जानिए कैसे चुनें सबसे अच्छा बिजनेस लोन!
Jul 04, 2022
बिजनेस लोन के लिए अप्लाई करने से पहले यह पता करना चाहिए कि बिज़नेस लोन कितने प्रकार का होता है और तब तय करना सबसे ज़रूरी होता है कि आपके बिजनेस के लिए बेस्ट लोन कौन-सा होगा। मार्केट में अलग-अलग तरह के लोन उपलब्ध हैं। उनके रीपेमेंट पीरियड और रेट अलग-अलग होते हैं। इसमें से आपको अपने काम के मुताबिक अपने लिए सबसे बेस्ट ऑप्शन चुनना होता है। ऑनलाइन और ऑफ़लाइन दोनों ही ऑप्शंस आपको चेक करते रहना चाहिए कि बिज़नेस लोन इंटरेस्ट रेट की कम दरें कहां उपलब्ध हैं। आप ऑनलाइन EMI कैलकुलेटर जैसे यंत्रों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। हर लोन की अपने फायदे और नुकसान होते हैं। अगर आपको भी बिजनेस लोन लेना है तो तो आइए जानते हैं कि आप कैसे अपने लिए बेस्ट बिज़नेस लोन चुन सकते हैं, बिजनेस लोन कितने प्रकार का होता है, बिजनेस लोन कैसे ले (business ke liye loan kaise milega), बिज़नेस लोन इंटरेस्ट रेट क्या है, msme लोन क्या है, बिजनेस लोन लेना है तो क्या करें (business loan kaise le), बिजनेस लोन (business ke liye loan) कैसे मिल सकता है और बिजनेस लोन के लिए क्या दस्तावेज चाहिए (business loan ke liye kya document chahiye)
क्या होता है बिजनेस लोन और इसके फ़ायदे
आप कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। लेकिन, आपके पास बिजनेस शुरू करने के लिए पर्याप्त फंड नहीं है। ऐसे में आप बिजनेस लोन (Business Loan) लेने की सोच सकते हैं। आपको बिजनेस लोन का लेने के फ़ायदे और प्रक्रिया मालूम होना चाहिए। आप स्टेप बाई स्टेप शुरू कर सकते हैं-
- डिटेल्ड बिजनेस प्लान बनाएं।
- यह निश्चित करें कि आपको कितना लोन चाहिए।
- जहां से बिजनेस लोन लेना चाहते हैं, उस विकल्प को देखें।
- पता लगाएं कि आपका क्रेडिट स्कोर क्या है।
Know more about Business Loan
बिजनेस लोन के फ़ायदे
अगर आप बिजनेस के लिए लोन (Business ke liye Loan) लेने का सोच रहे हैं या उसकी तैयारी कर रहे हैं तो जानिए इसके फ़ायदे –
- लोन लेने से आपके बिजनेस की कैश-फ़्लो की स्थिति सही होती है।
- किसी भी बिजनेस को शुरू करने के लिए सबसे बड़ी जरूरत पैसा है। जो लोन लेने से पूरी होती है।
- बिजनेस लोन आपकी ज़रूरत के मुताबिक कम या ज़्यादा समय के लिए मिल जाता है।
जानें बिजनेस लोन कितने प्रकार का होता है
सबसे पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि बिजनेस लोन कितने प्रकार के होते हैं, ताकि आप अपने मुताबिक सही प्रकार को चुन सकें। एक सिक्योर्ड बिजनेस लोन होता है। इसमें आपको लोन लेते समय कोलेटरल सिक्योरिटी जमा करनी पड़ती है। इसका इंटरेस्ट रेट बहुत ज़्यादा नहीं होता। लेकिन, अगर आपके पास सिक्योरिटी के रूप में जमा करवाने के लिए कुछ नहीं है तो आप दूसरे प्रकार का लोन यानी अनसिक्योर्ड बिजनेस लोन ले सकते हैं। इसका इंटरेस्ट रेट थोड़ा ज़्यादा होता है। लेकिन, इसमें आपको कोलेटरल की जरूरत नहीं होती।
बिजनेस लोन चुनते समय अपने बिजनेस की जरूरतों को समझें
आपको यह बात जान लेनी चाहिए कि बिजनेस में कितने कैपिटल की जरूरत है। अगर आप ज़रूरत से ज़्यादा अमाउंट का लोन ले लेते हैं, तो इससे आप बाकी के पैसे को ग़ैर-ज़रूरी काम में खर्च कर सकते हैं। इससे आपको EMI भरते समय परेशानी हो सकती हैं। अगर आप बिजनेस की ज़रूरत से कम अमाउंट के लिए अप्लाई करते हैं, तो यह भी आपके लिए सही नहीं होगा, क्योंकि आपकी जरूरतें पूरी होने से पहले ही लोन का पैसा खत्म हो जाएगा।
