बिजनेस लोन लेने के लिए कौन से डॉक्यूमेंट (काग़ज़ी दस्तावेज़) चाहिए? जानें
Dec 10, 2021
अपने बिज़नेस को ऊंचे मुक़ाम पर लेकर जाने की चाहत हर व्यापारी की होती है। हर व्यापारी अपना बिज़नेस बढ़ाने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा फंड पाने की तलाश में रहता है, ताकि नई मशीनें, बेहतर टेक्नोलॉजी, एग्रेसिव प्रमोशन और मार्केटिंग के ज़रिए बिजनेस के टर्नओवर को बढ़ाया जा सके। ऐसी स्थिति में बिज़नेस लोन बहुत ज़रूरी हो जाता है, क्योंकि इसकी मदद से किसी भी व्यापारी को आसानी से वर्किंग कैपिटल मिल जाता है, जिससे वह अपने बिज़नेस के लिए पूंजी से जुड़ीं ज़रूरतें पूरी कर सकता है। आसान शब्दों में कहा जाए, तो लोग अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए बिजनेस लोन लेते हैं।
क्या होता है बिज़नेस लोन?
बिज़नेस लोन दरअसल वो लोन होते हैं, जो लोन हम अपने बिज़नेस की बढ़ोतरी या नए बिज़नेस स्टार्टअप के लिए लेते हैं। बिज़नेस लोन किसी व्यापारी के बिज़नेस में बढ़ोतरी के लिए या व्यापार की दूसरी ज़रूरतों के लिए मददगार साबित हो सकता है। आप बिज़नेस लोन का इस्तेमाल अपने बिज़नेस की इंस्टेंट ज़रूरतों को पूरा करने के लिए कर सकते हैं। आप बिज़नेस लोन से अपने मौजूदा बिज़नेस को एक्सपैंड करने, प्रॉडक्शन को बढ़ाने, बिज़नेस को ऑनलाइन करने और नई मशीनरी खरीदने के लिए क्रेडिट ले सकते हैं। बिज़नेस लोन से मिलने वाला कैश आपको अपने बिज़नेस के लिए ज़रूरी लेन-देन और समय पर पेमेंट करने की सहूलियत देता है। बिजनेस लोन की मदद से आप मुश्किल समय में भी बिना किसी परेशानी के अपना बिजनेस चला सकते हैं।
बिज़नेस लोन कितने तरह के होते हैं?
बिज़नेस लोन दो तरह के होते हैं, सिक्योर्ड और अन-सिक्योर्ड लोन।
सिक्योर्ड लोन लेने के लिए एप्लिकेंट, बैंक के पास कोई सिक्योरिटी या कोई गारंटी को गिवरी रखता है। जबकि, अन-सिक्योर्ड बिज़नेस लोन के लिए, बैंक या नॉन-बैंकिंग फ़ाइनेंस कंपनी (NBFC) को कोई सिक्योरिटी या गारंटी देने की ज़रूरत नहीं पड़ती है।
छोटे बिज़नेस की शुरूआत के लिए या बिज़नेस की कई ज़रूरतों के लिए बिज़नेस लोन के तहत न्यूनतम पच्चीस या तीस हजार रुपए तक लोन दिए जाते हैं। लिहाजा, इस तरह के छोटे बिज़नेस लोन अधिकतर NBFC, या स्मॉल फ़ाइनेंस बैंकों की तरफ से दिए जाते हैं।
आमतौर पर ऐसा देखा जाता है, कि चाहे वह बैंक हों या NBFC, सब ज़्यादातर अन-सिक्योर्ड बिज़नेस लोन ही ऑफर करते हैं। अनसिक्योर्ड लोन में जैसे ओवरड्राफ्ट, टर्म लोन, वर्किंग कैपिटल लोन, सरकारी योजनाओं के तहत आने वाले लोन वग़ैरह आते हैं। ज़रूरत पड़ने पर बैंक अपने ग्राहकों के लिए सिक्योर्ड लोन भी देते हैं जैसे, लैटर ऑफ़ क्रेडिट, POS लोन, बिल डिस्काउंटिंग, इक्विपमेंट फाइनेंस वग़ैरह। बिज़नेस लोन में अनसिक्योर्ड लोन ज़रूरत के हिसाब से पच्चीस हजार रुपए से लेकर 1 करोड़ रुपए तक भी लिया जा सकता है।
बिज़नेस लोन पाने के लिए अच्छे क्रेडिट स्कोर का महत्त्व
