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स्टार्ट-अप्स के लिए क्रेडिट गारंटी योजना (सीजीएसएस)

by
admin
Posted on
Aug 13, 2024
सीजीएसएस

हाल ही में भारत सरकार के द्वारा स्टार्टअप्स के लिए क्रेडिट गारंटी योजना(Credit Guarantee Scheme) की शुरुआत की गई है। बताया जा रहा है कि क्रेडिट गारंटी योजना के शुरू होने के कारण स्टार्टअप को वित्तीय सहायता मिलने वाली हैं। इसके अलावा जो संस्थाएं नए स्टार्टअप को आर्थिक सहायता प्रदान करना चाहती है, उन्हें भी इस योजना के माध्यम से काफी लाभ होगा। चलिए विस्तार से इस योजना के बारे में पूरी जानकारी ध्यान से समझ लेते हैं।

स्टार्टअप्स के लिए क्रेडिट गारंटी योजना क्या है?

नए स्टार्टअप को आर्थिक समस्या सबसे ज्यादा होती है। इसीलिए वित्तीय संस्थान और गैर वित्तीय संस्थान के द्वारा नए Start-ups को लोन दिया जा रहा है। जिसके कारण स्टार्टअप अपने उद्देश्य को प्राप्त करके नई ऊंचाईयां छू रहे हैं। आगामी समय में नए स्टार्टअप की संख्या बढ़ाने के लिए और नए स्टार्टअप को आर्थिक सहायता देने के लिए ही क्रेडिट गारंटी योजना(Credit Guarantee Scheme)की शुरुआत की गई है।

क्रेडिट गारंटी योजना के लाभ क्या है?

भारत सरकार के द्वारा शुरू की गई क्रेडिट गारंटी योजना के लाभ निम्नलिखित रूप से इस प्रकार है-

  • अभी कुछ स्टार्टअप ऐसे हैं, जिन्हें अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए आर्थिक सहायता की आवश्यकता है। लेकिन मार्केट के नियम के कारण कुछ स्टार्टअप को लोन मिलने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता हैं। 
  • लेकिन अब क्रेडिट गारंटी योजना की शुरुआत होने से ऐसे स्टार्टअप को फायदा मिलने वाला है, जो लोन न मिलने के कारण आगे नहीं बढ़ पा रहे थे।
  • Credit Guarantee Scheme के लागू होने के करना लोन लेने वाले स्टार्टअप और लोन देने वाली संस्था के बीच कार्य की प्रक्रिया पहले से ज्यादा सरल होगी। 
  • क्रेडिट गारंटी योजना के कारण अब पात्र संस्थाओं को  आर्थिक सहायता मिलने में काफी आसानी होगी। जिसके कारण अधिक से अधिक स्टार्टअप की शुरुआत होगी और भारत चीन को पीछे छोड़कर स्टार्टअप के मामले में दुनिया का नंबर वन देश बन सकता है।
  • क्रेडिट गारंटी योजना के कारण देश की आर्थिक स्थिति भी अच्छी होने वाली है। क्योंकि देश के युवा अपना स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं और स्टार्टअप को आगे बढ़ाने के लिए सरकार से लोन लेकर नई प्लानिंग कर रहे हैं। जिसके तहत नए Start-up जल्दी ग्रोथ करेंगे। जब स्टार्टअप मुनाफा कमाएंगे, तो भारत की इकोनामिक में भी विकास होगा।
  • इस योजना का एक सबसे बड़ा फायदा क्या है लघु एवं मध्य श्रेणी के व्यवसाय को भी इस योजना में कवर किया गया है।
  • भारत सरकार के द्वारा बहुत सारी योजनाएं ऐसी शुरू की जा चुकी है,जिसके अंतर्गत बड़े स्टार्टअप को लाभ मिल रहा था। लेकिन क्रेडिट गारंटी योजना से अब छोटे व्यवसाय को भी लाभ मिलेगा।
  • इस योजना के अंतर्गत गारंटी शुल्क बहुत ज्यादा कम रखा गया है। सरकारी के मुताबिक 2 प्रतिशत से 1.5% तक गारंटी शुल्क निर्धारित किया गया है।

क्रेडिट गारंटी योजना का उद्देश्य क्या है?

