जीएसटी क्या होता है, जीएसटी कितने प्रकार का होता हैं,जीएसटी के उद्देश्य क्या है
Sep 23, 2024
वैसे तो आम जनता को विभिन्न प्रकार के टैक्स देने होते हैंl लेकिन जीएसटी सभी टैक्स में से इंपॉर्टेंट है। जीएसटी की फुल फॉर्म Good Service Tax (GST) है। बिजनेस की टैक्स लायबिलिटी और फाइनेंस से संबंधित कैलकुलेशन करने के लिए जीएसटी काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है। अगर आप जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवा देंगे, तो जीएसटी रिटर्न के आधार पर ऋण में छूट भी मिल सकती है। चाहे आप एक बिजनेसमैन हो या फिर नौकरी करते हैं, आपके लिए जीएसटी के बारे में जानना जरूरी है। जीएस्टी तीन प्रकार का होता है, CGST, SGST, और IGST ।
इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको जीएसटी क्या होता है, यह जानकारी देंगे। इसके अलावा जीएसटी के सभी प्रकार के बारे में डिटेल से जानकारी देंगे। अगर आपको बिजनेस लोन लेना है, तो FlexiLoans के माध्यम से बिजनेस लोन ले सकते हैं। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिसके द्वारा आपको बहुत कम इंटरेस्ट रेट पर बिजनेस लोन की फैसिलिटी दी जाती है। इंटरेस्ट रेट तो कम है ही, इसके अलावा अन्य कई फीचर्स भी आपको यहां पर मिलते हैं। चलिए एक-एक करके पूरी जानकारी समझ लेते हैं।
Differences Between GST Types at a Glance
Types of GST | Authority Benefited | Benefited Priority of Tax Credit Use | Who Collects it |
CGST (Central Goods and Services Tax) | Central Government | 1st | Central Government |
SGST (State Goods and Services Tax) | State Government | 2nd | Central Government |
IGST (Integrated Goods and Services Tax) | Central and State Government | 3rd | Central Government |
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CGST क्या होता है?
सीजीएसटी की फुल फॉर्म Central Goods and Services Tax होती है। जब वस्तु या सेवाओं का एक राज्य से दूसरे राज्य में लेनदेन होता है, तो ऐसी स्थिति में सीजीएसटी लगता है। इसे केंद्र सरकार के द्वारा लगाया जाता है। जब आप किसी कंपनी के लिए सीजीएसटी रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करते हैं, तो कुल टैक्स में सीजीएसटी शामिल होता है। अगर आप CGST को समझेंगे, तो आपको ऋण ब्याज पर सटीक गणना करने में मदद मिलेगी।
विशेषताएं
केंद्र सरकार के द्वारा वस्तु और सेवाओं के अंतरराज्यीय लेनदेन के कारण CGST लगातीं है। इसका इस्तेमाल करके देनदारों का आकलन किया जाता है और व्यवसाय ऋण के लिए पात्रता भी निर्धारित की जाती है।
CGST पूरे भारत में लागू है । लेकिन यह जम्मू कश्मीर में लागू नहीं है, क्योंकि जम्मू कश्मीर में अपना ही टैक्स से लागू है।
भारत के सभी राज्य एवं केंद्र राज्य में टैक्स की दर एक समान ही है। क्योंकि इससे एकरूपता और निष्पक्षता को बढ़ावा मिलेगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की अंतर राज्यीय लेनदेन में सीजीएसटी और एसजीएसटी दोनों ही लागू है ।
लेकिन केंद्र सरकार के द्वारा सीजीएसटी के माध्यम से ही धन को एकत्रित किया जाता है।
जितना भी जीएसटी राज्य सरकार और केंद्र सरकार के द्वारा एक साथ इकट्ठा किया जाता है, उनका राज्य और केंद्र दोनों में बराबर बंटवारा कर दिया जाता है।
इस धन का इस्तेमाल कई राज्यों के द्वारा व्यापार वृद्धि और अर्थव्यवस्था के लिए किया जाता है। कुछ राज्य के द्वारा छोटे व्यवसाय को बिजनेस लोन देने के लिए धन का इस्तेमाल किया जाता है।
Goods | CGST% |
Household items like, sugar, tea, coffee, edible oil and spices, life-saving medicines, Indian sweets, and coal | 2.5 |
Computer products & processed foods | 6 |
Capital products, soaps, hair oils, toothpaste and industrial goods | 9 |
ACs, luxury items,motorcycles, refrigerators | 14 |
एसजीएसटी क्या होता है?