बिज़नेस लोन लेने के लिए एप्लिकेंट का एक अच्छा क्रेडिट स्कोर होना बहुत महत्त्वपूर्ण होता है। क्रेडिट स्कोर से यह ज़ाहिर होता है कि आपका पिछला क्रेडिट रिकॉर्ड कैसा रहा रहा है। आमतौर पर, फ़ाइनेंशियल सेक्टर में किसी भी लोन के लिए 750 का क्रेडिट स्कोर को एक अच्छा माना जाता है। हालांकि, क्रेडिट स्कोर 750 से कम होने पर भी बिज़नेस लोन मिलने की संभावनाएं होती है।
जानें बिज़नेस लोन के फ़ायदे
आइए जानें कि बिज़नेस लोन आखिर किस तरह से किसी भी बिज़नेस के लिए मददगार साबित होता है। बहुत से लोग फंड की कमी की वजह से अपना बिज़नेस शुरू नहीं कर पाते हैं या फिर अपने पहले से चल रहे बिजनेस को एक्सपैंड नहीं कर पाते हैं। कई बार उनके पास एक से बढ़कर एक, नए और बेहतरीन आइडिया होने के बावजूद भी वो फंड की वजह से पीछे रह जाते हैं या फिर अपना बिज़नेस शुरू ही नहीं कर पाते। ऐसे में आसानी से मिल जाने वाला बिज़नेस लोन उनके लिए वरदान साबित होता है, जिसकी मदद से वो अपने सपनों की उड़ान भर पाते हैं और अपने बिज़नेस को सफलता के शिखर तक ले जाने में भी सफल हो जाते हैं। बिज़नेस लोन से अर्थव्यवस्था का विस्तार होता है, जिससे रोजगार भी पैदा होता है। बिज़नेस लोन में ओवरड्राफ्ट की सुविधा की वजह से, सिर्फ़ उतनी ही धनराशि पर इंटरेस्ट देना पड़ता है जितनी आपने अपने उद्योग की ज़रूरतों के लिए खर्च की है, बाक़ी धनराशि पर कोई ब्याज नहीं देना पड़ता। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, और बैंक से आपके सारे डॉक्यूमेंट को मंजूरी मिल गई है, तो बिज़नेस लोन 3 से 7 दिनों के भीतर भी मिल जाता है। इसने कम समय में ज़रूरी और बड़ी पूंजी का मिल जाना किसी भी व्यापारी के लिए, अपने बिजनेस को बढ़ाने, नई मशीनरी लगाने या फिर नया बिजनेस शुरू करने में बहुत मददगार साबित होता है। बिज़नेस लोन जहां एक तरफ हर व्यापारी को पैसे से पैसा कमाने के लिए मोटिवेशन भी देता है, वहीं दूसरी तरफ यह अर्थव्यवस्था में योगदान करता है और नए-नए रोजगार भी पैदा करता है।
बिज़नेस लोन पाने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया क्या हैं?
- बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई कर रहे व्यक्ति की उम्र कम से कम 21 साल और ज़्यादा से ज़्यादा 65 साल होनी चाहिए
- आपका बिज़नेस 1 साल या उससे ज़्यादा समय से चल रहा हो
- बिज़नेस का एनुअल टर्नओवर कम से कम 12 लाख रुपए होना चाहिए
- एप्लिकेंट का क्रेडिट स्कोर 750 या उससे ज़्यादा होना चाहिए
- एप्लिकेंट का कोई पुराना लोन पेमेंट डिफ़ॉल्ट रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए
आपको इन एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया से जुड़े डॉक्यूमेंट भी तैयार रखने चाहिए जैसे, आपका बर्थ-सर्टिफ़िकेट या जन्म-तिथि प्रमाणित करने वाली आपकी हाईस्कूल या इंटरमीडिएट की मार्कशीट, बिजनेस और इनकम से जुड़ें सारे रिकॉर्ड, पिछले लोन से जुड़े सारे रिकॉर्ड वग़ैरह। इन सभी ज़रूरी काग़ज़ातों की सूची नीचे दी गई है, जिसे आप आगे पढ़ सकते हैं।
बिज़नेस लोन के लिए कौन अप्लाई कर सकता है?