Credit Guarantee Scheme को शुरू करने के पीछे भारत सरकार द्वारा निर्धारित किए गए उद्देश्य निम्नलिखित रूप से इस प्रकार है।

  • दरअसल नए स्टार्टअप को शुरू होने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था‌। आर्थिक तरीके के कारण नए स्टार्टअप को शुरू होने में देरी हो जाती थी। इसलिए क्रेडिट गारंटी योजना की शुरुआत की गई है।
  • क्रेडिट गारंटी योजना के अंतर्गत उधार देने वाली संस्था और नए स्टार्टअप के बीच लोन लेने व देने की प्रक्रिया को काफी आसान बनाएं जाने के उद्देश्य से ही इस योजना की शुरुआत की गई है। 
  • Credit Guarantee Scheme के अंतर्गत लोन देने वाली संस्थाएं भी आसानी से अपना काम कर रही है और जिन स्टार्टअप को लोन चाहिए, उन्हें भी समय पर लोन मिल जाएगा।
  • क्रेडिट गारंटी योजना की शुरुआत करने का एक उद्देश्य यह भी है कि ज्यादा से ज्यादा नए स्टार्टअप्स को आगे बढ़ने के लिए मौका दिया जाए और उनके लिए आर्थिक सहायता दी जाए। जिसके कारण अन्य नए स्टार्टअप भी शुरू हो सके।
  • क्रेडिट गारंटी योजना के कारण नए स्टार्टअप अपना काम बेहतरीन तरीके से करेंगे और जिसके कारण बेरोजगार युवाओं को नए स्टार्टअप में नौकरी के माध्यम से रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।

क्रेडिट गारंटी योजना के लिए पात्रता

क्रेडिट गारंटी योजना के अंतर्गत लोन देने वाली संस्था और लोन लेने वाली संस्था दोनों के लिए अलग-अलग पात्रता निर्धारित की गई है। चलिए विस्तार से दोनों पात्रता(Credit Guarantee Scheme Eligibility) के बारे में जान लेते हैं।

लोन लेने वाली संस्थाओं के लिए पात्रता

ऐसे स्टार्टअप जो डीपीआईआईटी के द्वारा मान्यता प्राप्त है, उन्हें क्रेडिट गारंटी योजना के अंतर्गत पात्र माना जाएगा। जिन स्टार्टअप को (DPIIT) से मान्यता प्राप्त नहीं हुई है, उन संस्था को क्रेडिट गारंटी योजना के अंतर्गत पात्र नहीं माना जाएगा। जो स्टार्टअप लोन लेना चाहता है, वह डिफाल्टर घोषित न हो। इसके अलावा स्टार्टअप गैर निष्पादित संपत्ति के रूप में वर्गीकृत ना हो।

लोन देने वाली संस्थाओं के लिए पात्रता

जिन भी संस्थाओं के द्वारा नए स्टार्टअप को लोन दिया जा रहा है, उनके लिए निर्धारित पात्रता इस प्रकार है।

  • सभी वित्तीय संस्था, अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक, सेबी के द्वारा रजिस्टर की गई संस्थाएं और RBI के द्वारा रजिस्टर की गई गैर वित्तीय कंपनियों को क्रेडिट गारंटी योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है।
  • जो संस्था DPIIT के द्वारा मान्यता प्राप्त है, सिर्फ ऐसी सेटअप को ही इस योजना के अंतर्गत शामिल किया जाएगा।

क्रेडिट गारंटी योजना में कवरेज कितना मिलता है?

