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भारत में सौर ऊर्जा व्यवसाय कैसे शुरू करें, सौर ऊर्जा व्यवसाय की प्लानिंग कैसे करें?

by
admin
Posted on
Aug 12, 2024
सौर ऊर्जा व्यवसाय

भारत में सौर ऊर्जा व्यवसाय कुछ सालों में काफी जल्दी ग्रोथ कर रहे हैंl अगर आप कोई ऐसे बिजनेस की तलाश में है, जिसमें आप कम पैसे निवेश करके ज्यादा प्रॉफिट कमा सकेl तो आप सौर ऊर्जा व्यवसाय कर सकते हैं। भारत में प्रचुर मात्रा में धूप उपलब्ध है। धूप का इस्तेमाल करके भारत में सौर ऊर्जा को काफी ज्यादा बढ़ावा मिल रहा है। पिछले रिकॉर्ड के अनुसार भारत में संचयी स्थापित और ऊर्जा क्षमता साल 2016 में 6.6 गीगावाट से साल 2022 तक 54 गीगावॉट हो चुकी थी।

साल 2024 में आंकड़ों में काफी ज्यादा इजाफा हो चुका हैl अगर सौर ऊर्जा व्यवसाय(Solar Pannel business) पर गौर करें, तो यह बिजनेस पर्यावरण के अनुकूल है। अगर आप बढ़िया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो सौर ऊर्जा व्यवसाय आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है। इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको यह जानकारी देंगे कि आने वाले समय में सौर ऊर्जा व्यवसाय स्थापित किस प्रकार से किया जा सकता है और व्यवसाय स्थापित करते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना है।

भारत में सौर ऊर्जा व्यवसाय कैसे शुरू करें

Step 1-  विभिन्न व्यवसाय में से एक को चुनना

भारत में विभिन्न प्रकार के सौर ऊर्जा से संबंधित व्यवसाय उपलब्ध है। आप मार्केट की डिमांड,आपका बजट व्यवसाय का फ्यूचर और अपने कौशल के आधार पर किसी भी तरह Solar Energy Business को चुन सकते हैं। हम आपको सौर ऊर्जा व्यवसाय के बारे में नीचे जानकारी दे रहे है

सौर पीवी मॉड्यूल विनिर्माण 

यह सौर व्यवसाय सोलर फोटोवोल्टिक (PV) मॉड्यूल या पैनल पर आधारित है। इसके अंतर्गत सूरज की रोशनी बिजली में बदल जाती है। सोलर पीवी मॉडल में रूफटॉप सोलर सिस्टम, सोलर फ़ार्म, सोलर स्ट्रीटलाइट और सोलर वाटर पंप को भी शामिल किया गया है। सोलर व्यवसाय को शुरू करने से पहले आपके पास व्यवसाय से संबंधित पूरी जानकारी होनी चाहिए, जैसे कि Solar Energy Business को कैसे शुरू करना है और किस प्रकार से मुनाफा होगा आदि

सौर पीवी प्रणाली स्थापना

इस प्रणाली के अंतर्गत सोलर पैनल को घर, दुकान,ऑफिस और अन्य सभी स्थानों पर इंस्टॉल किया जाता है। सोलर पैनल का इस्तेमाल करके घर,दफ्तर और अन्य स्थानों पर बिजली की खपत को पूरा किया जाएगा। इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले आपके पास लाइसेंस होना जरूरी है और इसके अलावा आपके पास इंजीनियर, इलेक्ट्रीशियन और प्रोजेक्ट मैनेजर की भी आवश्यकता होगी। आप अकेले इस काम को नहीं कर सकते।

सौर पीवी प्रणाली रखरखाव

इस व्यवसाय के अंतर्गत सोलर बिजनेस फ्रेंचाइजी में सोलर पीवी सिस्टम और कंपोनेंट की सर्विसेज शामिल हैI इसके अलावा आपके जो भी ग्राहक है, उन्हें बेस्ट सर्विस देना और उनकी Complaint को सॉल्व करना, इस प्रणाली के अंतर्गत आता हैl Solar Business को शुरू करने के लिए आपके पास प्रॉपर स्टाफ होना काफी ज्यादा अहम भूमिका है।