एसजीएसटी को State Goods और Services Tax के नाम से जाना जाता है। इस टैक्स को राज्य सरकार के द्वारा लगाया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की अंतर राज्यीय लेनदेन पर सीजीएसटी के अलावा राज्य सरकार के द्वारा State Goods and Services Tax भी लगाया जाता है ।
अगर आप व्यवसाय लोन के लिए आवेदन कर रहे हैं,तो आपको State Goods and Services Tax के बारे में जानकारी होनी चाहिए। क्योंकि यह टेक्स आपके खर्च और लाभ को काफी ज्यादा प्रभावित करता है।
State Goods and Services Tax की विशेषताएं
एसजीएसटी को पूरे भारत में लागू किया जाता है, लेकिन इसे जम्मू और कश्मीर में लागू नहीं किया गया है । क्योंकि जम्मू और कश्मीर में अपना खुद का जीएसटी रूल है।
अंतर राज्यीय लेनदेन के लिए सीजीएसटी और एसजीएसटी दोनों ही लागू किए गए हैं। व्यवसाय ऋण लेने के लिए इन दोनों जीएसटी के बारे में आपको जानकारी होना जरूरी है । इसीलिए दोनों तरह के टैक्स पर विचार करना जरूरी है।
अगर आप यह चाहते हैं कि भविष्य में आप किसी भी वित्तीय भोझ में ना दबें, तो इसके लिए टैक्स पर विचार विमर्श करना बहुत जरूरी है। जानकारी के लिए बता दे वैसे तो राज्य सरकार और केंद्र सरकार देयता को सामान रूप से साझा करती है। लेकिन लोन लेते समय व्यवसाय कि दर, अवधि और इंस्टॉलमेंट की कैलकुलेशन करते समय टैक्स का ध्यान जरूर रखना है।
सीजीएसटी और एसजीएसटी दोनों के लिए जीएसटी परिषद के द्वारा ही दरें निर्धारित की जाती है।
वैसे तो राज्य सरकार और केंद्र सरकार देयता को समान रूप से सांझा कर लेती है। लेकिन कभी-कभी मासिक किस्त, ब्याज दर ,व्यवसाय ऋण और ईएमआई का पता लगाने के लिए ईएमआई कैलकुलेटर का इस्तेमाल किया जा सकता है।
Goods | SGST % |
Household amenities like tea, sugar, etc. Indian sweets, Medicines | 2.5 |
Processed food items like bread and cheese, Computers & laptops also fall under this category | 6 |
hair oils, toothpaste, soaps and Capital Products | 9 |
ACs,refrigerators, motorcycles, luxury items | 14 |
आईजीएसटी क्या होता है?
आईजीएसटी एक एकीकृत वस्तु एवं सेवा कर होता है। सरकार के द्वारा भारत में वस्तुओं और सेवाओं के अंतर राजकीय लेनदेन पर एकीकृत वस्तु एवं सेवा कर लगाया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस कर को राज्य के साथ बांटा जाता है। जो भी व्यवसाय ऋण लेना चाहते हैं, उन्हें आईजीएसटी के बारे में जानना जरूरी है।
ऐसा इसलिए क्योंकि हम बिजनेस लोन लेते हैं, तो ऋण के लिए पात्रता और ब्याज दर को आईजीएसटी प्रभावित करता है। अगर आप बिजनेस लोन लेते हैं, तो ईएमआई कैलकुलेटर का इस्तेमाल करके आप अपने लोन चुकाने की क्षमता का मूल्यांकन कर सकते हैं।
विशेषताएं
IGST में दो अलग-अलग राज्यों के बीच वस्तु एवं सेवाओं के बीच लेनदेन के Rule लागू किए जाते है। सरकार के द्वारा राज्य की सीमाओं के पार सेवा एवं वस्तुओं की जितनी भी आवाज आई होती है, उस पर यह जीएसटी लगाया जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह अंतर राज्यीय लेनदेन पर लगाए जाने वाला एकमात्र ऐसा कर है, जिसके अंतर्गत सीजीएसटी और एसजीएसटी को शामिल किया गया है।
भारत के सभी राज्यों के द्वारा इस कर का इस्तेमाल किया जाता है। इस टैक्स के माध्यम से देश में व्यापार करना काफी ज्यादा आसान हो चुका है।
सीजीएसटी और एसजीएसटी दोनों का मिलाकर जितना कर होता है, उसके बराबर IGST होता है।
Goods | IGST % |
Household items like, Sugar, life-saving medicines, Indian sweets, and coal | 5 |
Processed foods and Computer products | 12 |
Capital products, soaps,hair oils, toothpaste and industrial goods | 18 |
Tobacco Products,Luxury items and aerated drinks | 28 |
जीएसटी का उद्देश्य क्या होता है?