अगर आप क्रेडिट गारंटी योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको कवरेज राशि के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए।

इस योजना के अंतर्गत मूल राशि का 75% तक कवर किया जाता है। लेकिन कुछ कंडीशन ऐसी भी है, जिसके अंतर्गत मूल राशि का 85% तक भी लोन कवर किया  जाता है। जिसके बारे में आप अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक पोर्टल को एक बार जरूर चेक करें।

इस योजना के अंतर्गत पीनल इंटरेस्ट, सर्विस चार्ज और अन्य विभिन्न प्रकार के खर्च भी वसूले जाते हैं। जिस लोन राशि पर आपको कवरेज दिया जाएगा, उस राशि में इन सभी खर्चों को शामिल नहीं किया जाएगा।

क्रेडिट गारंटी योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?

क्रेडिट गारंटी योजना के लिए जो भी स्टार्टअप आवेदन(Credit Guarantee Scheme Only Apply) करना चाहते हैं, उनके लिए आवेदन प्रक्रिया निम्नलिखित रूप से इस प्रकार है।

  • क्रेडिट गारंटी योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो एमआई पोर्टल पर रजिस्टर होना अनिवार्य है।
  • एमआई के पोर्टल पर आपको Registration Id और पासवर्ड बनाना होगा। इस रजिस्ट्रेशन आईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल करके ही आपको आगे बढ़ना होगा।
  • इसके बाद आपको NCGTC के पोर्टल पर जाना होगा और इसी पोर्टल पर जाकर आपको क्रेडिट गारंटी योजना के लिए आवेदन करना होगा।
  • क्रेडिट गारंटी योजना के लिए आवेदन करने हेतु आपको अप्लाई ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
  • जब योजना के लिए आवेदन करने हेतु अप्लाई ऑनलाइन पर क्लिक करेंगे, तो आपके सामने Credit Guarantee Scheme Application Form खुलकर आ जाएगा।
  • आवेदन फार्म में आपसे जो भी जानकारी पूछी जा रही है, आपको वह सभी जानकारी ध्यान से भरनी होगी।
  • अगर कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज की मांग की जा रही है, तो उन दस्तावेजों को भी स्कैन करके आपको अपलोड करना होगा।
  • इस प्रकार से क्रेडिट गारंटी योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

निष्कर्ष

इस लेख के माध्यम से हमने आपको क्रेडिट गारंटी योजना के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से दी है। अगर आप नए स्टार्टअप है और क्रेडिट गारंटी योजना के अंतर्गत लाभ लेना चाहते हैं, तो आप आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 

इस योजना के अंतर्गत अब तक कई लाख नए स्टार्टअप को लाभ मिल चुका है। आगामी समय में कई लाख नए स्टार्टअप को लाभ दिया जाएगा। क्रेडिट गारंटी योजना(Credit Guarantee Scheme) के बारे में अगर आप अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आधिकारिक पोर्टल का विजिट कर सकते हैं।

FAQ

Q. 1-क्या सीजीएसएस के अंतर्गत कवर किए गए मौजूदा लोन को बढ़ावा जा सकता है?

Ans: हां, सीजीएसएस के अंतर्गत कवर किए गए लोन को आगे बढ़ाया जा सकता है।

Q. 2-क्रेडिट गारंटी योजना के अंतर्गत कितनी संस्था उपलब्ध है? 

Ans: इस योजना के अंतर्गत 11 Public Sector Bank, 3 NBFC, 7 प्राइवेट बैंक और कुछ स्मॉल बैंक भी शामिल है

Q. 3योजना के अंतर्गत लोन पर बैंक की ब्याज दर क्या होती है?

Ans: आवेदक की प्रोफाइल, व्यवसाय और बैंक के आधार पर ब्याज की दर अलग-अलग होती हैl

Q. 4इस योजना के अंतर्गत कितना बिजनेस लोन मिल सकता है?

Ans: इस योजना के अंतर्गत 2 करोड रुपए तक का बिजनेस लोन मिल सकता है।

Q. 5क्रेडिट गारंटी योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

Ans: क्रेडिट गारंटी योजना के लिए आप Official Portal के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

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