सौर उत्पाद वितरण

सौर उत्पादन वितरण व्यवसाय में उन सभी उत्पाद का वितरण शामिल है। जैसे की सोलर वाटर, सोलर कुलर, इनवर्टर और सोलर लालटेन के अलावा सभी प्रोडक्ट आज के समय में मार्केट में सोलर प्रोडक्ट को काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है । अगर आप इस व्यवसाय को खोलते हैं, तो थोड़ा सा मार्केटिंग में पैसा निवेश करके आप इस बिजनेस को काफी अच्छा चला सकते हैं। आपके प्रोडक्ट काफी जल्दी बिक जायेंगे।

सौर परामर्श

सौर परामर्श एक ज्ञान आधारित व्यवसाय है। इस व्यवसाय के अंतर्गत आपको परामर्श से संबंधित सेवाएं देनी होती है। इस के लिए आपके पास अनुसंधान और संचार कौशल की आवश्यकता होनी जरूरी है। साइट, मूल्यांकन, इंजीनियरिंग, परियोजना, प्रबंधन और व्यवहार्ता अध्ययन शामिल है।

Step 2- मार्केट रिसर्च करें

किसी भी बिजनेस में कंपीटीटर्स, ग्राहक, कंपटीशन, अवसर और कंपटीशन के बारे में जानकारी होना बहुत ज्यादा जरूरी है। अगर आप बिना मार्केट रिसर्च करें, बिजनेस शुरू कर देंगे, तो आपको भविष्य में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिए इन सब के बारे में जानने के लिए एक बार अच्छे से मार्केट की रिसर्च जरूर करें।

  • उद्योग रिपोर्ट देखना और प्रकाशन पढ़ना
  • व्यापारिक मेलों का विजिट करना
  • मंच एवं उद्योग संघ में शामिल होना
  • इंटरव्यू और अन्य कार्यक्रम आयोजित करना
  • Online Data को प्राप्त करना और डाटा का विश्लेषण करना

सौर ऊर्जा का बिजनेस शुरू करने से पहले आपको कुछ प्रश्नों के उत्तर जानना भी जरूरी है जैसे की

  • भारत में सौर ऊर्जा के बिजनेस का आकार क्या है और आने वाले समय में विकास के कितने ज्यादा चांस है।
  • भारत में सौर ऊर्जा को अपनाने के लिए ग्राहकों के सामने क्या दिक्कत आ सकती है।
  • अपने किन कस्टमर को टारगेट किया है।
  • आपकी जरूरत क्या है और जरूरत कैसे पूरी हो सकते हैं।
  • आपका बिजनेस से संबंधित मार्केट में कौन से कंपीटीटर है।
  • मार्केट में उपलब्ध कंपीटीटर की क्या कमजोरी है और क्या पॉजिटिव प्वाइंट है, उन सबको नोट करना।
  • सौर ऊर्जा बिजनेस से संबंधित नियम एवं शर्तें क्या है।

Step 3- अपने बिजनेस के लिए प्लान बनाएं 

अगर आप बिजनेस खोल रहे हैं,तो बिजनेस में भी आपको प्लानिंग करना बहुत ज्यादा जरूरी है। हम आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखने की सलाह दे रहे हैं। जिनका इस्तेमाल करके आप अपने Business को काफी बड़े लेवल पर ले जा सकते हैं। चलिए एक-एक करके जान लेते हैं।

