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ऋण और ऋण प्रबंधन के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता अनुप्रयोग

by
admin
Posted on
Oct 09, 2024
AI for loan credit management

जब से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लॉन्च किया गया है, तब से आईटी सेक्टर में जैसे तूफान आ गया है। अब ऐसे काम जिन्हें करने के लिए पहले हमें घंटा खर्च करना पड़ता था, अब उनको करने के लिए Artificial intelligence सिर्फ कुछ ही सेकंड लेती है। बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां ऐसी हैं, जिन्होंने अपने बहुत सारे कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया है और उनकी जगह पर अब एआई का इस्तेमाल किया जा रहा है।

वर्क पहले से ज्यादा अच्छी क्वालिटी के साथ हो रहा है और  वर्क को करने में भी बहुत कम समय लग रहा है। आईटी सेक्टर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल के बाद अब बैंकिंग सेक्टर में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जाएगा। आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी देंगे की Artificial intelligence के माध्यम से किस प्रकार से अब लोन लेना थोड़ा मुश्किल हो सकता हैl कुछ कस्टमर के लिए अब लोन लेना आसान भी हो जाएगाl चलिए पूरी जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से विस्तार से जान लेते हैंl

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या हैl Artificial intelligence

 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है, जो उन कामों को करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिन्हें पहले Human करते थे। जैसे की वीडियो एडिटिंग, डाटा एंट्री, एक्सल बनाना, ग्राफिक, स्टोरी राइटिंग, स्क्रिप्ट राइटिंग  और अन्य टेक्निकल कामों के लिए पहले Human का इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन जब से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  मार्केट में लॉन्च हुआ है, तब से बड़ी-बड़ी कंपनियां एम्पलाई को बाहर का रास्ता दिखा रही है।

एआई सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके अपने कामों को आसान और बेहतर क्वालिटी का बना रही है। जो काम हमने आपको बताए हैं, इन कामों के अलावा भी बहुत सारे काम ऐसे हैं, जो Ai आसानी से कर सकता है। बहुत सारी कंपनियां विभिन्न प्रकार के कार्य को करने के लिए के लिए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रही हैं।

लेकिन अब जानकारी मिली है कि जिस प्रकार अमेरिका एवं चीन जैसे बड़े देशों में बैंकिंग से संबंधित कामों को करने के लिए एआई का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस प्रकार भारत में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाएगा। खासकर पर्सनल लोन, व्यवसाय ऋण और अन्य विभिन्न प्रकार के लोन देने की प्रक्रिया में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जा सकता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ऋण देने में किस प्रकार से उपयोग किया जाएगा?

हाल ही में ही एआई से संबंधित कुछ नई जानकारी प्राप्त हुई है। जानकारी के मुताबिक भारत में व्यवसाय ऋण, पर्सनल लोन और विभिन्न प्रकार के लोन देने से पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाएगा। बहुत सारी कंपनियां ऐसी हैं, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने के लिए बिल्कुल तैयार है।

आपने देखा होगा कि जब भी हमें बैंक से लोन लेना होता है, तो हमारा क्रेडिट स्कोर चेक किया जाता है। क्रेडिट स्कोर के अलावा बहुत सारी जानकारी होती है, जो बैंक के द्वारा हमसे ली जाती है। बहुत बार ऐसा होता है कि हम एलिजिबल भी होते हैं,लेकिन बैंक हमें लोन नहीं देता है।

कई बार परिस्थितियां अलग भी होती है। कभी-कभी कुछ क्लाइंट लोन लेने के लिए एप्लीकेशन तो लगा देते हैं और उनका लोन अप्रूवल भी हो जाता है। लेकिन लोन लेने के बाद बैंक को घाटा हो जाता है। क्योंकि लोन प्राप्त करते समय पर लोन नहीं चुकाते थ। इसलिए बैंकों के द्वारा अब लोन देने से पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने का फैसला लिया गया है।


व्यवसाय ऋण प्रबंध करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस किस प्रकार लाभदायक होगी?