Streamlining Multiple Taxes
जीएसटी लागू होने से पहले केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा विभिन्न प्रकार के टैक्स लगाए गए थे, लेकिन उनसे भ्रामक स्थिति पैदा हो गई थी। जीएसटी लागू होने के कारण जितने भी छोटे टैक्स हैं, वह सारे खत्म हो चुके हैं और अब बस जीएसटी टैक्स है। जिससे अब कोई कंफ्यूजन नहीं होगी।
Standardising Tax Regulations
प्रत्येक राज्य सरकार के द्वारा अपने हिसाब से टैक्स लगाए जाते थे। इसी वजह से पहले काफी ज्यादा कंफ्यूजन क्रिएट होती थी। इसी वजह से अब केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा जीएसटी लागू किया गया है।
Addressing Inter-State Transactions
पहले केंद्र सरकार के द्वारा राज्य सरकार में भी केंद्र के आधारित कर लगाए जाते थे। जिसके कारण राज्य सरकार पर काफी ज्यादा भोझ पड़ता था। लेकिन अब राज्य सरकार पर इतना बोझ नहीं पड़ेगा।
Boosting Internal Trade
पहले केंद्र सरकार और राज्य सरकार के टैक्स रेट में एकरूपता नहीं थी। जिसके कारण काफी दिक्कत आती थी। अब जीएसटी लागू हो गया है, तो हर राज्य में एक रेट ही लागू होगी। एकीकृत प्रणाली के माध्यम से राज्य सरकार और केंद्र सरकार, दोनों में एक ही इंटरेस्ट रेट लागू होगी।
GST Business Loan अप्लाई करने के फायदे क्या है?
Quick Access to Funds
जीएसटी बिजनेस लोन लेने कि प्रक्रिया नेशनल बिजनेस लोन के मुकाबले में ज्यादा फास्ट है।
Government Incentives
भारत सरकार के द्वारा छोटे स्टार्टअप और अन्य बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है। जिसके लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं शुरू की गई है। जैसे की मुद्रा लोन, स्टैंड अप इंडिया योजना, क्रेडिट गारंटी फंड योजना, Micro और small enterprises, स्टार्टअप इंडिया योजना और Atmanirbhar Bharat Abhiyan.
Lower Interest Rates
जीएसटी बिजनेस लोन का फायदा यह है कि यहां पर आपको लोअर इंटरेस्ट रेट पर बिजनेस लोन मिलता है। जो ट्रेडिशनल बिजनेस लोन होते हैं, उनमें इंट्रस्ट काफी ज्यादा देना पड़ता है। इसलिए जीएसटी बिजनेस लोन से आपका इंटरेस्ट की बचत होती है।
Easy Repayment
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जीएसटी बिजनेस लोन फ्लेक्सिबल रीपेमेंट ऑप्शन के साथ आता है। आप अपने बिजनेस की जरूरत के हिसाब से किसी भी ऑप्शन को सेलेक्ट कर सकते हैं। जिससे आप को पेमेंट करने में काफी आसानी होगी।
Boosts Credit Score
अगर आप जीएसटी का भुगतान करते हैं, तो इससे आपके क्रेडिट कार्ड में भी इंप्रूवमेंट होता है। आपकी क्रेडिट स्कोर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और भविष्य में अगर आपको बड़ा बिजनेस लोन लेना है, तो वह मिलने में भी आसानी होती है।
Helps with Tax Compliance
जीएसटी के माध्यम से व्यवसाय ऋण से संबंधित सभी नियमों का अनुपालन करने में आसानी होती है और हम पेनल्टी से बच जाते हैं।
Documents Required For GST Business Loan
Document Type | Requirements |
Residential Address Proof (Any One) | Voter’s ID, Ration Card, Passport,Rent Agreement, Driving Licence or Aadhaar Card |