  • आपको मार्केट में उपलब्ध Competitors के बारे में जानना होगा।
  • आपने Solar Energy Business क्यों किया है और इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपका उद्देश्य क्या है।
  • अपने बिजनेस को Grow  करने के लिए हमें आगामी समय में आने वाले समय में किन तकनीक का प्रयोग करना चाहिए और किन गलतियों से बचना चाहिए l
  • Solar Business को शुरू करने के बाद आपको किन दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसका भी Analysis करें।
  • इस व्यवसाय में आपको किन जोखिम का सामना करना पड़ सकता है।
  • भविष्य में सौर ऊर्जा व्यवसाय के विकास के कितने ज्यादा चांस है और कैसे इस बिजनेस को आगे बढ़ाया जा सकता है।
  • अपने बिजनेस के लिए शॉर्ट टर्म ऑब्जेक्टिव और Long Term Objective जरूर तैयार करें।
  • बिजनेस को शुरू करने के लिए आपके पास पर्याप्त पैसे अगर है, तो ठीक है। अगर आपके पास पर्याप्त पैसे नहीं है, तो कहां से आपको लोन लेना है, कैसे Apply करना है। इन सब बातों के बारे में भी आपको पहले से प्लानिंग करनी चाहिए।

Step 4- बिजनेस का रजिस्ट्रेशन करें

अगर आप सौर ऊर्जा व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं,तो आपको अपने Solar Energy Business Registration भी करवाना होगा। रजिस्ट्रेशन करवाते समय आपको किन चीजों का ध्यान रखना है। चलिए विस्तार से जान लेते हैं।

  • सोलर ऊर्जा बिजनेस के रजिस्ट्रेशन के लिए आपको अपने बिजनेस का नाम डिसाइड करना होगा। बिजनेस के नाम के अलावा बिजनेस का टाइप यानी की आपकी कंपनी प्रोपराइटरशिप है, पार्टनरशिप में हैं, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी प्राइवेट कंपनी और अन्य उपलब्ध विकल्प के आधार पर आप रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
  • Business Registration करवाने के लिए आपको आयकर विभाग से बिजनेस के लिए पैन कार्ड लेना होगा
  • इसके बाद आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन पोर्टल के माध्यम से अपने बिजनेस का GST Registration भी करवाना होगा।
  • आपको अपने बिजनेस की संरचना के आधार पर सौर ऊर्जा व्यवसाय के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
  • अगर आप Trade License लेना चाहते हैं, तो ट्रेड लाइसेंस बनवाने के लिए आपको स्थानीय नगर पालिका प्राधिकरण में ओपन करना होगा।
  • ईपीएफओ और ईएसआईसी के साथ रजिस्ट्रेशन करवाना होगा
  • अपने बिजनेस और अपने क्षेत्र के हिसाब से आपको लाइसेंस और अन्य Important Documents भी प्राप्त करने होंगे।

Step 5 – बिजनेस के लिए फंडिंग करें

अगर आपके पास बिजनेस को शुरू करने के लिए पैसे नहीं है, तो आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। आप बिजनेस खोलने के लिए वित्त अरेंज कर सकते हैं। लोन लेने के लिए आप भारत सरकार के द्वारा शुरू की गई बिजनेस लोन से संबंधित योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। भारत सरकार के द्वारा काफी समय से Business Loan दिया जा रहा है। बिजनेस लोन लेने से पहले आपको अच्छे से मार्केट में रिसर्च करनी चाहिए। 

बहुत सारे बैंक या अन्य संस्थान ऐसे हैं, जो काफी ज्यादा इंटरेस्ट रेट पर Business Loan देते हैं। लेकिन भारत सरकार के द्वारा कुछ ऐसी योजनाएं शुरू की गई है,जिसमें बहुत कम इंटरेस्ट पर ब्याज बिजनेस लोन दिया जाता है। आपको ऐसे ही योजना का चुनाव करना होगा, जहां पर आपको इंटरेस्ट बहुत कम देना पढ़ें।

Step 6- बिजनेस की स्थापना करें

Solar Energy Business के बारे में प्लानिंग करने के बाद आपको बिजनेस की स्थापना करनी होगी। बिजनेस की स्थापना से पहले आपको यह डिसाइड करना होगा कि किस लोकेशन पर आपको अपना व्यवसाय खोलना है। लोकेशन किसी भी बिजनेस को काफी ज्यादा प्रभावित करती है । इसलिए Location को सोच समझकर चुने। लोकेशन सही चुनने के बाद आपको सौर ऊर्जा व्यवसाय को संचालित करने के लिए निम्नलिखित चीजों पर ध्यान देना होगा।