ऋण देने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होने के कारण लोन देने की प्रक्रिया काफी ज्यादा आसान हो जाएगी और इसके अलावा कई सारे फायदे भी बैंक को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल से होने वाले हैं। चलिए एक-एक करके विस्तार से जान लेते हैं।

बिना क्रेडिट स्कोर के एप्लीकेंट की जांच होगी।

जब भी किसी व्यक्ति को पर्सनल लोन, बिजनेस लोन या होम लोन की जरूरत होती है, तो बैंक के द्वारा सबसे पहले एलिजिबिलिटी को चेक किया जाता है। अगर किसी व्यक्ति का सिबिल स्कोर 750 से कम होता है ,तो बैंक के द्वारा उसे लोन नहीं दिया जाता है । 

अगर किसी व्यक्ति का सिबिल स्कोर है और क्रेडिट हिस्ट्री है, तो उसकी लोन के लिए एलिजिबिलिटी को जानना आसान हो जाता है।

लेकिन बहुत लोग आज के समय में ऐसे भी हैं, जिनकी क्रेडिट हिस्ट्री नहीं होती है। यानी उन्होंने कभी लोन नहीं लिया होता है। इसी वजह से उनका सिबिल स्कोर भी एक्टिव नहीं होता है। 

अब ऐसी स्थिति में बैंक के द्वारा एलिजिबिलिटी को चेक करना मुश्किल हो जाता है कि बिना क्रेडिट स्कोर एक्टिव हुए किस प्रकार से कस्टमर को लोन दे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने बैंकों की इस समस्या को समाधान कर दिया है।

Ai के माध्यम से बिना सिबिल स्कोर को चेक किए  लोन एलिजिबिलिटी को चेक किया जा सकता है। जिस व्यक्ति के द्वारा लोन के लिए आवेदन किया जाएगा, जब उसकी एलिजिबिलिटी चेक की जाएगी तो सबसे पहले वह अपने मोबाइल में एप्लीकेशन डाउनलोड होगी। 

एप्लिकेशन डाउनलोड करके एप्लीकेशन को ओपन करेगा। तो एप्लीकेशन के जरिए ऑटोमेटिक कस्टमर का पूरा डाटा कैप्चर कर लिया जाएगा। जैसे कि ब्राउजर हिस्ट्री, ऑनलाइन पेमेंट, बैंक अकाउंट हिस्ट्री और बाकी सभी, जो किसी भी व्यक्ति की फाइनेंसियल स्थिति को जानने में मदद करती है।

लोन रिकवरी के Better रिजल्ट मिलेगा

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा जब कस्टमर की एलिजिबिलिटी को चेक किया जाएगा, तो उसमें यह 100% जानकारी मिल जाएगी की कस्टमर लोन को आने वाले समय में चुकाने की एलिजिबिलिटी रखता है या फिर नहीं। यानी देखा जाए तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस्तेमाल से दूसरी एप्लीकेशन की तुलना में ज्यादा अच्छे रिजल्ट मिलने वाले हैं।

समय की बचत होगी

Ai के द्वारा कस्टमर की एलिजिबिलिटी को अच्छे से चेक करके वेरीफाई करने में बहुत कम समय लगने वाला हैI देखा जाए तो अगर हम किसी बैंक या फिर अन्य संस्थान में लोन लेने के लिए जाते हैं, तो हमारा काफी समय और पैसा बर्बाद हो जाता है। लेकिन एआई से अब पूरी प्रक्रिया काफी ज्यादा आसान होने वाली है।

पात्र उम्मीदवारों को लोन मिल सकेगा

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने से एक फायदा यह भी होने वाला है कि जो कस्टमर सिबिल स्कोर थोड़ा कम होने के कारण लोन लेने से रह जाते थे या फिर जिन कस्टमर का सिबिल स्कोर एक्टिव नहीं होता था,  उन्हें लोन नहीं मिल पाता था। अब उन्हें भी लोन मिलने के चांस है।  

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस न सिर्फ सिबिल को कैलकुलेट करेगी, बाकी अच्छे से ब्राउजर हिस्ट्री या अन्य डिटेल्स को चेक करने के बाद एक स्कोर प्रदान करेगी। जो फाइनल आधार होगा। जिसके आधार पर कस्टमर को लोन दिया जाएगा।


व्यवसाय ऋण लेने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लाभदायक है या नहीं?