बेसिक क्राइटेरिया को पूरा करें, सबसे अच्छा बिजनेस लोन चुनते समय (business ke liye loan kaise milega)
आसानी से लोन पाने के लिए आपको लोन प्रोवाइडर्स द्वारा तय की गईं शर्तों को पूरा करना होगा। इसके लिए एक क्राइटेरिया पूरा करना होता है और उसके पूरा होने के बाद ही आप उनसे लोन लेने के लिए एलिजिबल होते हैं। इसलिए, आपको अप्लाई करने से पहले यह पता होना चाहिए कि उनका एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया क्या है और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप उन शर्तों को पूरा कर सकेंगे भी या नहीं। सबसे अच्छा बिजनेस चुनते समय इन बातों को ध्यान में रखकर ही आगे बढ़ें।
बिजनेस के लिए लोन (business ke liye loan) लेते समय EMI कैलकुलेट करें
आपको बिजनेस लोन लेने से पहले ही EMI और रीपेमेंट के ऑप्शन के बारे में भी सोच लेना चाहिए। आपको यह तय करना चाहिए कि आप कितने अमाउंट की किस्त देने वाले हैं, ताकि बाकी खर्चें प्रभावित न हों। साथ ही, आपको यह भी पता होना चाहिए कि आप किस रीपेमेंट ऑप्शन को चुनने वाले हैं। आप ऑनलाइन ईएमआई कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि आपको हर महीने कटने वाली राशि का अंदाजा हो सके। यह कैलकुलेशन सही ढंग से करें क्योंकि इसमें होने वाली गलती भविष्य में भारी पड़ सकती है। साथ ही, आपका लोन एप्लीकेशन रिजेक्ट भी हो सकता है।
बहुत सारे बैंक और प्राइवेट फ़ाइनेंशियल संस्थान इन दिनों लोन दे रहे हैं। सबके अपने-अपने फ़ायदे और नुकसान हैं। जैसे, अगर आप सरकारी बैंक से लोन लेते हैं तो आपको कुछ सरकार द्वारा शुरू की गई स्कीम का फ़ायदा भी मिल सकता है, जो प्राइवेट संस्थानों में नहीं होगा। सरकारी बैंकों में ब्याज की दर भी सामान्य होती है। जबकि, कुछ प्राइवेट संस्थानों में ब्याज की दर काफी ज़्यादा होती है। हालांकि, इन संस्थानों से ब्याज लेना काफी आसान होता है। इनमें कोलेटरल देने और लंबा इंतज़ार करने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसलिए, आपको हर समय एक संस्थान से दूसरी जगह की दरें कंपेयर करते रहना चाहिए और फिर जो ऑप्शन बेस्ट लगे उसी चुनाव करना चाहिए।
बिजनेस लोन को प्रोसेस होने में कितना समय लगता है
हो सकता है आपको आने वाले कुछ दिनों या हफ्तों में ही बिजनेस लोन की ज़रूरत पड़ने वाली हो और आपको तुरंत लोन चाहिए। ऐसी स्थिति में आपको वह ऑप्शन चुनने चाहिए, जो सबसे क्विक तरीके से और आसानी से लोन प्रदान कर रहे हों। कुछ ऑप्शन तो केवल एक दिन के अंदर ही लोन को प्रोसेस और अप्रूव कर देते हैं और अमाउंट तुरंत आपके खाते में आ जाता है। वहीं, कुछ संस्थान लोन अप्रूव करने में काफी ज़्यादा समय लगा देते हैं। आपको यह बात भी ध्यान में रख कर संस्थान चुनना चाहिए।
रीपेमेंट में मिलने वाली फ़्लेक्सिबिलिटी देखें
बहुत सारे फ़ाइनेंशियल इंस्टीट्यूट, रीपेमेंट के विकल्प आपके हिसाब से तय करते हैं। ताकि, आपको वापस भुगतान करते समय किसी तरह की दिक्कत न हो। लेकिन, कुछ संस्थानों की रीपेमेंट पॉलिसी काफी सख्त होती है। अगर आप अपने हिसाब से और अपने शेड्यूल के मुताबिक रीपेमेंट करते है तो इससे आपको एक तरह की फ़ाइनेंशियल फ़्रीडम मिल जाती है और आप पर एकदम से EMI भरने का बोझ नहीं आता है।
निष्कर्ष
बिजनेस लोन लेने का मतबल है कि आप अपने बिजनेस के विकास के लिए एक तरह का निवेश कर रहे हैं। यह लोन सोच समझ कर लेना चाहिए ताकि, आपका सारा प्रॉफिट केवल EMI भरने में ही न जाए और आपको हर तरह से फ़ायदा मिले। बाज़ार में लोन प्रोवाइडर्स काफी ज़्यादा हैं। इसलिए, आपको कहां से लोन लेना है, यह निर्णय काफी सोच समझ कर और धीरज से ही लें।