैl बड़े व्यवसाय को अधिक दृष्टि का भुगतान करना होता है और आईटीसी का दावा करने के पश्चात आप जीएसटी के बोझ को कम कर सकते हैं । आईटीसी का लाभ लेने के लिए आपको GSTR-2A और GSTR-2B यह दो चालान भरने काफी ज्यादा जरूरी है। 

इनके बिना आपको आईटीसी का लाभ नहीं मिल पाएगा । समय पर आपको जीएसटी रिटर्न्स भरना भी काफी ज्यादा जरूरी है । उम्मीद करते हैं कि आपको आईटीसी के संबंध में पूरी जानकारी समझ में आ गई होगी। अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

FAQ

1-धारा 16(2)(एए) के अनुसार जीएसटी में आईटीसी कैसे प्राप्त करें।

जीएसटी में आईटीसी को प्राप्त करने के लिए आपको संबंधित सभी चालान भरने होंगे और इसके अलावा जीएसटी रिटर्न भी समय पर भरनी होगी। इसके अलावा कई मापदंड ऐसे हैं, जिनका आपको पालन करना होगा। तभी आप जीएसटी में आईटीसी का लाभ ले सकते हैं।

2.ITC का लाभ किसे मिलेगा?

अगर आपके व्यवसाय का जीएसटी नंबर है और आप जीएसटी रिटर्न दाखिल करते हैं। इसके अलावा जीएसटीआर-2 फॉर्म भरते हैं, तो आप आईटीसी का लाभ लेने के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

3.आईटीसी का लाभ किसे नहीं मिलेगा?
अगर व्यवसाय से संबंधित ट्रांजैक्शन करते हैं, तभी आप आईटीसी का दावा कर सकते हैं। अगर आप अपने व्यक्तिगत सुविधा के लिए कुछ खरीदारी करते हैं,अपनी निजी जरूरत को पूरा करने के लिए खरीदारी करते हैं या फिर आप डीलर है, तो आपको आईटीसी का लाभ नहीं मिलेगा।

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