  • सौर उत्पादों के उत्पादन या भंडारण के लिए इकाई या गोदाम की व्यवस्था करना।
  • सौर प्रणाली स्थापित करने या रखरखाव करने के लिए एक सेवा केंद्र स्थापित करना।
  • सौर उत्पादों की बिक्री के लिए कार्य स्तरीय शोरूम की स्थापना करना।
  •  उत्पादों की बिक्री को बढ़ाने के लिए या कंपनी से संबंधित एक ऑनलाइन व्यवसाय की व्यवस्था करना।
  • Solar Business में इस्तेमाल होने वाले सभी उत्पादों की खरीद से लेकर उनके संचालन तक पूरी प्रक्रिया बनाएं।

निष्कर्ष 

भारत में सौर ऊर्जा व्यवसाय को किस प्रकार से आप शुरू कर सकते हैं और सौर ऊर्जा व्यवसाय को शुरू करते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए,यह जानकारी हमने आपको इस लेख के माध्यम से बता दी है। उम्मीद करते हैं कि आपको सौर ऊर्जा व्यवसाय से जुड़ी प्रत्येक जानकारी समझ में आ गई होगी। आप अपनी स्किल के हिसाब से सौर ऊर्जा व्यवसाय के किसी भी ट्रेड को चुन सकते हैं।

FAQ

Q. 1नेट मीटरिंग क्या होता है?
Ans: सोलर पैनल को बिजली से जोड़ने की प्रक्रिया को ही नेट मीटिंग कहा जाता है। जब आपका पैनल के द्वारा जरूर से ज्यादा बिजली पैदा की जाती है, तो ऐसी स्थिति में जो ज्यादा बिजली होती है, उसे ग्रिड में वापस भेजा जाता है। इस तरह से आप भविष्य में बिजली बिल की भरपाई कर सकते हैं।
Q. 2सोलर ऊर्जा व्यवसाय के लिए फंडिंग कहां से करें?
Ans: अगर आप सोलर व्यवसाय खोलना चाहते हैं,लेकिन आपके पास पैसों की कमी है। तो आपको बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है। भारत सरकार के द्वारा विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाएं शुरू की गई है। जिनके माध्यम से सोलर ऊर्जा व्यवसाय के लिए लोन दिया जा रहा है। वह अन्य बैंक के माध्यम से भी आप लोन प्राप्त करके अपना बिजनेस खोल सकते हैं।Q. 3क्या हमें सोलर एनर्जी बिजनेस शुरू करने के लिए लाइसेंस की जरूरत होगी?
Ans: सोलर एनर्जी बिजनेस शुरू करने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होगी। लाइसेंस मिलने के बाद ही आप अपने बिजनेस को शुरू कर सकते हैं।
Q. 4सोलर पैनल बिजनेस के अंतर्गत सुरक्षा के लिए हमें किन बातों का ध्यान रखना है?
Ans: सुरक्षा के लिए आज से सोलर पैनल बिजनेस में आपको विभिन्न ध्यान रखना जरूरी होता है। जब आप सोलर पैनल की मेंटेनेंस का काम कर रहे होते हैं, तो आपको पैनल के सभी स्विच ऑफ कर देंने चाहिए। इस के अलावा आपको किसी भी खतरनाक स्विच को बिना मतलब नहीं छेड़ना है। पैनल को समय-समय पर साफ करना भी जरूरी है।
Q. 5भारत में सोलर बिजनेस में कितने प्रतिशत तक हमें प्रॉफिट हो सकता है?
Ans: कुछ आंकड़ों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि सोलर बिजनेस के अंतर्गत 15% से 28% तक हमें प्रॉफिट हो सकता है। बाकी लोकेशन और बिजनेस के साइज के आधार पर भी प्रॉफिट निर्भर करता है।

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