Ai न सिर्फ पर्सनल लोन, होम लोन, कार लोन और अन्य लोन देने के लिए लाभदायक हैl बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से व्यवसाय लोन भी देना आसान हो जाएगा। बहुत बिजनेसमैन ऐसे होते हैं, जो व्यवसाय के लिए लेना चाहते हैं। लेकिन बैंक की प्रक्रिया काफी जटिल होती है। बहुत बिजनेसमैन ऐसे होते हैं, जो लोन चुकाने में सक्षम होते हैं, लेकिन उनका सिबिल स्कोर थोड़ा डाउन होता है। जिस वजह से उन्हें बैंकों से लोन नहीं मिल पाता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से कस्टमर की एलिजिबिलिटी चेक करने के लिए एक नया फॉर्म्युला तैयार किया जाएगा और जिसका इस्तेमाल करके टोटल स्कोर बताए जाएंगे । उन स्कोर के आधार पर ही एलिजिबिलिटी चेक की जाएगी । जिसके कारण अधिक से अधिक लोगों को कस्टमर को लोन मिलने के लिए चांस मिल सकता है।

निष्कर्ष

इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में जानकारी दी है। हमने यह जाना की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लोन लेने की प्रक्रिया अब कैसे आसान होने वाली है। एआई ने आईटी सेक्टर में तो एक अपना मुकाम बनाया है। 

बैंकिंग सेक्टर में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने से काफी ज्यादा बेनिफिट कस्टमर और बैंक को मिलने वाला है। अब देखना यह होगा कि भारत में कब से और किस कंपनी के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके बैंक में लोन के लेनदेन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

FAQ 


1-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से बैंक लोन के लिए एलिजिबिलिटी चेक हो पाएगी या नहीं?
Ai के माध्यम से आने वाले समय में बैंक के द्वारा लोन देने से पहले कस्टमर की एलिजिबिलिटी चेक की जाएगी और एआई के इस्तेमाल से लोन देन की प्रक्रिया काफी ज्यादा सरल भी होने वाली है।


2- Artificial intelligence लोन देने के लिए एलिजिबिलिटी कैसे चेक करेंगे?

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा लोन देने के लिए अपना फार्मूला का इस्तेमाल किया जाएगा। जिसके अंतर्गत लोन देने के लिए सिर्फ सिबिल स्कोर ही डिपेंड नहीं करेगा, इसके अलावा जब यूजर एप्लीकेशन का इस्तेमाल करेंगे, तो ब्राउज़र और एप्लीकेशन के माध्यम से एआई के पास कस्टमर की पूरी जानकारी पहुंच जाएगी। ब्राउज़र के माध्यम से और भी अन्य जानकारी कस्टमर से संबंधित मिल जाएगी। इसके बाद एक फाइनल स्कोर और रिजल्ट बनाया जाएगा। जिसके आधार पर लोन मिलेगा।


3-क्या और का इस्तेमाल भारत में बैंकों के द्वारा शुरू किया जा चुका है?
भारत मे  कंपनियों के द्वारा एआई का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे काम करना काफी आसान हो गया है। लेकिन अभी तक भारतीय बैंकों के द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल लोन देने के लिए एलिजिबिलिटी चेक करने हेतु इस्तेमाल नहीं किया गया है।


4-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने से बैंकों को फायदा होगा या नहीं?
यदि बैंक के द्वारा लोन देने से पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फार्मूले का इस्तेमाल का इस्तेमाल किया जाएगा, तो बैंकों को फायदा हो सकता है। क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से कस्टमर की परफेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी और उस रिपोर्ट के माध्यम से बैंकों को यह जानकारी मिल जाएगी की कस्टमर लोन की रीपेमेंट करने के लिए एलिजिबल है या फिर नहीं । 

बैंकों को बड़ा घाटा होने से भी बच जाएगा। क्योंकि बहुत कस्टमर ऐसे होते हैं, जो लोन ले लेते हैं। लेकिन बाद में डिफाल्टर हो जाते हैं। तो ऐसी स्थिति से बचने के लिए बैंकिंग सेक्टर में एआई का इस्तेमाल एक अच्छा खत्म है।


5– आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने से क्या कस्टमर को लोन लेने में कुछ फायदा होगा?

हां, Ai का इस्तेमाल करने से अब ग्राहकों को काफी फायदा होने वाला हैl क्योंकि बहुत ग्राहक ऐसे भी हैं, जिनकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं होती हैl क्योंकि उन्होंने कभी लोन नहीं लिया होताI इसलिए उनका क्रेडिट स्कोर जनरेट नहीं होता है। ऐसे कस्टमर को बैंक से लोन मिलने में बहुत मुश्किल होती थी, लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा अब ओवरऑल स्कोर निकाला जाएगा। जिससे कस्टमर को लोन मिलने के चांस भी अब ज्यादा है।

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