- खुद का बिज़नेस कर रहा/रहे व्यक्ति
- व्यापारी या इंडस्ट्रियलिस्ट
- प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां
- पार्टनरशिप फ़र्म
अगर आप भी अपना खुद का कोई बिज़नेस शुरू करने या कोई नया प्लांट लगाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आप बिजनेस लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। अगर आप पहले से ही कोई बिज़नेस कर रहे हैं और उसे बढ़ाने के लिए या उसकी दूसरी कई ज़रूरतों को पूरा करने के लिए रुपयों की किल्लत से जूझ रहे हैं, या आपके पास पर्याप्त पूंजी नहीं है तो भी आप भी बिजनेस लोन लेकर अपने बिजनेस की ज़रूरतें पूरी कर सकते हैं।
बिज़नेस लोन पाने के लिए ज़रूरी डाक्यूमेंट का महत्त्व
बिजनेस लोन पास होने के प्रोसेस में डॉक्यूमेंट बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इन डॉक्यूमेंट पर ही निर्भर करता है, कि आपका लोन पास होगा या नहीं और अगर लोन पास होगा भी तो उसका इंटरेस्ट रेट क्या गा। तो आइए जानते हैं, कि बिजनेस लोन के लिए बैंक के पास कौन-कौन से डॉक्यूमेंट जमा करने ज़रूरी होते हैं। नीचे बताए गए डॉक्यूमेंट में से हर एक डॉक्यूमेंट महत्वपूर्ण है और इनमें से किसी एक के भी नहीं होने से लोन को मंजूरी मिलने में दिक़्क़तें आ सकती हैं। इसलिए, यह सूची ध्यान से देखें और इसमें बताए गए सारे डॉक्यूमेंट को बनवा कर तैयार रखें।
बिज़नेस लोन के लिए ज़रूरी डॉक्यूमेंट
- कंपनी/फ़र्म/व्यक्ति का पैन कार्ड
- एप्लिकेंट के KYC डॉक्यूमेंट (पैन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, बिजली/ पानी का बिल)
- पिछले 1 साल का बैंक स्टेटमेंट
- अन-सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट, अगर कोई है तो
- बिज़नेस इंकॉर्पोरेशन
- हालिया इनकम टैक्स रिटर्न, साथ में इनकम का कंप्यूटेशन, पिछले दो साल की बैलेंसशीट और प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट, CA से सर्टिफ़ाई/ऑडिट होने के बाद
- निरंतरता का सबूत (ITR/ट्रेड लाइसेंस/एस्टैब्लिशमेंट/सेल्स टैक्स सर्टिफ़िकेट)
- अन्य जरूर दस्तावेज (प्रॉपर्टी का अकेला डिक्लेयरेशन या पार्टनरशिप डीड की सर्टिफ़ाइड कॉपी, सर्टिफ़ाइड कॉपी ऑफ़ मेमोरेंडम एंड आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन (डायरेक्टर से प्रमाणित) और बोर्ड रिज़ॉल्यूशन (ओरिजिनल))
- बैंक की तरफ से मांगा जाने वाले दूसरे डॉक्यूमेंट
बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई करने पर लगने वाली प्रोसेसिंग फ़ीस और दूसरे चार्ज
बिज़नेस लोन की फ़ीस और चार्ज अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग होते हैं। बिज़नेस लोन की फ़ीस और चार्ज लोन पूरी तरह से लोन के अमाउंट, उसके इंटरेस्ट रेट और उसके तय किए गए रीपेमेंट पीरियड पर पर निर्भर करते हैं।
कम इंटरेस्ट रेट और आसान और सुविधाजनक रीपेमेंट ऑप्शन पर पाएं बिजनेस लोन
आमतौर पर बिजनेस लोन पर इंटरेस्ट रेट केवल लोन अमाउंट के आधार पर निर्धारित नहीं किया जाता है, बल्कि इसके लिए कई फैक्टर जैसे कि लोन कितने समय के लिए लिया जा रहा है, कंपनी की फ़ाइनेंशियल स्थिति क्या, बिजनेस किस तरह का है और लोन एप्लिकेंट की लोन चुकाने की क्षमता और उसकी पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री को ध्यान में रखा जाता है। ऐसे में अगर आप सारी एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करते हैं, तो आप एक किफ़ायती इंटरेस्ट रेट पर लोन पा सकते हैं। आज के समय में, FlexiLoans जैसे कई फ़ाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन अपने ग्राहकों को कम इंटरेस्ट रेट पर लोन उपलब्ध कराते हैं। इस तरह की फ़ाइनेंश करने वाली कंपनियां बिज़नेस लोन का रीपेमेंट करने के लिए कई आसान और सुविधाजनक रीपेमेंट ऑप्शन उपलब्ध हैं। लगभग इन सभी बिजनेस लोन में आप रुपए लौटाने की समय-सीमा अपनी सहूलियत के मुताबिक़ चुन सकते हैं।