Kyc (business) | GST Registration Certificate, Shops & Establishment Certificate, or Business PAN Card |
Personal Kyc | PAN Card |
Banking | Last 6 months’ current account bank statements |
Eligibility For GST Business Loan
Minimum Business Vintage | 1 Years |
Monthly Business Sale Minimum | 2 Lakh |
Flexiloans के साथ इस प्रकार से बिजनेस को बढ़िया बनाएं
भारत में तीन प्रकार का जीएसटी है। भारत के व्यापारियों के लिए जीएसटी को समझना काफी ज्यादा जरूरी है, ताकि देनदार के द्वारा सही तरीके से गणना की जा सके। व्यापारियों को वित्तीय पोषण के लिए अपनी पात्रता को चेक करना होगा और पात्रता चेक करने के बाद वित्त योजना तैयार करनी होगी।
Flexiloans प्लेटफार्म के माध्यम से आपको अनुकूलित जीएसटी बिजनेस लोन मिल सकता है। बहुत सारे मार्केट में ऑप्शन ऐसे अवेलेबल है, जहां पर बिजनेस लोन हमें काफी ज्यादा रेट पर मिल जाता है और बिजनेस लोन के लिए काफी शर्तें भी होती है, जिन्हें हर कोई पूरा नहीं कर पता है।
लेकिन इस प्लेटफार्म के माध्यम से आपको बहुत कम इंटरेस्ट रेट पर बिजनेस लोन मिलेगा और इसके अलावा हमारी टीम के द्वारा आपको पूरा गाइड किया जाएगा। अपने बिजनेस के लिए आपको किस प्रकार से लोन चुनना है, बिजनेस लोन इंटरेस्ट रेट, ईएमआई कैलकुलेटर और अन्य गाइडलाइंस के माध्यम से कैसे आप अपने लिए बेस्ट ऑप्शन चुन सकते है। सारी जानकारी आपको दी जाएगी।
Also Read: भारत में जीएसटी के फायदे और नुकसान
FAQ
1. क्या जीएसटी बिजनेस लोन पर लागू होता है?
नहीं, बैंक से लोन लेते हैं, तो जीएसटी डायरेक्ट नहीं लगता है। यह बैंक के द्वारा बिजनेस लोन में इंक्लूड किया जाता है।
2. बिजनेस लोन पर क्या जीएसटी लगता है?
बिजनेस लोन पर 18% जीएसटी लगता है।
3. क्या बिजनेस लोन लेने के लिए जीएसटी होना जरूरी है?
नहीं, अगर आपका नॉर्मल अकाउंट है और आप बिजनेस लोन लेते हैं, तो उसके लिए आपको जीएसटी अकाउंट खोलने की आवश्यकता नहीं है।
4. जीएसटी छूट व्यवसाय के लिए क्या होती है?
अगर आपका सालाना कारोबार 40 लाख रुपए तक है,तो व्यवसाय जीएसटी छूट का लाभ मिलेगा। इसके अलावा 1.5 करोड रुपए तक के कारोबार वाले व्यवसाय कंपोजिशन स्कीम चुन सकते हैं। छोटे-छोटे कर के भोझ को कम करने के लिए ही यह डिजाइन किया गया है।
5. देय GST Limit क्या होती है?
अगर किसी भी व्यवसाय में जो कारोबार है, वह 20 लाख रुपए से अधिक है, तो उसे जीएसटी नंबर लेना होगा । इसके अलावा ऐसे राज्य जो विशेष श्रेणी का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं, उन्हें 10 लाख रुपए से अधिक पर जीएसटी देना होगा।
6. क्या उघमी Start-up के लिए व्यवसाय लोन ले सकता है?
हां, उद्यमी स्टार्टअप के लिए जीएसटी व्यवसाय लोन लिया जा सकता है।
7. Flexiloans के माध्यम से किन कारणों से लोन लिया जा सकता है?
Flexiloans के माध्यम से आप अपने बिजनेस को Grow करने के लिए लोन ले सकते हैं। बिजनेस में मशीनों की आवश्यकता तो होती ही है। अगर आपको अपने बिजनेस के लिए मशीनरी खरीदनी है और लोन की आवश्यकता है, तो आप Flexiloans के माध्यम से लोन ले सकते हैं।